पहले चरण में, लखनऊ मेट्रो 8.5 किमी के रूट पर अमौसी एअरपोर्ट से चारबाग़ रेलवे स्टेशन के बीच दौड़ेगी। ये सेक्शन मेट्रो के 23 किमी लम्बे नार्थ-साउथ गलियारे का प्रथम हिस्सा है, जिसमें करीब 6,800 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।
टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा पावर ने 4000 मेगावॉट वाले मूंदड़ा पावर प्रोजेक्ट को सिर्फ 1 रुपये में बेचने का प्रस्ताव रखा है। टाटा पावर ने यह प्रस्ताव गुजरात जैसे राज्यों के सामने रखा है, जो उससे बिजली खरीदते हैं।
यूपी में सरकार बदलते ही इसका असर भी दिखाई देने लगा है। यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने यमुना एक्सप्रेस-वे पर बनने वाले छह बिल्डरों के 17 प्रोजेक्टों को रद्द कर दिया है। इनमें गौर सन्स, अजनारा, जेपी ग्रुप और ओरिस इंफ्रा जैसे बिल्डर्स के प्रोजेक्ट शामिल हैं। इससे खासी संख्या में निवेशकों में घबराहट और आशंका पैदा हो गई है।
माइक्रोफाइनेन्स संस्थान, सैटिन क्रेडिटकेयर नेटवर्क लिमिटेड ने माइक्रो फाइनेन्स बाज़ार में वित्तीय जोखिम को कम करने और संचालानात्मक दक्षता बढ़ाने के लिए प्रोजेक्ट कैशलैस का लाॅन्च किया है। यह परियोजना फील्ड स्टाफ को कार्यस्थल पर जोखिम रहित अनुकूल वातावरण उपलब्ध कराएगी। परियोजना उत्पादकता बढ़ाएगी और कार्य के लिए प्रभावी प्रणाली का निर्माण करेगी। वर्तमान में कैशलैस मोड के द्वारा रोज़ाना 3 करोड़ से ज़्यादा लेनदेन होते हैं और यह संख्या तेज़ी से बढ़ रही है।
भारत में कितने बाघ हैं। सरकार के सबसे हालिया आकलन के अनुसार यह संख्या 2,226 है। वैज्ञानिक आधार पर की गई गणनाओं का आकलन है कि यह संख्या लगभग 1500 से 3000 के बीच रह सकती है। इतना अधिक अंतर नामी परियोजना प्रोजेक्ट टाइगर को सफल या विफल बनाने में एक बड़ी वजह बन सकता है। इसलिए ये आकलन नीति निर्धारण के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण हैं।
उत्तराखंड में 24 छोटी-बड़ी जलविद्युत परियोजनाओं का काम पिछले कई वर्षों से लटका पड़ा है। गैर सरकारी संगठनों और नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) का कहना है कि इन परियोजनाओं की वजह से पर्यावरणीय संतुलन बिगड़ रहा है।
हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर के पास एक सुरंग धंसने के कारण उसमें फंसे तीन मजदूरों में से दो को कई दिनों के प्रयास के बाद आज सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। हालांकि अब भी एक मजदूर के सुरंग के अंदर ही मलबे में फंसे होने की आशंका है।
देश में पर्यावरण गंभीर खतरे में है। जन-जंगल-जमीन इस तरह प्रदूषित हो गया है कि साफ हवा और साफ पानी के लाले पड़े हुए हैं। ऐसे में पहले से लचर पर्यावरण कानूनों को मजबूत बनाने के बजाय केंद्र सरकार पर्यावरण कानूनों की समीक्षा के नाम पर पर्यावरण और लोगों के अधिकारों को रहन रखने की कोशिश कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के लिए पर्यावरण शब्द का मतलब निवेश का पर्यावरण बन गया है।