आज कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक दूसरे पर तीखे हमले किए। राहुल गांधी ने दावा किया कि देश के किसान, मजदूर और व्यापारी के साथ-साथ बड़े-बड़े उद्योपति भी रो रहे हैं। उधर, असम में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने संसद नहीं चलने के लिए गांधी परिवार को जिम्मेदार ठहराया।
भाजपा सांसद और सिने अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात संबोधन पर परोक्ष रूप से कटाक्ष करते हुए आज कहा कि वह मन की बात के बजाए दिल की बात में विश्वास रखते हैं। दूसरी ओर भाजपा के युवा प्रकोष्ठ ने उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
दिल्ली में एक महिला ने सुरक्षा घेरे को तोड़ते हुए प्रधानमंत्री के काफिले के रास्ते पर एक गमला फेंक दिया। इस घटना से थोड़ी देर के लिए अफरा-तफरी मच गई। पुलिस ने महिला को हिरासत में ले लिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शायद अपनी जेब में ज्यादा पैसे रखना नहीं चाहते हैं जबकि उनकी कुल संपत्ति 1.41 करोड़ रुपये से अधिक की है। उनकी संपत्ति का एक बड़ा हिस्सा आवासीय प्रॉपर्टी से ही है जो उन्होंने 13 साल पहले खरीदी थी और अब इसकी कीमत 25 गुना से भी अधिक हो गई है।
वरिष्ठ भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आड़े हाथ लेते हुए आरोप लगाया कि इस सरकार में कोई संवाद नहीं हो रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि इस सरकार का हाल इंदिरा गांधी की अगुवाई वाली कांग्रेस की उस सरकार की तरह हो सकता है जिसे आपातकाल के बाद मुंह की खानी पड़ी थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वर्ष 2016 में पहली बात 'मन की बात' कार्यक्रम के जरिये देशवासियों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने लोगों को 30 जनवरी के दिन 2 मिनट का मौन रखकर देश के लिए अपना जीवन लगा देने वाले महापुरुषों को याद करने का मूलमंत्र दिया।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने शनिवार को कहा कि पाकिस्तान जल्द ही पठानकोट आतंकवादी हमले की जांच पूरी कर उसे सार्वजनिक करेगा। साथ ही शरीफ ने यह भी माना कि पठानकोट हमले की वजह से भारत-पाक बातचीत में खलल पड़ी है जो कि सकारात्मक दिशा में बढ़ रही थी।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने लंबे समय से चली आ रही इन अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया है कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद वह अंतरिम प्रधानमंत्री बनना चाहते थे। प्रणब ने इन अटकलों को गलत और द्वेषपूर्ण करार दिया है।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के संस्मरणों पर आधारित किताब, दि टर्बुलेंट ईयर्स:1980-1996 का गुरुवार को उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने विमोचन किया। किताब में बाबरी मस्जिद को गिराए जाने की घटना का जिक्र करते हुए मुखर्जी ने लिखा कि अयोध्या में रामजन्मभूमि मंदिर का ताला खुलवाना प्रधानमंत्री राजीव गांधी का गलत निर्णय था। मुखर्जी ने बाबरी विध्वंस को पूर्ण विश्वासघात करार दिया जिसने भारत की छवि नष्ट कर दी।