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Search Result : "बिहार नतीजे"

प्रशांत किशोर बने नीतीश कुमार के सलाहकार, कैबिनेट मंत्री का दर्जा

प्रशांत किशोर बने नीतीश कुमार के सलाहकार, कैबिनेट मंत्री का दर्जा

बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का सलाहकार नियुक्त किया गया है।
मोदी ने जो सबक बिहार में नहीं सीखा वो सबक असम सिखाएगा उन्हें- मणिशंकर अय्यर

मोदी ने जो सबक बिहार में नहीं सीखा वो सबक असम सिखाएगा उन्हें- मणिशंकर अय्यर

पूर्वोत्तर के बारे में मैं कहना चाहूंगा कि असम एक ऐसा राज्य है, जहां अस्थिरता रही है। 70 के दशक में वहां भारी हंगामा रहा और 80 का दशक आते-आते हंगामा बढ़ता रहा। उसके समाधान के लिए, वहां लोकतंत्र लाने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने जो कदम उठाए वह आज तक किसी ने नहीं उठाए। सन 1985 में वहां हंगामा करने वालों की जीत हुई थी, उन्होंने सरकार चलाने की कोशिश की लेकिन उन्होंने असम को बरबाद करके छोड़ दिया। उनमें हुकूमत बनाए रखने की क्षमता नहीं थी। लेकिन यह लोकतंत्र है, यहां जो जनता चाहेगी उसी की सरकार बनेगी। बेहतर प्रदर्शन के आधार पर वोट मिलेंगे। आखिरकार जनता ने सही सरकार चुनी।
बिहार: सभी सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 35% आरक्षण

बिहार: सभी सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 35% आरक्षण

बिहार सरकार ने आज एक अहम फैसले में राज्य की सभी सेवाओं में महिलाओं के 35 प्रतिशत आरक्षण देने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में संपन्न हुई राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में यह फैसला लिया गया।
पीएम या पार्टी ने जब अच्छी या बुरी चीजें की तो मैं बोलाः शत्रुघ्न

पीएम या पार्टी ने जब अच्छी या बुरी चीजें की तो मैं बोलाः शत्रुघ्न

लंबे समय से भाजपा के गले की हड्डी बने पार्टी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने दावा किया है कि वह अगर निर्दलीय के तौर पर भी चुनाव लड़ते हैं तो वह जीत सकते हैं। उन्होंने यह भी माना कि उन्हें लंबे समय से अन्य पार्टियों से प्रस्ताव मिलते रहे हैं।
लालू 9वीं बार बने राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष, पीएम पर साधा निशाना

लालू 9वीं बार बने राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष, पीएम पर साधा निशाना

लालू प्रसाद को रविवार को लगातार 9वीं बार राष्ट्रीय जनता दल का अध्यक्ष चुन लिया गया। पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित राजद की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में उन्हें निर्विरोध अध्यक्ष निर्वाचित किया गया। इस अवसर पर लालू प्रसाद ने भाजपा और नरेंद्र मोदी की सरकार में देश के सुरक्षित नहीं होने का आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार की जीत के बाद अब वह सांप्रदायिक ताकतों को कुचलने और हस्तिनापुर (दिल्ली) से भाजपा को उखाड़ फेकने के लिए देश में धर्मनिरपेक्ष ताकतों को एकजुट करेंगे।
सत्ता और जनता के बीच सेतु का काम करुंगी- डॉ. मीसा भारती

सत्ता और जनता के बीच सेतु का काम करुंगी- डॉ. मीसा भारती

राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू यादव की बेटी डॉ. मीसा भारती भले ही लोकसभा का चुनाव हार गई हों लेकिन राजनीतिक सक्रियता बरकरार है। मीसा जनता के बीच बेहतर संवाद बनाए हुए हैं और भविष्य के लिए रणनीति तैयार कर रही हैं। आने वाले दिनों में मीसा की राजनीतिक भूमिका क्या होगी। इसको लेकर आउटलुक के विशेष संवाददाता ने विस्तार से बातचीत की। पेश है प्रमुख अंश-
बिहार: सरकारी साइट पर इंदिरा विरोधी लेख को लेकर विवाद

बिहार: सरकारी साइट पर इंदिरा विरोधी लेख को लेकर विवाद

बिहार सरकार की एक वेबसाइट पर इंदिरा गांधी की आलोचना वाले एक लेख ने विवाद खड़ा कर दिया है। सरकारी वोबसाइट पर छपे इस लेख ने विपक्षी भाजपा और उसके सहयोगी दलों को सत्तारूढ़ गठबंधन के दलों को निशाना बनाने का मौका दे दिया है। हालांकि हंगामा खड़ा होने के बाद वह लेख साइट से हटा लिया गया है।
जंगलराज पार्ट 2: बिहार में फिर दो हत्याएं

जंगलराज पार्ट 2: बिहार में फिर दो हत्याएं

ऐसा लगता है कि बिहार में जंगलराज की वापसी की आशंकाएं सही साबित होने लगी हैं। लालू प्रसाद यादव के 15 वर्ष के शासन के दौरान हत्याओं, अपहरण, रंगदारी, लूटपाट की जो घटनाएं आम थी वह नीतीश के दस वर्ष के शासन के दौरान थम गई थीं मगर सत्ता में पूरी ताकत के साथ लालू प्रसाद की वापसी के साथ एक बार फिर अपराध का पुराना दौर लौटता दिख रहा है।
दादरी कांडः अखलाक के फ्रिज में गोमांस नहीं मटन था

दादरी कांडः अखलाक के फ्रिज में गोमांस नहीं मटन था

उत्तर प्रदेश के दादरी में 28 सितंबर को गोमांस की अफवाह पर अखलाक नामक शख्स की पीट-पीट कर हत्या के मामले में नया मोड़ आ गया है। वेटनरी विभाग की रिपोर्ट में बताया गया है कि जो मांस का टुकड़ा पाया गया है वह बीफ नहीं बल्कि मटन (बकरे का मांस) था।
पिछड़ा वर्ग आरक्षण सरकार के लिए चुनौती

पिछड़ा वर्ग आरक्षण सरकार के लिए चुनौती

बिहार विधानसभा चुनाव में पिछड़ा वर्ग को मिले आरक्षण के एक मुद्दे ने देश की सियासत ही बदल दी। चुनाव के दौरान जिस तरह से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत के आरक्षण की समीक्षा के बयान की जो मतदाताओं में प्रतिक्रिया हुई, उसे देखते हुए भाजपा और राजग के साथ खड़े पिछड़े वर्ग के नेता सियासी अहमियत समझ अब इस वर्ग के हितों की बात खुलकर करने लगे हैं। हालांकि भाजपा नेताओं ने बार-बार इस बात को दुहराया कि आरक्षण की समीक्षा नहीं की जाएगी लेकिन इसका खास सियासी असर नहीं पड़ा।
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