दुनिया बदल रही है। मगर औरतों के हालात नहीं बदल रहे। बांग्लादेश जैसी कंजरवेटिव सोसायटी में अगर घरेलू हिंसा को लेकर बात शुरू हो रही है तो एक उम्मीद तो जागती ही है।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ :आरएसएस: ने पश्चिम बंगाल में अपने संगठन को मजबूत करने और हिंदुओं को एकजुट करने के लिए भाजपा के सहयोग से राज्य भर में पांच अप्रैल को भव्य पैमाने पर रामनवमी का त्योहार मनाने की योजना बनाई है।
भारतीय अमेरिकी डॉक्टरों के एक संगठन ने भारत में डॉक्टरों पर बढ़ते हमलों की निंदा की। साथ ही सगंठन ने चिकित्सीय पेशेवरों के खिलाफ होने वाली हिंसा को खत्म करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हस्तक्षेप की भी मांग की है।
मानव तस्करी मामलों में गत वर्ष पश्चिम बंगाल सबसे आगे रहा, वहीं दूसरे नंबर पर राजस्थान का नाम सामने आया है। करीब 61 फीसदी मानव तस्करी के मामले इन दोनों राज्यों से हैं।
गुजरात के पाटन जिले में वडवाली गांव में एक साम्प्रदायिक झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए। पुलिस ने भीड़ को तितर बितर करने के लिए हवा में कई गोलियां चलाई जिसने मकानों और वाहनों में आग लगा दी।
उत्तर और मध्य भारत में अपनी पैंठ बनाने के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अब पश्चिम बंगाल, केरल, तमिलनाडु समेत कोरोमंडल क्षेत्र में मजबूत उपस्थिति दर्ज कराने पर जोर दे रहा है और इस संदर्भ में कार्य योजना और रूपरेखा को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
राष्ट्रीय स्ववंसेवक संघ (आरएसएस) ने पश्चिम बंगाल में बढ़ती जेहादी गतिविधियों और घटती हिंदू जनसंख्या पर आज चिंता जतायी और अपने कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि वे राज्य सरकार की साम्प्रदायिक राजनीति के खिलाफ जागरूकता उत्पन्न करें।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज कहा कि विश्वविद्यालयों और अकादमिक संस्थानों को निर्बाध बौद्धिक बहस के लिए पूर्वाग्रह, हिंसा या किसी कट्टर सिद्धांत से अवश्य ही मुक्त होना होगा। नालंदा में अंतरराष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन के विदाई सत्र में मुखर्जी ने कहा कि नालंदा, तक्षशिला और विक्रमशिला के प्राचीन शिक्षण केंद्रों ने छात्रों और शिक्षकों के रूप में दुनिया भर से मेधावी लोगों को आकर्षित किया।
पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक सुरजीत कार पुरकायस्थ ने शुक्रवार को अवमानना के मामले में कलकत्ता उच्च न्यायालय के न्यायाधीश सीएस कर्णन को उच्चतम न्यायालय की ओर से 10 मार्च को जारी जमानती वारंट सौंपा।
उत्तर प्रदेश में भारी बहुमत से उत्साहित भारतीय जनता पार्टी की नजर अब पश्चिम बंगाल पर है। वहां होने वाले पंचायत चुनाव और आगामी लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी एक त्रिस्तरीय रणनीति बना रही है।