अगर समय रहते कदम नहीं उठाए गए तो मध्यप्रदेश की तरह यूपी में भी आलू की खेती करने वाले व गन्ना किसानों का गुस्सा फूट सकता है। किसान संगठनों ने इसके लिए चेतावनी दी है।
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार आने के बाद भी यहां अपराध रुकने का नाम ही नहीं ले रहे। आए दिन प्रदेश में एक के बाद एक कई वारदातें सामने आ रही हैं। सहारनपुर हिंसा और जेवर-बुलंदशहर हाईवे पर हुई लूट जैसी वारदात के बाद सीतापुर से डबल मर्डर की घटना सामने आई है।
यूपी में गोहत्या या गोतस्करी करने वाले की अब खैर नहीं। केंद्र सरकार के पशु क्रूरता कानून के बाद अब यूपी में इन अपराधों का दोषी पाए जाने वालों पर रासुका व गैंगस्टर कानून के तहत कार्रवाई की जा सकती है।
उत्तर प्रदेश में एक बार फिर भाजपा नेताओं की गुंडागर्दी सामने आई है। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर का है। यहां पुलिस स्टेशन में बंद आरोपी को भाजपा नेताओं द्वारा जबरदस्ती छुड़ाकर ले जाया गया।
यूपी की राजधानी लखनऊ में रेप का एक और मामला सामने आने से अपराध का ग्राफ और बढ़ गया है। लखनऊ स्थित किंग जॉर्ज मेडीकल कॉलेज में तीन लोगों ने एक महिला के साथ गैंग रेप की वारदात को अंजाम दिया है। सीएम योगी के यूपी में जिस तरह लगातार अपराध बढ़ रहे हैं, उससे कानून व्यवस्था पर सवाल जरूर खड़े होते दिख रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में हुए विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा ने भले ही वहां के लोगों को कई तरह के वादे करके बहुमत हासिल की है। लेकिन आज राज्य की भाजपा सरकार अपने किए किए गए वादों को पूरा करने में विफल होती नजर आ रही है। आए दिन राज्य में लूट और बलात्कार जैसी घटनाएं सामने आ रही हैं। विधानसभा चुनावों में मिली जीत के बाद यूपी सरकार के आंकड़ों ने ही इन जुर्मों में हो रही बढ़ोतरी के खुलासे किए हैं।
उत्तर प्रदेश में एक दलित आदमी पर कथित तौर पर हमला करने और उसके खिलाफ जातिवाद की टिप्पणी करने पर पुलिस ने छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। यह मामला उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर का है।
आयकर विभाग ने आज उत्तर प्रदेश में छह शहरों के 15 इलाकों में छापेमारी की। विभाग ने कर चोरी के आरोपों में प्रदेश के दो आईएएस अफसरों सहित चार नौकरशाहों के परिसर पर छापेमारी की कार्रवाई की है।
उत्तर प्रदेश में भाजपा नेता और हिंदूवादी संगठनों की गुंडागर्दी के दो मामले सामने आए हैं। एक मामले में बजरंग दल के लोगों पर दो युवकों की सरेआम पिटाई का आरोप है, जबकि दूसरा मामला भाजपा के सांसद से जुड़ा हुआ है। सासंद पर आरोप है कि उन्होंने एक शख्स के साथ मारपीट की है।
सहारनपुर में हुई हिंसा के बाद 180 दलित परिवारों ने बौद्ध धर्म ग्रहण कर लिया है। दलितों की भीम आर्मी पर हिंसा और दंगे फैलाने का आरोप लगा है। दलितों ने इसी से खफा होकर इस तरह का कदम उठाया है। ये दलित तीन गांवों रूपड़ी, ईगरी व कपूरपुर के हैं। इन्होंने हिंदू धर्म त्यागने के दौरान बकायदा देवी-देवताओं की मूर्तियां पानी में प्रवाहित कर दी। दलितों ने पुलिस-प्रशासन पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है।