प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस की दो दिवसीय यात्रा पर आज रवाना हो गए। इस यात्रा का मकसद दोनों देशों के बीच पहले से ही मजबूत सामरिक साझेदारी को नई उंचाई पर ले जाना है।
सोमवार को एक तरफ विदेश मंत्री सुषमा स्वराज अपनी पाकिस्तान यात्रा और दोनों देशो के बीच वार्ता शुरू करने के मुद्दे पर संसद में बयान दे रही थीं, वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान के भारत में उच्चायुक्त हुर्रियत नेताओं को बातचीत के लिए दिल्ली बुला चुके थे। गौरतलब है कि हुर्रियत नेताओं से बातचीत के मुद्दे पर ही अगस्त में दोनों देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की वार्ता टूट गई थी।
पहले युद्ध और प्रेम में सबकुछ जायज ठहराया जाता था। अब आर्थिक-व्यापारिक हित शायद सबकुछ जायज कर देते हैं, यहां तक कि युद्ध और प्रेम को भी। बल्कि इनके बारे में यू-टर्न को भी। अच्छा हुआ कि अपने घरेलू जनाधारों में उबाल भरने के लिए दिखावे के जंगी स्वांग में भड़काऊ बयानबाजी के घोड़ों पर सवार भारत और पाकिस्तान की हुकूमतों ने अपनी भड़काऊ बयानबाजी के ऊंचे घोड़ों से उतरकर एक-दूसरे से पहले पेरिस में प्रधानमंत्री के स्तर पर, फिर क्रमश: बैंकॉक और इस्लामाबाद में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों और विदेशी मंत्रियों के जरिये एक-दूसरे से बातचीत शुरू करने के लिए हाथ मिलाया।
दुनिया को जलवायु परिवर्तन के खतरे से बचाने के लिए विश्व के 196 देशों के बीच पेरिस में ऐतिहासिक हो गया है। लंबी खींचतान और विचार-विमर्श के बाद भारत, चीन, अमेरिका समेत छोटे-बड़े तमाम देश इस समझौते पर राजी हुए। इसमें धरती के तापमान में बढ़ोतरी को 2 डिग्री सेल्सियस से काफी नीचे रखने का लक्ष्य रखा गया है।
जलवायु परिवर्तन पर एेतिहासिक समझौते की समय सीमा से दो दिन पहले वार्ताकारों ने एक नया और छोटा मसौदा जारी किया है जिसमें सभी महत्वपूर्ण प्रगतियों और मतभेदों को शामिल किया गया है। हालांकि यह मसौदा भी जटिल मुद्दों पर मतभेदों को दूर करने में नाकाम रहा है।
पेरिस में आयोजित जलवायु सम्मेलन से इतर भारत ने एक बहुचर्चित ‘सौर गठबंधन' की घोषणा कर दी। ऊर्जा की जरुरतों को पूरा करने के लिए सौर ऊर्जा उप्लब्ध करवाने की दिशा में काम करने का यह बडा न्यौता उन 121 देशों के लिए है, जहां सूर्य का प्रकाश पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहता है। इस परियोजना में सरकार की योजना शुरुआती पूंजी के रुप में 400 करोड रुपए डालने की है।
एक ताजा घटनाक्रम के तहत भारत और पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की थाईलैंड की राजधानी बैंकाक में बैठक हुई है। अचानक हुई इस मुलाकात के बाद दोनों देशों के सुरक्षा सलाहकारों ने एक साझा बयान भी जारी किया। पेरिस में पीएम मोदी और पाक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की अचानक हुई अनौपचारिक मुलाकात और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के आगामी पाकिस्तान दौरे को देखते हुए इस मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है।
पेरिस में चल रहे जलवायु सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2030 तक भारत के कार्बन उत्सर्जन स्तर में 2005 के मुकाबले 33-35 फीसदी कटौती का ऐलान किया है। साथ ही उन्होंने जलवायु परिवर्तन से निपटने में किसी तरह की एकतरफा कारवाई से दुनिया आगाह करते हुए विकसित देशों को उनकी जिम्मेदारी याद दिलाई है।
अमेरिका ने कहा है कि दुनिया एक महत्वाकांक्षी समझौते पर काम कर सकती है जिससे भारत जैसे देशों में जलवायु और विकास दोनों की चुनौतियां पूरी हो सकें। इसके साथ ही उसने संयुक्त राष्ट्र जलवायु शिखर सम्मेलन के सफल होने के लिए भारत और चीन दोनों को साथ लेकर चलने की आवश्यकता पर जोर दिया है।
पाकिस्तानी मीडिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ के बीच पेरिस में हुई संक्षिप्त मुलाकात पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए इसे रिश्तों में आए दुराव को खत्म करने वाला बताया है जिससे तनाव को कम करने में मदद मिलेगी।