पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने नोटबंदी पर अपनी चिंता जाहिर की है। पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि देश का विकास धीमा पड़ने की वजह नोटबंदी है। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था केवल सार्वजनिक व्यय के इंजन पर चल रही है। लाखों नौकरियां खत्म हो रही है और निजी क्षेत्र का निवेश ध्वस्त हो गया है।
जनता दल (यू) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद शरद यादव ने शिवराज सरकार को घेरते हुए कहा कि मंगलवार को मंदसौर में नरसंहार किया गया है। इस नरसंहार में किसानों की काफी जानें गई हैं, लेकिन सरकार छिपा रही है।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के घर पर मंगलवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी की मीटिंग में हुई। सोनिया गंधी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में मौजूदा राजनीतिक और आर्थिक हालात, गौरक्षा और कश्मीर में चल रही हिंसा के अलावा अगले महीने होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को लेकर चर्चा हुई।
लगातार दूसरे दिन भी NIA (नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी) ने कश्मीर में टेरर फंडिंग मामले को लेकर छापेमारी जारी रखी। NIA सुत्रों का कहना है कि रविवार को कश्मीर में श्रीनगर की 4 लोकेशन और जम्मू की 1 लोकेशन पर छापेमारी की गई। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही शनिवार को कश्मीर,दिल्ली और हरियाणा में 23 जगहों पर छापे मारी की गई थी।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक बार फिर राज्य की भाजपा सरकार पर हमला बोला है। अखिलेश ने कहा कि राज्य की कानून-व्यवस्था दिन पर दिन बिगड़ती जा रही है। उन्होंने प्रश्न करते हुए कहा कि भाजपा ने चुनावी वादे क्या सरकार बनाने के लिए ही किए थे।
दिल्ली विधानसभा में आप के बर्खास्त मंत्री कपिल मिश्रा की पिटाई ने केजरीवाल सरकार की फजीहत करा दी है। दिल्ली विधानसभा में हुई इस घटना के बाद कपिल ने कहा कि इस घटना को देखकर सत्येन्द्र जैन और केजरीवाल सदन में हंस रहे थे।
उत्तर प्रदेश में राज्य मंत्री स्वाति सिंह द्वारा लखनऊ में बीयर बार के उद्घाटन किए जाने पर जमकर हंगामा हो रहा है। कांग्रेस ने इसे शराबबंदी के लिए प्रदर्शन कर रही महिलाओं का अपमान करार दिया है। वहीं इस मामले पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी रिपोर्ट मांगी है।
बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने केंद्र में भाजपा सरकार के तीन साल पूरे होने पर केंद्र सरकार और प्रदेश में योगी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि इन तीन सालों में गरीब और गरीब हो गए जबकि अमीर और धनवान हो गए हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिर्फ बड़ी बड़ी बातें की, लेकिन काम कुछ नहीं किया।