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वॉ की खरी-खरी, अब सिर्फ पैसे के प्रति निष्ठा

वॉ की खरी-खरी, अब सिर्फ पैसे के प्रति निष्ठा

आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीव वॉ ने कहा कि पूरी दुनिया में चल रही ट्वेंटी20 लीग पैसे के प्रति निष्ठा को प्रोमोट कर रही हैं जिसने किसी भी देश के लिए क्रिकेट के सभी तीनों प्रारूपों में सही संतुलन बिठाना असंभव कर दिया है। वॉ को हालांकि लगता है कि भारत, आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड इस संतुलन को सही रखने में सबसे करीब हैं।
चर्चाः उनको पानी नहीं पैसा चाहिए | आलोक मेहता

चर्चाः उनको पानी नहीं पैसा चाहिए | आलोक मेहता

पश्चिमी देशों की तरह भारत में क्रिकेट के धंधे में शामिल दादा लोग बोतलबंद पानी, जूस या विदेशी ब्रांड शराब पसंद करते हैं। क्रिकेट खेल की सर्वोच्च संस्था बीसीसीआई में कुछ उस्ताद ऐसे भी होंगे, जिन्होंने कभी गांव के कुएं, तालाब या नाले के किनारे किसी तरह पानी को निकालते या ले जाते लोगों के दर्शन ही नहीं किए। उन्हें पानी की कीमत का अंदाज नहीं है।
बंगाल में चुनाव खर्च सीमा को धता बताने का रोडमैप

बंगाल में चुनाव खर्च सीमा को धता बताने का रोडमैप

चुनाव आयोग डाल-डाल और राजनीतिक पार्टियां पांत-पांत। बंगाल के विधानसभा चुनाव में जिस तरह से सरगर्मी दिख रही है, उससे साफ है कि पैसा पानी की तरह बहाने की तैयारी है और राजनीतिक दलों ने इसके रास्ते पहले से ही तैयार कर रखे हैं। चुनाव आयोग के मापदंडों के हिसाब से पार्टियां चलें तो एक राजनीतिक दल अधिकतम 82 करोड़ रुपए खर्च कर पाएगा। लेकिन तैयारी इससे कई गुना ज्यादा उड़ाने की है।
चर्चाः धन जनता का, चमके चेहरे मंत्रियों के | आलोक मेहता

चर्चाः धन जनता का, चमके चेहरे मंत्रियों के | आलोक मेहता

रेडियो पर एक गाना बहुत बजता है- ‘चेहरा न देखो, चेहरे ने लाखों को लूटा।’ यों यह गीत प्यार-मोहब्बत से जुड़ा है। लेकिन नेताओं-मंत्रियों के लिए इन शब्दों के अलग-अलग अर्थ लगाए जाते हैं। भोली भाली जनता चेहरे और वायदे पर वोट दे देती है। फिर खून-पसीने की मेहनत की कमाई का एक हिस्सा टैक्स के रूप में सरकारी खजाने को देती है। इसी सरकारी खजाने की रकम से सरकार में बैठे प्रभावशाली नेता-मंत्री अपना चेहरा चमकाए रखना चाहते हैं।
चर्चाः प्रचार, पैसा और पद |आलोक मेहता

चर्चाः प्रचार, पैसा और पद |आलोक मेहता

प्रचार मास्टर प्रशांत किशोर बिहार सरकार के सलाहकार नियुक्त हो गए। कोई चुनाव लड़े बिना कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिल गया। लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी की सफलता का ताज अपने सिर पर पहन कर प्रशांत किशोर ने पाटलीपुत्र में भी अशोक चक्र का तमगा प्राप्त कर लिया।
‘राम मंदिर मुद्दा पैसा कमाने की मशीन है’

‘राम मंदिर मुद्दा पैसा कमाने की मशीन है’

मैं अयोध्या के बाराबंकी कस्बे का रहने वाला हूं। मैंने अपने इलाके और उसके आसपास कभी राम मंदिर और बाबरी मस्जिद को लेकर नफरत का माहौल नहीं देखा। इस माहौल की शुरूआत दिल्ली से हुई। सन 1947 में हमारी जमीन बंटी और 1992 में हमारे दिल बंट गए। जिस दिन हमारे दिल बंटे, वह दिन हमारे लिए सबसे बदनसीब दिन था। चुनाव जीतने के चक्कर में हमारी नस्लें बरबाद हो गईं। हैरान हूं कि यह लोग अभी भी चैन से नहीं बैठ रहे हैं। आखिर यह इस मुद्दे को कहां ले जाकर छोड़ना चाहते हैं?
तालिबान को पाकिस्तान से मिल रही है हर मददः अमेरिका

तालिबान को पाकिस्तान से मिल रही है हर मददः अमेरिका

पेंटागन के एक पूर्व शीर्ष अधिकारी ने सांसदों को बताया है कि अफगानिस्तान में सिलसिलेवार आतंकी हमलों को अंजाम देने वाले तालिबान को पाकिस्तान से धन और साजो सामान का सहयोग मिलता रहा है। वहीं एक शीर्ष अमेरिकी सांसद ने कहा है कि हमें शेष सैन्य पैकेज का इस्तेमाल कुछ इस तरह करना चाहिए ताकि पाकिस्तान, अफगानिस्तान सरकार और सुरक्षा बलों के खिलाफ काम करने के बजाय आतंकवाद की पनाहगाहों के खिलाफ कार्रवाई करने पर विवश हो।
मैगसायसाय का पैसा संजीव चतुर्वेदी ने एम्‍स को दान किया

मैगसायसाय का पैसा संजीव चतुर्वेदी ने एम्‍स को दान किया

सरकारी सिस्‍टम में रहते हुए भ्रष्‍टाचार के खिलाफ लड़ने वाले भारतीय वन सेवा के अधिकारी संजीव चतुर्वेदी ने मैग्सेस अवार्ड में मिली पूरी धनराशि एम्‍स के जरूरतमंद मरीजों को दान करने का फैसला किया है।
प्रचार के हल्ला-बोल में चुनावी गणित का उतार-चढ़ाव

प्रचार के हल्ला-बोल में चुनावी गणित का उतार-चढ़ाव

शुरुआती दौर में बिहार के शहरों में भाजपा प्रचार में आगे दिख रही है। अपने पक्ष में माहौल बनाने के लिए ऊंची जातियों को सक्रिय करने में सफल रही है, लेकिन आपसी फूट भी जबर्दस्त है। बिहारी मतदाता अपने पत्ते अभी खोलने को तैयार नहीं
शेयर बाजार में अगले हफ्ते से लगेगा भविष्य निधि का पैसा

शेयर बाजार में अगले हफ्ते से लगेगा भविष्य निधि का पैसा

शेयर बाजार में निवेश के लिए 6 अगस्त से कर्मचारी भविष्य निध‌ि संगठन (ईपीएफओ) का धन जारी कर दिया जाएगा। चालू वित्त वर्ष में एक्विटी ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) के जरिये निवेश के लिए तकरीबन 5000 करोड़ रुपये की पहली खेप जारी की जाएगी।
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