नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया ने अपने ब्लॉग में देश की आर्थिक तरक्की का जिक्र किया है और इसमें कृषि को छोड़ अन्य दूसरे क्षेत्रों का योगदान बताया है। लेकिन उन्होंने यह जिक्र करना शायद उचित नहीं समझा कि पिछले जिस दशक के दौरान अर्थव्यवस्था में सबसे तेज विकास हुआ, उसी अवधि में रोजगार की विकास दर सबसे धीमी क्यों रही?
उत्तर कोरिया ने संयुक्त राष्ट्र प्रमुख बान की मून को एक औद्योगिक जोन की यात्रा संबंधी दिए गए निमंत्रण को बुधवार को रद्द कर दिया है। बान ने अचानक उठाए गए इस कदम को बहुत खेदजनक करार दिया है।
जाने-माने बैंकर के. वी. कामथ को आज ब्रिक्स देशों के समूह द्वारा गठित 50 अरब डॉलर के न्यू डेवलपमेंट बैंक (एनडीबी) का प्रमुख चुना गया है। ब्रिक्स समूह ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका जैसी पांच उभरती अर्थव्यवस्थाओं का समूह है।
कनाडा हिंदू सोसाइटी, मोर्रिस्विल्ले के सांस्कृतिक भवन के प्रांगण में अंतरराष्ट्रीय हिंदी समिति और हिंदी विकास मंडल के तत्त्वाधान में कवि- सम्मलेन का आयोजन हुआ। कवि सम्मलेन में बड़ी संख्या में श्रोता उपस्थित हुए।
जब वह मेरे दफ्तर मिलने के लिए आए तो अचानक ही लगा कि मेरा दफ्तर भी विकलांग व्यक्ति के लिए कितना असुविधाजनक है। वह हथेलियों में हवाई चप्पल पहने हुए पूरी सहजता और जबर्दस्त आत्मविश्वास के साथ दफ्तर में आ चुके थे। तकरीबन लपकते हुए वह कुर्सी की ओर बढ़े।
बीमा नियामक इरडा अभी वैश्विक पुनर्बीमा कंपनियों को देश में प्रवेश की मंजूरी देने के मानदंडों को अंतिम स्वरूप देने की प्रक्रिया में ही है लेकिन अंतरराष्ट्रीय कंपनियों ने अभी से अपने शीर्ष दलों को नियुक्त करना शुरू कर दिया है।
क्रिकेट के मैदान पर एक होनहार क्रिकेटर खिलाड़ी की मौत हो गई है। इस दफा हादसे के शिकार कोलकाता के ईस्ट बंगाल क्लब के क्रिकेटर अंकित केसरी हुए। तीन दिन पहले अंकित को सीएबी सीनियर नॉकआउट टूर्नामेंट में भवानीपुर क्लब के खिलाफ मैच के दौरान चोट लगी थी। ऊंचा कैच लेने के लिए वह और उनका साथी आपस में टकरा गए। वह पिछले तीन दिन से अस्पताल में थे। कल उन्होंने रिकवरी के संकेत दिए लेकिन आज तड़के दिल का दौरा पड़ने से उन्हें वेंटिलेटर पर रखना पड़ा और बाद में मृत घोषित कर दिया गया।
भूमि अधिग्रहण अध्यादेश को लेकर विपक्ष की आलोचनाओं से घिरे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि उनकी सरकार भूमि अधिग्रहण का एक तर्कसंगत ढांचा बना रही है जिससे किसानों और भू मालिकों को कोई कष्ट नहीं होगा।