कुछ दिन पहले ही केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने यूपी के चुनावों में भाजपा द्वारा एक भी मुस्लिम को टिकट नहीं दिए जाने पर अफसोस जताया था और अब दो और केंद्रीय मंत्रियों ने पार्टी के इस फैसले को गलत करार दिया है।
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में मुसलमानों से लगातार वोट की अपील कर रही बसपा सुप्रीमो मायावती ने रविवार को कहा कि राज्य में सपा के लगभग पांच साल और केन्द्र में भाजपा के पौने तीन वर्ष के कार्यकाल के दौरान दोनों की गलत नीतियों से प्रदेश की 22 करोड़ जनता नाराज है।
मणिपुर की पहली मुस्लिम महिला उम्मीदवार नाजीमा बीबी का कहना है कि उनके चुनाव लड़ने के खिलाफ फतवा जारी होने के बावजूद वह घरेलू हिंसा के खिलाफ अपनी लड़ाई और मुस्लिम महिलाओं के उत्थान के लिए अपने प्रयास जारी रखेंगी।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुंबई में प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट अदालत को बताया है कि विवादास्पद इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाईक देश-विदेश में फर्जी कंपनियां बनाकर मनी लांड्रिंग करता था। ईडी ने अदालत को यह भी बताया कि भड़काऊ भाषणों के जरिये नाईक बड़ी मात्रा में संपत्ति अर्जित कर चुका है।
अमेरिका ने पाकिस्तान की सूफी दरगाह पर हुए आतंकी हमले की निंदा करते हुए कहा है कि वह आतंकवाद से मुकाबला करने के लिए पाकिस्तान के साथ मिलकर काम करता रहेगा। इस हमले में सौ लोगों की मौत हो गई।
पाकिस्तान के सिंध प्रांत के सहवान कस्बे में स्थित लाल शाहबाज कलंदर दरगाह के भीतर आज रात हुए आत्मघती विस्फोट में करीब सौ लोगों की मौत हो गई और दो सौ से अधिक लोग घायल हो गए। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार आतंकी संगठन आईएसआई ने हमले की जिम्मेदारी ली है।
उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में प्रचार से दूर रखा जाना भाजपा सांसद और बॉलीवुड अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा के लिए काफी पीड़ादायक है। उन्होंने स्टार प्रचारकों की सूची में अपना नाम नहीं देख कर आश्चर्य जताते हुए पटना में कहा कि उन्हें प्रचारकों की सूची से बाहर रखा है। पार्टी देश के स्टार प्रचारक को भूल गई है। फिर भी वह पार्टी को शुभकामनाएं देते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को एक ही सिक्के के दो पहलू बताते हुये एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि एक तरफ जहां मोदी मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए गुजरात में दंगे नहीं रोक पाये थे वहीं दूसरी तरफ मुजफ्फरनगर के दंगों को अखिलेश नही रोक पाये, फिर दोनों में क्या फर्क बचा।
सुप्रीम कोर्ट की पांच सदस्यीय संविधान पीठ मुस्लिम समाज में प्रचलित तीन तलाक, निकाह हलाला और बहुविवाह की प्रथा को लेकर दायर याचिका पर सुनवाई करके इनका फैसला करेगी।