एनडीए की तरफ से राष्ट्रपति पद उम्मीदवार घोषित रामनाथ कोविंद को समर्थन देने के बाद जेडीयू और आरजेडी में जुबानी जंग तेज हो गई है। दोनों ही पार्टियों के नेता एक दूसरे पर जमकर निशाना साध रहे हैं।
आजादी की लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभाने वाले दिग्गज नेता बाबू जगजीवन राम की बेटी मीरा कुमार को विपक्षी दलों ने अपना उम्मीदवार बनाकर एनडीए को महती चुनौती देने की कोशिश की है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जदयू ने हालाकि एनडीए के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को समर्थन देने की बात कहकर अपना पक्ष भले स्पष्ट कर दिया हो लेकिन बिहार की मीरा कुमार योग्यता और प्रशासनिक संवैधानिक अनुभव में कोविंद से बीस ही साबित होंगी। तो क्या नीतीश कुमार के सामने यह धर्मसंकट खड़ा हो सकता है कि वे बिहार की दिग्गज दलित बेटी का साथ देंगे।
एक ओर जहां पूरा विश्व 21 जून को मनाए जाने वाले ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ कार्यक्रम में भाग लेने की तैयारियों में लगा हुआ है। वहीं, दूसरी ओर बिहार सरकार इस कार्यक्रम में रुचि लेती नजर नहीं आ रही है। बिहार के सीएम नीतीश कुमार इसे ‘पब्लिसिटी स्टंट’ बताया है और इस कार्यक्रम में भाग न लेने की बात कही है।
एनडीए ने सोमवार को बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया गया। कोविंद को 8 अगस्त 2015 को बिहार के राज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था।
बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने एनडीए के राष्ट्रपति उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दी है। बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद एनडीए के उम्मीदवार होंगे।
अगर बिहार और दूसरे राज्यों की सरकारें वास्तव में शिक्षा को लेकर गंभीर हैं तो सिर्फ दंडात्मक कार्यवाही और जबानी जमा खर्च से काम नहीं चलेगा। उन्हें सकारात्मक कदम भी उठाने होंगे।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बिहार दौरे से पहले एक ऐसी घटना घटित हुई जिसने एक बड़े हादसे को टाल दिया। सीएम योगी की आज दरभंगा के ऐतिहासिक मैदान में जनसभा है, लेकिन इस कार्यक्रम से पहले ही सभा के आयोजन के लिए बना पंडाल गिर गया है।
बिहार के दरभंगा में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उन्हेंने यूपी में सरकार बनते ही सभी अवैध बूचड़खाने बंद करा दिए हैं। बिहार सीएम को चुनौती देते हुए उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार भी बिहार में अवैध बूचड़खानों को बंद करके दिखाएं।