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Search Result : "भूकंप मीडिया कवरेज"

नेपाल में तबाही, 2 हजार से ज्यादा मौतें

नेपाल में तबाही, 2 हजार से ज्यादा मौतें

नेपाल में आए शक्तिशाली भूकंप ने पूरे उत्‍तर भारत और हिमालय क्षेत्र को हिलाकर रख दिया है। नेपाल में आज सुबह दोबारा भूकंप के झटके महसूस किए गए। वहां आई भीषण तबाही में मारने वालों का आंकड़ा 1900 तक पहुच गया है। भारत में 60 से ज्यादा लोग मारे गए है। भूकंप का असर पकिस्‍तान, चीन और बांग्लादेश तक रहा है। शुरू में में भूकंप की तीव्रता 7.5 आंकी गई थी जिसे बाद में 7.9 बताया गया है।
नेपाल में महाराष्‍ट्र व तेलंगाना के 125 लोग फंसे

नेपाल में महाराष्‍ट्र व तेलंगाना के 125 लोग फंसे

महाराष्ट्र और तेलंगाना के करीब 125 लोग भी भूकंप के बाद नेपाल में फंसे हुए हैं। दिल्ली स्थित महाराष्‍ट्र सूचना केंद्र के अधिकारियों के अनुसार नासिक से करीब 80 लोग तीर्थयात्राा के लिए नेपाल गए थे जबकि 15-20 लोग टैकिंग अभियान पर थे।
एवरेस्‍ट हिला, बेस कैंप में 18 लोग मरे

एवरेस्‍ट हिला, बेस कैंप में 18 लोग मरे

एवरेस्‍ट बेस कैंप में भूकंप के बाद हुए भयंकर भू-स्‍खलन में 18 पर्वतारोही मारे गए जबकि कई अभी लापता है। भारतीय सेना वहां से 13 शव निकाल चुकी है। सभी विदेशी पर्वतारोही हैं।
गजेंद्र की खुदकुशी पर सोशल मीडिया पर फूटा गुस्सा

गजेंद्र की खुदकुशी पर सोशल मीडिया पर फूटा गुस्सा

देश की संसद से महज चंद किलोमीटर दूर जंतर-मंतर पर राजस्थान के किसान गजेंद्र सिंह ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। तंगहाली और गरीबी से तंग गजेंद्र की मौत का तमाशा देखते रहे सभी। हजारों की तादाद में वहां लोग और पुलिसक्रमी मौजूद थे। सभी ने गजेंद्र को पेड़ पर चढ़ते हुए देखा और आत्महत्या की तैयारी करते हुए भी। देखते ही देखते गजेंद्र फंदे से झूल गया और चंद सेकेंड में उसके प्राण पखेरू उड़ गए। उस वक्त आप के तमाम बड़े नेता मंच पर मौजूद थे लेकिन भाषणबाजी का सिलसिला जारी रहा। सोशल मीडिया पर इस शर्मनाक घटना को लेकर जहां नेता, किसानों की बरबाद फसलों और मौतों पर अपनी रोटियां सेंक रहे हैं वहीं आम इंसान गजेंद्र की आत्महत्या से बेहद गुस्से में है।
पिपली लाइवः दिल्ली में किसान की जान के मायने

पिपली लाइवः दिल्ली में किसान की जान के मायने

शर्म इनको नहीं आती। एक किसान ने अपनी जान दी। उसने किस गहरे नैराश्य में डूबकर अपनी जिंदगी को फांसी लगाई, इस पर चर्चा करने के बजाय बाकी सारे पहलुओं पर बात पूरी बेहयायी के साथ बैटिंग चल रही है। किसान अपनी जेब में अपनी व्यथा की जो छोटी सी पुर्जी लेकर चल रहा था, वैसी ही पुर्जी लाखों किसानों ने आत्महत्या करने से पहले अपने दिलों में लिखी होगी।
कारण बताओ नोटिस को योगेंद्र यादव ने मजाक बताया

कारण बताओ नोटिस को योगेंद्र यादव ने मजाक बताया

पार्टी से निष्कासन निकट होने के साथ आप के बागी नेता योगेंद्र यादव ने शनिवार को सोशल मीडिया के जरिए पार्टी पर हमला बोलते हुए उन्हें मिले कारण बताओ नोटिस को मजाक करार दिया।
अडानी-मोदीः तू जहां-जहां चलेगा....

अडानी-मोदीः तू जहां-जहां चलेगा....

विदेशी दौरों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उद्योगपति गौतम अडानी को अक्सर देखा जा रहा है। सोशल मीडिया पर किस प्रकार लोग इसपर चुटकियां ले रहे हैं।
राहुल वापसी के बजाय जमीन वापसी पर चर्चा बेहतर होगी

राहुल वापसी के बजाय जमीन वापसी पर चर्चा बेहतर होगी

मीडिया, खासकर इलेक्ट्रॉनिक ‌मीडिया आज दिनभर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की 56 दिनों की छुट्टी के बाद दिल्ली वापसी की खबरों को लेकर जितना व्यग्र था उतना तो शायद कांग्रेस अध्यक्ष भी पार्टी के भविष्य को लेकर न रही होगी।
असल घर वापसी तो यह है

असल घर वापसी तो यह है

56 दिन के बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भारत लौट आए हैं। वह नई जिम्मेदारी के लिए तरोताजा होंगे। लेकिन उनकी वापसी के मसले पर सोशल मीडिया पर अफवाहों का बाजार गरम है तो कुछ लोग उनका मजाक भी उड़ा रहे हैं।