सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव ने आज नई पार्टी बनाने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने कहा कि नेता जी को उनका सम्मान वापस दिलाने और समाजवादियों को एक साथ लाने के लिए मोर्चे का जल्द ऐलान होगा।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने बैंकिंग नियमन कानून में संशोधन संबंधी अध्यादेश को मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही सरकार ने रिजर्व बैंक को फंसे कर्ज की वसूली के लिये बैंकों को जरूरी कारवाई शुरू करने संबंधी निर्देश देने के लिये व्यापक अधिकार दे दिये हैं।
बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष निर्मल सिंह को पुलिस ने शराब पीकर हंगामा करने के आरोप में आज गिरफ्तार कर लिया है। निर्मल सिंह ने बुधवार को शराब पीकर पुलिस लाइन में ही जमकर हंगामा किया और आला अधिकारियों के साथ अभद्र व्यवहार और हाथापाई भी की।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान समाजवादी पार्टी के भीतर हुई कलह की बात सभी जानते हैं। लेकिन अब भी यह तनाव रूकने का नाम नहीं ले रहा है। सपा नेता शिवपाल यादव ने आज फिर अखिलेश यादव को खरी-खरी सुनाई।
तुर्क के राष्ट्रपति रीसेप तैयप एर्दोगन दो दिन के भारत के दौरे पर हैं। इस दौरान एर्दोगन और नरेंद्र मोदी एक बिजनेस इवेंट में शामिल हुए। हैदराबाद हाउस में मोदी और एर्दोगन की अधिकारिक मुलाकात हुई।
राष्ट्रपति चुनाव की घोषणा से पहले सभी सियासी दल अपनी रणनीति बनाने में जुट गए हैं। एक तरफ जहां कांग्रेस समेत केन्द्र के अन्य विपक्षी दल एक होने की कवायद कर रही है, वहीं शिवसेना ने एनसीपी नेता शरद पवार को राष्ट्रपति बनाने की मांग की है।
फिलीपींस के राष्ट्रपति रॉड्रिगो दुतेर्ते ने आतंकियों पर हमला बोलते हुए कहा कि वह लोगों के सिर काटने वाले मुस्लिम आतंकियों से '50 गुना ज्यादा क्रूर' हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि अगर ऐसे कट्टरपंथी जिंदा पकड़े गए तो वह उन्हें 'खा' भी सकते हैं। बोहॉल के सेंट्रल रिजॉर्ट में आतंकी हमले की घटना के बाद भडक़े रॉड्रिगो दुतेर्ते ने यह बयान दिया है।
दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के रोहमू गांव में सोमवार को आतंकियों ने गोलीबारी कर पीडीपी के जिलाध्यक्ष अब्दुल गनी पर हमला किया। घायल अब्दुल गनी की अस्पताल में मौत हो गई। जिस दौरान यह हमला हुआ उस समय वह श्रीनगर पीडीपी नेताओं से मिलने जा रहे थे। पिछले दो हफ्तों में दक्षिण कश्मीर में किसी पीडीपी नेता पर यह तीसरा हमला है।
राजभाषा पर बनी संसदीय समिति की 9वीं रिपोर्ट की ज्यादातर सिफारिशें राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने मान ली हैं। लेकिन इन सिफारिशों को जिस तरह प्रचारित किया जा रहा है, उससे हिंदी का भला कम, नुकसान ज्यादा हो सकता है। भाषाई वर्चस्व के जिन आरोपों से उबरने में हिंदी को कई दशक लगे, ऐसे खबरेें उन्हें फिर से जिंदा कर सकती हैं।