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Search Result : "मुख्यधारा की राजनीति"

खाट के साथ गन्ने के खेत का खतरा

खाट के साथ गन्ने के खेत का खतरा

राहुल गांधी को खाट-सभा की सलाह देने वाले पी के जैसे सलाहकारों को यह पता नहीं होगा कि गांवों में हरियाली खेती के आसपास खाट बिछाकर थोड़ा सुकून मिल सकता है, वहीं कुछ गड़बड़ होने पर गन्ने की खेती से निकलकर भागना घायल कर देता है।
अन्‍ना केजरीवाल पर बरसे, बोले क्‍या यही है स्‍वराज

अन्‍ना केजरीवाल पर बरसे, बोले क्‍या यही है स्‍वराज

संदीप कुमार के सेक्स स्कैंडल को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता अन्‍ना हजारे ने आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल पर वैचारिक हमले किए हैं। लाेकपाल को लेकर भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन चलाने वाले अन्ना हजारे ने पूछा है कि क्या यही केजरीवाल का स्वराज है?
मुख्यधारा के कलाकारों को डरावनी फिल्मों की कहानियां आकर्षित नहीं करतीं : इमरान

मुख्यधारा के कलाकारों को डरावनी फिल्मों की कहानियां आकर्षित नहीं करतीं : इमरान

इमरान हाशमी भले ही कुछ डरावनी फिल्मों में काम कर चुके हों लेकिन उनका मानना है कि मुख्यधारा के कई कलाकार ऐसी फिल्मों से बचते हैं क्योंकि वे फिल्मों के इस प्रकार को अभिनय वाला नहीं मानते हैं।
हुड्डा ने सीबीआई के छापों को राजनीतिक बदले की कार्रवाई करार दिया

हुड्डा ने सीबीआई के छापों को राजनीतिक बदले की कार्रवाई करार दिया

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपने आवासों एवं अन्य स्थानों पर सीबीआई के छापों को भाजपा सरकार द्वारा अपने विरोधियों के खिलाफ शुरू की गई राजनीतिक बदले की कार्रवाई करार दिया।
रूपनवाल पैनल ने यूजीसी को रिपोर्ट सौंपी, दलित नहीं था रोहित वेमुला

रूपनवाल पैनल ने यूजीसी को रिपोर्ट सौंपी, दलित नहीं था रोहित वेमुला

देश में दलितों की राजनीति करने वालों को मुंह की खानी पड़ी है। इसी साल जनवरी में हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में आत्महत्या करने वाला 26 वर्षीय रिसर्च स्कॉलर रोहित वेमुला को लेकर नया खुलासा हुआ है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा गठित जांच पैनल के मुताबिक रोहित दलित नहीं था।
बसपा को झटका, पूर्व सांसद ब्रजेश पाठक भाजपा में शामिल हुए

बसपा को झटका, पूर्व सांसद ब्रजेश पाठक भाजपा में शामिल हुए

बसपा से दो बार सांसद रह चुके ब्रजेश पाठक सोमवार को भाजपा में शामिल हो गए। अगले साल होने वाले विधानसभा से पहले पाठक का पार्टी छोड़ना बसपा के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
यूपी में भाजपा, बसपा और सपा ने बापू की विरासत के टुकड़े किए: आजाद

यूपी में भाजपा, बसपा और सपा ने बापू की विरासत के टुकड़े किए: आजाद

कांग्रेस महासचिव और राज्यसभा में नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद ने रविवार को लखनऊ में कांग्रेस की 27 साल यूपी बेहाल यात्रा के दूसरे चरण की शुरुआत की। इस मौके पर उन्होंने पिछले 27 सालों के दौरान प्रदेश की सरकार में रहने वाली पार्टियों भाजपा, बसपा और सपा पर देश को एकजुटता के सूत्र में पिरोने वाले महात्मा गांधी की विरासत के टुकड़े-टुकड़े करने का आरोप लगाया और कहा कि उनकी पार्टी राष्ट्रपिता के एकता के सिद्धांत के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को जनता के सामने रखकर वोट मांगेगी।
सत्ता की राजनीति का जहर

सत्ता की राजनीति का जहर

पंजाब में मादक पदार्थों के अवैध धंधे का सत्ता की राजनीति पर गहरा असर है। यह दोष केवल वर्तमान सत्तारूढ़ दल और सरकार का नहीं है। लगभग तीन दशकों के दौरान जहर की तस्करी और उससे होने वाली अवैध कमाई ने संपूर्ण व्यवस्‍था को तबाह किया। पंजाब-हरियाणा में अन्य राज्यों की तरह शराब के ठेकों से सरकारी खजाने में बड़ी आमदनी होती है। खजाना भरने के लिए ठेके और शराब की खपत बढ़ती गई। हरियाणा की स्‍थापना के बाद पहले तो पर्यटन स्‍थलों पर सरकार ने ही पब और राजमार्गों पर शराब के ठेकों को बढ़ावा दिया। फिर अति उत्साही आदर्शवादी कहलाने के लिए राज्य सरकार ने प्रदेश में शराबबंदी लागू की। लेकिन जल्द ही अवैध धंधे, जहरीली शराब से लोगों के मरने की नौबत आने पर सरकार ने फैसला बदल दिया।
अल्‍पसंख्‍यक दर्जा : एएमयू ने कहा, केंद्र के बदले स्‍टैंड के पीछे राजनीति

अल्‍पसंख्‍यक दर्जा : एएमयू ने कहा, केंद्र के बदले स्‍टैंड के पीछे राजनीति

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) ने सुप्रीम कोर्ट में कहा है कि भाजपा नीत केंद्र सरकार ने अल्‍पसंख्‍यक मामले में जो स्टैंड बदला है, उसके पीछे राजनीतिक विचारधारा मुख्‍य वजह है। विश्वविद्यालय के मुताबिक, केंद्र का फैसला तर्कसंगत नहीं है, अनुचित है और राजनीतिक वजहों से लिया गया है।
कभी समर्थकों से घिरी रहने वाली उमा भारती आज पड़ गईं अकेली

कभी समर्थकों से घिरी रहने वाली उमा भारती आज पड़ गईं अकेली

कभी भाजपा की फायर ब्रांड नेता रहीं केंद्रीय मंत्री उमा भारती हमेशा भीड़ से घिरी रहती थीं। जहां जातीं समर्थकों का हुजूम उनके स्वागत के लिए उमड़ पड़ता था। लेकिन आज स्थिति बिल्कुल उलट गई है। उमा भारती अब हर जगह अकेली दिखाई देती हैं। केंद्रीय मंत्री होने के बावजूद आगे पीछे रहने वाले समर्थक नदारद हैं। और तो और देश के किसी हिस्से में पहुंचने पर स्वागत के लिए समर्थकों का जो हुजूम उमड़ पड़ता था आज वह भी कहीं दिखाई नहीं देता।
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