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केजरीवाल ने खुलवाई शराब की 399 दुकानें, नशामुक्ति केंद्र एक भी नहीं खोला

केजरीवाल ने खुलवाई शराब की 399 दुकानें, नशामुक्ति केंद्र एक भी नहीं खोला

- आम आदमी पार्टी की शराब नीति के पाखंड का स्वराज अभियान ने किया ख़ुलासा - शराब बिक्री केंद्रों की संख्या और कमाई में लगातार इज़ाफ़े के बावजूद शराब से नशामुक्ति पर खर्च में भारी कटौती। -आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा 600 करोड़ के अतिरिक्त रेवेन्यू में से 1 करोड़ रुपये भी नशामुक्ति के प्रचार या अभियान पर खर्च नहीं। शराब से नशामुक्ति के प्रचार पर आप सरकार द्वारा मात्र 1.79 लाख रुपये खर्च - नशामुक्ति के कार्यक्रम और अभियान पर केजरीवाल सरकार ने मात्र 16000 रुपये खर्च किए -399 दुकानें खुलीं मगर एक भी नया नशामुक्ति केंद्र नहीं खुला
मुसलमानों के बीच बढ़ी पीएम मोदी की लोकप्रियता-आतिफ रशीद

मुसलमानों के बीच बढ़ी पीएम मोदी की लोकप्रियता-आतिफ रशीद

दिल्ली भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष आतिफ रशीद ने अल्पसंख्यकों के बीच किसी तरह के ‘डर’ की बात को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि देश के दूसरे वर्गों की तरह मुस्लिम समुदाय के बीच भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता बढ़ी है और केंद्र की योजनाओं का मुसलमानों को भी बराबर का फायदा हो रहा है।
केरल में कांग्रेस से दूर होते मणि

केरल में कांग्रेस से दूर होते मणि

केरल में चुनाव हारने के बाद कांग्रेस नीत संयुक्त मोर्चा (यूडीएफ) की हालत खस्ता है। विधानसभा में संख्या बल पहले ही कम है और अब मोर्चे के तीसरे सबसे बड़े घटक केरल कांग्रेस (मणि गुट) की नाराजगी ने मोर्चे का संकट और बढ़ा दिया है।
जयराम रमेश ने ही खोला था अडानी का रास्‍ता

जयराम रमेश ने ही खोला था अडानी का रास्‍ता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी माने जाने वालेे उद्योगपति गौतम अडानी ने साफ कहा है कि कांग्रेस नेता जयराम रमेश अडानी ग्रुप का हवाला देकर छत्‍तीसगढ़ मेंं जिस माइनिंग प्रोजेक्‍ट की बात कर रहे हैं उसकी मंजूरी खुद उन्‍होंने दी थी। शासन में पर्यावरण मंत्री के रूप में पद छोड़ने से पहले यह उनका आखिरी एग्जिक्यूटिव ऑर्डर था।
जोगी बोले, ममता और नीतीश से मिल जाऊंगा पर कांग्रेस में नहीं जाऊंगा

जोगी बोले, ममता और नीतीश से मिल जाऊंगा पर कांग्रेस में नहीं जाऊंगा

कांग्रेस से अलग हुए छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ नेता अजीत जोगी ने अगले आम चुनावों से पहले तीसरा मोर्चा बनने पर ममता बनर्जी और नीतीश कुमार के साथ इसमें खुद के शामिल होने का संकेत दिया है। उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस में कभी वापस नहीं जाएंगे। रमन मुक्त छत्तीसगढ़ उनकी शीर्ष प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि नीतीश और ममता ने उन्हें फोन कर कांग्रेस छोड़कर नयी पार्टी बनाने के फैसले पर बधाई दी।
केरल के 17 मंत्रियों पर आपराधिक मामला, तमिलनाडु के 24 मंत्री करोड़पति

केरल के 17 मंत्रियों पर आपराधिक मामला, तमिलनाडु के 24 मंत्री करोड़पति

नेशनल इलेक्शन वाच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (डीआर) द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार तमिलनाडु की नवनियुक्त सरकार के 24 मंत्री करोड़पति हैं और आठ के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज है। वहीं केरल में बनी नई वाम मोर्चा की सरकार में पांच मंत्री करोड़पति हैं और 17 के खिलाफ अपराधिक मामले दर्ज हैं।
कमजोर होती कांग्रेस का विकल्प बनेगा तीसरा मोर्चा

कमजोर होती कांग्रेस का विकल्प बनेगा तीसरा मोर्चा

उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों के लिए जब कांग्रेस कार्यकर्ताओं से आवेदन मांगे जा रहे थे तो कई सीटों के लिए आवेदन ही नहीं आए। जो आए भी उनमें ज्यादातर खानापूर्ति के लिए थे अगर टिकट मिल गया तो चुनाव लड़ जाएंगे। कुल सीटों के लिए कांग्रेस से टिकट पाने वाले गंभीर उम्मीदवारों की संख्या‍ महज सौ के आसपास है जो वास्तव में पार्टी के प्रति अपनी आस्था जताते हुए चुनाव लडऩा चाहते हैं।
केरल हिंसा: राष्ट्रपति से मिला भाजपा प्रतिनिधिमंडल, येचुरी का पलटवार

केरल हिंसा: राष्ट्रपति से मिला भाजपा प्रतिनिधिमंडल, येचुरी का पलटवार

केरल में वाम मोर्चा की जीत के बाद माकपा और भाजपा कार्यकर्ताओं की झड़प की गूंज आज राष्ट्रीय राजधानी में भी सुनाई पड़ी। भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात कर उनसे हस्तक्षेप की मांग की। इससे पहले दिन में माकपा कार्यालय के बाहर दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई जिसके बाद करीब 600 लोगों को हिरासत में लिया गया।
पर्दे के पीछे से भाजपा की राह रोकने की कवायद

पर्दे के पीछे से भाजपा की राह रोकने की कवायद

केरल का चुनाव यूं तो हमेशा से कांग्रेस नीत संयुक्त मोर्चा और माकपा नीत वाम मोर्चा के बीच ही होता है और यह चुनाव भी कोई अपवाद नहीं है मगर पिछले चुनावों के मुकाबले इस बार एक फर्क यह है कि इस बार भारतीय जनता पार्टी को उसके विपक्षी भी गंभीरता से ले रहे हैं।
असम में भाजपा के सहयोगियों को तोड़ने की तैयारी में हैं अजमल

असम में भाजपा के सहयोगियों को तोड़ने की तैयारी में हैं अजमल

असम के विधानसभा चुनाव में अगर भारतीय जनता पार्टी को अपने दम पर बहुमत नहीं मिलता है तो उसके लिए सरकार बनाने की राह मुश्किल हो सकती है क्योंकि राज्य में मुस्लिम मतदाताओं पर अच्छी पकड़ रखने वाले एआईयूडीएफ के प्रमुख बदरुद्दीन अजमल ने भाजपा को सरकार बनाने से रोकने के लिए कांग्रेस, असम गण परिषद और बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट को साथ लेकर धर्मनिरपेक्ष मोर्चा बनाने का सुझाव दिया है।
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