उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर हमला करते हुए कहा कि जिन लोगों ने कानून की धज्जियां उड़ायीं, वे ही आज सूबे की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहे हैं और भ्रष्टाचार की बात करने वाली बसपा मुखिया मायावती के ऐसे बोल खुद में एक अजूबा हैं।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में राजनीतिक पार्टियों के वार रूम में चुनाव से जुड़े हर छोटे-बड़े पहलू पर ध्यान दिया जा रहा है और समाजवादी पार्टी का वार रूम भी टीवी चैनलों की निगरानी से लेकर सोशल मीडिया पर प्रचार और रिसर्च के काम को अंजाम देने में लगा है।
गुजरात के अहमदाबाद में भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के सहयोग से लगी आयुर्वेद और प्राकृतिक उत्पाद प्रदर्शनी में राजनैतिक स्वास्थ्य की भी झलक देखने को मिल रही है। ऐन प्रवेश द्वार पर लगे पोस्टर में भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) का चेहरा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ लगा हुआ है। इससे संकेत मिल रहे हैं कि शायद दोनों के बीच की बर्फ पिघल रही है।
अमेरिकी राष्ट्रपति पद की डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन ने कहा है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था में जो भी गड़बड़ी है, डोनाल्ड ट्रंप उसके पोस्टर ब्वाय हैं। हिलेरी की यह टिप्पणी ऐसे समय पर आई है जब रिपब्लिकन उम्मीदवार ट्रंप ने वाशिंगटन में अपने नए होटल का प्रचार करने के लिए चुनावी प्रचार अभियान से अवकाश लिया है।
उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी परिवार में चाचा-भतीजे के बीच जारी वर्चस्व की लड़ाई अब बहुत ही तीखे मोड़ पर पहुंच गई है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा शिवपाल समेत चार मंत्रियों को बर्खास्त किए जाने पर मुलायम ने पार्टी के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव को पार्टी से बर्खास्त कर दिया।
बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीशचंद्र मिश्र ने पीएम नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को ब्राह्मण विरोधी बताया। उन्होंने कहा इन दोनों ने गुजरात में ब्राह्मणों का कत्लेआम कराया है। भाजपा ने राम मंदिर के नाम पर काफी धन जुटाया है। जिसका वह आगामी चुनाव में भरपूर उपयोग करेगी। उन्होंने कहा कि चुनाव के नाम पर भगवान याद आते हैं। घाटमपुर पर सतीशचंद्र मिश्र ब्राम्हण भाईचारा एकता सम्मेलन में शिरकत करने पहुंचे थे।
एक ताजा सर्वेक्षण रिपोर्ट में पांच भारतीय संग्रहालयों ने एशिया के सर्वश्रेष्ठ 25 संग्रहालयों में अपनी जगह बनाई है। भारत की सूची में लेह स्थित हॉल ऑफ फेम शीर्ष पर है जो यात्रियों को काफी आकर्षित करता है।
पुराने लेखकों और कवियों की अच्छी तस्वीरें इंटरनेट पर शायद ही मिलती हैं। ऐसी स्थिति का सामना हम में से ज्यादातर लोग करते तो हैं लेकिन इस स्थिति का हल नहीं निकाल पाते हैं। ऐसे में एक कलाकार कई तरह के कला माध्यमों का सहारा लेकर पूराने लेखकों-कवियों की पहचान को पुनर्जीवित करने का प्रयास कर रहा है।