सैमसंग गैलेक्सी नोट 7 स्मार्टफोनों में आग लगने की रिपोर्टरों के मद्देनजर अमेरिका में परिवहन विभाग ने एक आपातकालीन आदेश जारी करके विमानों में ये स्मार्टफोन ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
देश में निजी रक्षा उद्योग के क्षेत्र में हुए एक बड़े सौदे के तहत अनिल अंबानी की अगुवाई वाले रिलायंस समूह और राफेल विनिर्माता दसाल्ट एविएशन ने संयुक्त उद्यम लगाने की घोषणा की है। यह उद्यम लड़ाकू जेट सौदे के तहत 22,000 करोड़ रुपये के ऑफसेट अनुबंध को पूरा करने में अहम भूमिका निभाएगा।
एयर इंडिया का प्रतीक गौरवशाली ‘महाराजा’ रहा है। तकनीकी रूप से इसका स्वायत्तशासी प्रबंध मंडल है। लेकिन असली वित्तीय और प्रशासनिक कमान भारत सरकार के पास है। इंडियन एयरलाइंस को भी एयर इंडिया में समाहित कर दिए जाने के बाद राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का बड़ा दायित्व भारतीय विमान सेवा पर है। लेकिन सारे आधुनिकीकरण और विस्तार के बावजूद महान भारत की इस विमान सेवा में सड़ा, बासी, अधपका खाना परोसे जाने की शिकायतें वर्षों से होती रही हैं।
भारत ने फ्रांस के साथ जिन 36 राफेल विमानों की खरीद का करार किया है, उनको वायुसेना में शामिल किए जाने के बाद दो स्क्वायड्रन बढ़ जाएंगे। ये विमान 2019 से 2023 के बीच भारत को मिलेंगे। माना जा रहा है कि इससे भी लड़ाकू विमानों की कमी पूरी नहीं होगी। अभी ही वायुसेना के बेड़े में विमान कम हैं। सेवारत मिग विमानों के फेज आउट होने के बाद संख्या और घटने वाली है। ऐसे में भारत की उम्मीदें अमेरिका, स्वीडन और रूसी कंपनियों से भविष्य में होने वाले विमान खरीद सौदों पर टिकी हैं।
भारत और फ्रांस ने राफेल लड़ाकू विमानों के लिए आज 7.87 अरब यूरो के सौदे पर हस्ताक्षर किए। नवीनतम मिसाइलों और शस्त्र प्रणालियों से लैस इन लड़ाकू विमानों से भारतीय वायु सेना की मारक क्षमता बढ़ेगी। माना जा रहा है कि परमाणु वारहेड वहन करने की प्रणाली से युक्त ऐसे लड़ाकू विमान भारत के धुर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान और चीन के पास भी नहीं हैं।
भारत और फ्रांस के बीच 36 लड़ाकू विमानों की खरीद पर डीलिंग हो गई है। 7.878 अरब यूरो की लागत पर फ्रांस भारत को 36 लड़ाकू विमान बेचेगा। डील पर फ्रांस के रक्षा मंत्री ज्यां जीन यीव्स ली ड्रियान की उपस्थिति में शुक्रवार को हस्ताक्षर किए जाएंगे।
फ्रांस के रक्षा मंत्री ज्यां यीव ली डियान 22 सितंबर को भारत आ रहे हैं। इस दौरान उनके साथ देसाल्त एविएशन, थेल्स और एमबीडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी भी होंगे ताकि 36 राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद के 7.87 अरब यूरो के सौदे को अंतिम रूप दिया जाएगा।
अमेरिका ने इस्राइल के साथ अपने इतिहास की अब तक की सबसे बड़ी सैन्य संधि पर हस्ताक्षर किए हैं। इस संधि के तहत इस्राइल आधुनिक विमान एवं हथियार खरीदेगा और अपनी सेना की मिसाइल रक्षा प्रणाली को मजबूत करेगा।
रक्षा मंत्रालय ने सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय को सप्रंग सरकार के कार्यकाल में हुए 20.8 करोड़ डॉलर के एम्ब्रेयर विमान सौदे में रिश्वत लिए जाने के आरोपों की जांच करने को कहा है। यह सौदा वर्ष 2008 में ब्राजील के विमान निर्माता एम्ब्रेयर और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के बीच हुआ था।