Advertisement

Search Result : "रोहिंग्या मुसलमान"

‘सरहद संभलती नहीं,अंदरूनी जंग की तैयारी कर रही सरकार’

‘सरहद संभलती नहीं,अंदरूनी जंग की तैयारी कर रही सरकार’

यूनिफॉर्म सिविल कोड के मुद्दे पर देश के तमाम मुस्लिम संगठन एक मंच पर आ चुके हैं। उन्होंने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि किसी भी सूरत में यूनिफॉर्म सिविल कोड मंजूर नहीं किया जाएगा। मुस्लिम संगठनों ने यहां तक कहा कि मोदी सरकार से सरहद तो संभल नहीं रही है और वह अंदरूनी जंग के लिए फिजा तैयार कर रही है।
अपने पिता से ज्यादा लोकप्रिय हैं अखिलेशः सर्वे

अपने पिता से ज्यादा लोकप्रिय हैं अखिलेशः सर्वे

यूपी में अखिलेश यादव अपने पिता मुलायम सिंह यादव से अधिक लोकप्रिय हैं। यह तथ्य मुलायम परिवार में छिड़ घमासान के बाद सी वोटर के सर्वे में सामने आया है। ताजा विवाद के बाद हुए सर्वे के अनुसार अखिलेश उत्तर प्रदेश में अपने पिता के मुकाबले बहुत अधिक लोकप्रिय हैं। सर्वे प्रदेश की 403 सीटों पर लगभग 11 हजार लोगों के बीच किया गया। इसके अनुसार शिवपाल सिंह यादव की लोकप्रियता लोगों के बीच काफी कम है।
मुसलमानों को न पुरस्कार दो, न तिरस्कार करो बल्कि उन्हें अपनाओ: मोदी

मुसलमानों को न पुरस्कार दो, न तिरस्कार करो बल्कि उन्हें अपनाओ: मोदी

केरल के कोझीकोड में दीनदयाल उपाध्याय जन्मशती मनाने और अपनी राष्ट्रीय परिषद के बहाने भाजपा ने मुसलमानों को भी साधने की कोशिश शुरू कर दी है। राष्ट्रय परिषद को संबोधित करते हुए आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुसलमानों को वोट की मंडी का माल नहीं समझा जाना चाहिए।
नाइक के आरोपों पर नायडू ने पूछा, क्या वह भारतीय मुसलमानों का मुखिया है

नाइक के आरोपों पर नायडू ने पूछा, क्या वह भारतीय मुसलमानों का मुखिया है

विवादास्पद इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाइक के सरकार के खिलाफ लगाए गए आरोपों को पूरी तरह बकवास करार देते हुए केंद्रीय मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने उस पर धर्म की आड़ में आश्रय लेने के आरोप लगाए और आश्चर्य जताया कि क्या वह सभी भारतीय मुसलमानों का मुखिया है।
पवित्र हज यात्रा के अहम चरण में अराफात की पहाड़ी पहुंचे हज यात्री

पवित्र हज यात्रा के अहम चरण में अराफात की पहाड़ी पहुंचे हज यात्री

हज के लिए सऊदी अरब पहुंचे दुनिया भर के लाखों मुसलमान हज से जुड़े अरकानों (धार्मिक रीति रिवाज) को एक-एक कर पूरा करते हुए रविवार को अराफात की पहाड़ी पर पहुंचे। इस पहाड़ी पर इबादत को हज के दरम्यान का एक अहम पड़ाव माना जाता है। पिछले साल की भगदड़ की त्रासदी के बाद इस बार व्यापक प्रबंध किए गए हैं।
कैराना का सच बताकर मुस्लिमों को लुभाएगी सपा

कैराना का सच बताकर मुस्लिमों को लुभाएगी सपा

समाजवादी पार्टी विधानसभा चुनाव के लिए मुस्लिम मतदाताओं को रिझाने के लिए रणनीति बनाने में जुट गई है। इसके साथ ही पार्टी भाजपा के झूठ को भी प्रचारित करने का प्रयास करेगी।
मुसलमानों के बीच बढ़ी पीएम मोदी की लोकप्रियता-आतिफ रशीद

मुसलमानों के बीच बढ़ी पीएम मोदी की लोकप्रियता-आतिफ रशीद

दिल्ली भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष आतिफ रशीद ने अल्पसंख्यकों के बीच किसी तरह के ‘डर’ की बात को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि देश के दूसरे वर्गों की तरह मुस्लिम समुदाय के बीच भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता बढ़ी है और केंद्र की योजनाओं का मुसलमानों को भी बराबर का फायदा हो रहा है।
‘देश को एक और बंटवारे से बचाना होगा’

‘देश को एक और बंटवारे से बचाना होगा’

‘उत्तर प्रदेश में चुनाव नजदीक हैं। भारतीय जनता पार्टी किसी भी हालत में उत्तर प्रदेश में जीत हासिल करने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। उसके लिए बीफ खासकर गाय को मुद्दा बनाया जा रहा है और मुसलमानों को गाय का दुश्मन बताकर आम हिंदू के दिल में नफरत फैलाने की कोशिश की जा रही है। जो गाय दूध देती है, परिवार का आर्थिक आधार है, उसी गाय के जरिये वोट हासिल करने की कोशिश की जा रही है।‘ ऐसा कहना है इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के सदर मौलाना तौकीर रजा खान का।
मर रहे उद्योगों में जान फूंकेगा ‘मुस्लिम चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री’

मर रहे उद्योगों में जान फूंकेगा ‘मुस्लिम चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री’

हस्तकला क्षेत्र में भारतीय मुसलमानों का अपना विशेष स्थान है लेकिन वक्त के साथ-साथ शहरीकरण समेत अनेक वजहों के चलते मुसलमान हस्तकला और कुटीर उद्योगों से किनारा कर रहे हैं। इन परंपरागत उद्योगों को जिंदा रखने और मुसलमानों में विभिन्न व्यापारिक गतिविधियों को दिशा देने के लिए ‘दि मुस्लिम चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एमसीसीआई) स्थापना की गई है। इसका मुख्य उद्देश्य भारतीय मुसलमानों की व्यापारिक गतिविधियों विशेष रूप से परंपरागत कला संबंधी लघु उद्योगों को मजबूत करना है।
कॉमन सिविल कोडः अनुचित तरीके से तलाक पर हो 10 साल की सजा

कॉमन सिविल कोडः अनुचित तरीके से तलाक पर हो 10 साल की सजा

यह समझना कि कॉमन सिविल कोड आ जाएगा तो क्या मुस्लिम औरतों में सुधार आ जाएगा, यह गलत बात है। अभी औरतों की स्थिति बहुत दूभर है, सिर्फ मुस्लिम औरतों की ही नहीं, हिंदुस्तान की ज्यादातर औरतों के साथ मर्द का जो व्यवहार है, बहुत अच्छा नहीं है, तो इसके लिए तो मर्द की सोच बदलने की जरूरत है। यदि कॉमन सिविल कोड आ गया, कानून आ गया, सब कुछ आ गया, लेकिन मर्द की जो गंदी सोच है, उसको भी तो बदलना पड़ेगा, उसकी जहनियत को बदलना पड़ेगा।