टेंटी राजस्थान और उत्तर प्रदेश में पाया जाने वाला फल है, इसके पेड़ को करील कहा जाता है। इसको राजस्थान में कैर के नाम से जानते है। यह अचार बहुत पसन्द किया जाता है। आपको भी यह अचार बहुत पसन्द आयेगा।
संयुक्त राष्ट्र के शांति अभियानों के दौरान पिछले साल मारे गए सेना, पुलिस और असैन्य नागरिकों से जुड़े 126 लोगों को मरणोपरांत प्रतिष्ठित संयुक्त राष्ट्र मेडल से सम्मानित करेंगे।
राजस्थान में पिछले डेढ़-दो साल में दलित और सामाजिक तौर पर उपेक्षित वर्गों के खिलाफ अत्याचार की घटनाओं में बढ़ोत्तरी हुई है। पिछले छह माह में दलित अत्याचारों की लहर सी आ गई है।
राज्यसभा में बहुमत नहीं होने की वजह से राम मंदिर निर्माण के लिए कानून पारित करने में असमर्थता संबंधी केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के बयान से नाराज अयोध्या के संतों ने गुरुवार को भाजपा को उसके चुनावी वायदे की याद दिलाते हुए कहा कि वह उन लोगों से विश्वासघात ना करे, जिन्होंने उसे सत्ता में पहुंचाया है।
5 मई को लोकसभा में एक प्रश्न के उत्तर में भारतीय जनता पार्टी सरकार ने आधिकारिक तौर पर माना कि नेताजी सुभाषचंद्र बोस के परिवार के सदस्यों की 20 सालों तक कथित जासूसी की जांच वह नहीं करवाने जा रही है। गृहराज्यमंत्री हरिभाई पारथी भाई चौधरी ने लोकसभा में एक लिखित सवाल के जवाब में यह भी माना कि नेताजी से संबंधित और कोई दस्तावेज सरकार सार्वजनिक नहीं करेगी।
नेपाल में आए विनाशकारी भूकंप में मारे गए 57 विदेशियों में से 41 लोग भारतीय हैं। इमारतों को जमींदोज और बिजली के खंभों व पेड़ों को जड़ों से उखाड़ फेंकने वाला यह भीषण भूकंप अपने पीछे तबाही और दर्द का एक भयावाह मंजर छोड़ गया है। नेपाल पुलिस द्वारा जारी बयान के अनुसार, भूकंप में मरने वाले भारतीयों की संख्या 41 हो चुकी है।
कोई कैटरीना को कितना भी बोल्ड समझे मगर सच्चाई तो यह है कि कैटरीना को भी बोल्ड सीन करने में मशक्त करनी पड़ी है। आदित्य रॉय कपूर के साथ यह उनकी पहली ही फिल्म है। पहली ही फिल्म में ऐसे बोल्ड सीन के लिए वह शायद मानसिक रूप से तैयारी ही नहीं थीं
राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्ति आयोग (एनजेएसी) प्रकरण में तब नया मोड़ आ गया जब भारत के प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति एच.एल. दत्तू ने छह सदस्यीय आयोग में दो प्रमुख व्यक्तियों के चयन के लिए तीन सदस्यीय पैनल का हिस्सा बनने से इंकार कर दिया।
राष्ट्रीय जनता दल ने मधेपुरा संसदीय क्षेत्र से सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव को उनकी पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए 15 दिनों के भीतर जवाब देने को कहा है। पप्पू यादव लगातार पार्टी के विरोध में बयांन देते रहे है।