Advertisement

Search Result : "म्यांमार सैन्य शासक"

मोदी तानाशाह शासक हैं

मोदी तानाशाह शासक हैं

नरेंद्र गिरि, सचिव निरंजनी अखाड़ा, अध्यक्ष अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने आउटलुक के साथ सिंहस्थ और इसके बहाने राष्ट्रीय राजनीति पर बहुत सारी बातें कीं।
जरा इधर भी ध्यान दें, सेना में 8600 अधिकारियों की है कमी

जरा इधर भी ध्यान दें, सेना में 8600 अधिकारियों की है कमी

सेना में चिकित्सा और दंत चिकित्सा कोर तथा सैन्य नर्सिग सेवा को छोड़कर 8,671 अधिकारियों की कमी है। यह जानकारी उच्च सदन राज्‍यसभा में दी गई।
पाक सेना प्रमुख ने 11 बड़े सैन्य अधिकारियों को किया बर्खास्त

पाक सेना प्रमुख ने 11 बड़े सैन्य अधिकारियों को किया बर्खास्त

पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ ने भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर दो वरिष्ठ जनरल सहित 11 अधिकारियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया है। भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सेना प्रमुख की इस कार्रवाई का खासा महत्व है क्योंकि हाल ही में सामने आए पनामा पेपर्स लीक मामले में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के परिवार के लोगों का भी नाम आया है।
भारत और अमेरिका के सैन्य संबंध गहरे हुए: कमांडर

भारत और अमेरिका के सैन्य संबंध गहरे हुए: कमांडर

अमेरिका के एक शीर्ष कमांडर ने कहा है कि भारत और अमेरिका के बीच सैन्य संबंध गहरे हुए हैं क्योंकि दोनों देशों के बलों की संयुक्त प्रशिक्षण एवं सैन्य अभ्यासों में भागीदारी में इजाफा हुआ है।
म्यांमार में भूकंप के तेज झटके, दिल्ली सहित पूर्वी भारत भी दहला

म्यांमार में भूकंप के तेज झटके, दिल्ली सहित पूर्वी भारत भी दहला

बुधवार की शाम एक ही हफ्ते में दूसरी बार भारत के कई हिस्सों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र भारत-म्यांमार सीमा के निकट बताया गया है जिसके झटके दिल्ली एनसीआर सहित उत्तर-पूर्व, कोलकाता,पटना, लखनऊ के अलावा भारत के कई जगहों पर महसूस किए गए।
चर्चाः बराक ने दिखाया भारत को रंग | आलोक मेहता

चर्चाः बराक ने दिखाया भारत को रंग | आलोक मेहता

बराक ओबामा और नरेंद्र मोदी की वाशिंगटन बैठकों के फोटो इस तरह प्रचारित हुए, जैसे उनकी तरह के मित्र दुनिया में नहीं हैं। लेकिन परमाणु सुरक्षा सम्मेलन को संबोधित करते हुए नरेंद्र भाई के ‘फ्रेंड’ बराक ने अमेरिकी राष्‍ट्रपति के रूप में एक बार फिर भारत को पाकिस्तान की श्रेणी में खड़ा कर दिया।
शांति प्रयासः रूस ने सीरिया से सैन्य सामान हटाना शुरू किया

शांति प्रयासः रूस ने सीरिया से सैन्य सामान हटाना शुरू किया

रूस ने सीरिया से सैन्य उपकरण वापस बुलाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। रूसी रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में आज मास्को में बताया (मीमिम) वायुसेना स्टेशन पर तकनीशियनों ने रूसी संघ स्थित वायुसेना स्टेशनों तक आने के उद्देश्य से लंबी दूरी की उड़ानों के लिए विमानों को तैयार करना शुरू कर दिया है। बयान में कहा गया है कि विमानों में सैन्य उपकरणों को रखा जा रहा है। इससे पहले मास्को ने ऐलान किया था कि वह युद्ध प्रभावित देश से अपने बलों को वापस बुला लेगा।
अपने सहयोगी को राष्ट्रपति बनवाने में सफल हुईं सू की

अपने सहयोगी को राष्ट्रपति बनवाने में सफल हुईं सू की

म्यांमार की संसद ने नोबेल पुरस्कार विजेता आंग सान सू की के करीबी और लंबे समय से सहयोगी रहे हेतिन काव को करीब आधी सदी बाद देश का पहला असैनिक राष्ट्रपति चुन लिया। पूर्व में सैन्य शासन के अधीन रहे देश के राजनीतिक इतिहास में यह एक नया मोड़ है।
'मोदी, अशोक के बाद दूसरे बड़े शासक’ - प्रो. लोकेश चंद्र

'मोदी, अशोक के बाद दूसरे बड़े शासक’ - प्रो. लोकेश चंद्र

प्रोफेसर लोकेश चंद्र शास्त्रीय यूनानी, लैटिन, चीनी, जापानी, पारसियों की अवेस्ता, पुरानी फारसी और सांस्कृतिक महत्व की अन्य भाषाओं के ज्ञाता हैं। वह संस्कृत, पालि और प्राकृत भाषा के विद्वान हैं। उनके नाम 596 कार्य और पाठ संस्करण हैं। उनमें से तिब्बती-संस्कृत शब्दकोश, तिब्बती साहित्य के इतिहास के लिए सामग्री, तिब्बत का बौद्ध प्रतिमा विज्ञान और 15 खंडों में बौद्ध कला का उनका शब्दकोश जैसी कालजयी कृतियां हैं। उन्होंने बुद्ध और शिव तथा भारत एवं जापान के बीच सांस्कृतिक संगम पर भी लिखा है। फिलहाल वह भारत और चीन के बीच पिछले दो हजार वर्षों के सांस्कृतिक आदान-प्रदान पर लिख रहे हैं। लाहौर में पंजाब विश्वविद्यालय से सन 1947 में स्नातकोत्तर करने वाले प्रोफेसर चंद्र भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद् के अध्यक्ष हैं। साथ ही वह भारतीय संस्कृति की अंतरराष्ट्रीय अकादमी, एशियाई संस्कृतियों के लिए एक प्रमुख अनुसंधान संस्था के मानद निदेशक हैं। वह सन 1974 से 1980 और 1980 से 1986 तक दो अवधियों में लिए राज्यसभा से संसद सदस्य भी रह चुके हैं। प्रोफेसर चंद्र ने आउटलुक की सहायक संपादक आकांक्षा पारे काशिव से देश और प्रधानमंत्री मोदी की योजनाओं पर बात की।
सू की के पूर्व ड्राइवर म्यांमार के राष्ट्रपति पद की दौड़ में

सू की के पूर्व ड्राइवर म्यांमार के राष्ट्रपति पद की दौड़ में

नोबेल पुरस्कार विजेता आंग सान सू की की पार्टी ने गुरुवार को उनके पूर्व ड्राइवर एवं करीबी सहयोगी को म्यांमार के अगले राष्ट्रपति पद के लिए नामित किया।
Advertisement
Advertisement
Advertisement