रेलवे के कुछ मार्गों पर 2017 में 160 से 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली भूरे, गाढ़े नीले और पीले रंगों में रंगी ट्रेनें दिख सकती हैं। भारतीय रेल ने सेमी हाई स्पीड ट्रेनें शुरू करने की योजना बनायी है और राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान (एनआईडी) द्वारा तैयार की गई इन रंगों की योजना वाइटैलिटी (उत्साह) का चयन किया है जो सबसे तेज रफ्तार वाले जानवर चीता से प्रेरित है। इन ट्रेनों के डिब्बे भूरे और गाढ़े नीले रंग में रंग होंगे और उनका किनारा पीले रंग का होगा।
देश भर में सूखे की स्थिति से निपटने के लिए केंद्र और राज्य सरकाराें द्वारा उठाए जा रहे कदमों को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सख्त रुख दिखाया है। स्वराज अभियान की याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट की एक बेंच ने केंद्र और 11 राज्यों को अगले 10 दिनों के भीतर इस मुद्दे पर जवाब देने को कहा है।
दिल्ली व अंडमान निकोबार सिविल सेवा (दानिक्स) के दो अधिकारियों के निलंबन का विरोध करते हुए दिल्ली सरकार के लगभग सभी वरिष्ठ नौकरशाह आज सामूहिक छुट्टी पर चले गए। उधर, केंद्र सरकार ने इन अधिकारियों के निलंबन को निरस्त कर दिया है। इस मुद्दे को लेकर केंद्र और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच टकराव बढ़ गया है। केजरीवाल ने अधिकारियों की हड़ताल को सम-विषम योजना को नाकाम करने की साजिश करार दिया है।
डीडीसीए विवाद में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक सनसनीखेज खुलासा किया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि डीडीसीए मे खिलाड़ियों के चयन के लिए अधिकारी सेक्स की मांग करते थे।
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए कथित रूप से जासूसी करने वालों के साथ गोपनीय सूचनाए साझा करने के आरोप में वायुसेना के एक बर्खास्त अधिकारी को दिल्ली पुलिस ने पंजाब के भटिंडा से गिरफ्तार किया है। इस अधिकारी को जासूसों ने मोहजाल के जरिए फंसाया था।
दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ के कथित भ्रष्टाचार को लेकर भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी के बीच चल रही सिेयासत के बीच इस मसले की जांच के लिए गठित गोपाल सुब्रह्मण्यम आयोग ने जांच के लिए और मैन पावर की मांग की है।
भूखमरी और कंगाली के बीच खुदकुशी को मजबूर भारतीय किसानों की दस्तान पुरानी पड़ चुकी है। अब नई तस्वीर देखिए। देश के प्रमुख अखबारों के पहले पन्नों पर सपरिवार मुस्कुराता किसान। हाव-भाव से गरीब लेकिन चेहरे पर 'खुशहाल किसान' वाली चिर-परिचित स्माइल। बच्चा नंगे पांव लेकिन मुस्कान भरपूर। ये फेसबुक के मार्क जुकरबर्ग का किसान है जो कृषि संकट भूल नेट निरपेक्षता की बहस को निपटज्ञने का मोहरा बन गया है। ये काम भारत का किसान ही कर सकता है।