पाकिस्तान से महीने भर पहले भारत लौटी गीता के माता-पिता की तलाश जारी है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बताया कि दो और परिवारों ने दावा किया है कि वे गीता के परिजन हैं। लेकिन इस मूक-बधिर लड़की ने इनमें से एक परिवार की तस्वीरें पहचानने से इंकार कर दिया है।
पहली बार मैं किसी मामले में अमित शाह से खुद को पूरी तरह सहमत पाता हूं। यह कि बिहार चुनाव केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की नीतियों और कामकाज पर जनमत संग्रह नहीं है।
चीन ने आज दशकों पुरानी एक बच्चे की अपनी विवादास्पद नीति को निरस्त कर दिया। अब चीन की सरकार के इस कदम से विश्व के सर्वाधिक आबादी वाले देश में सभी दंपतियों को दो बच्चे रखने की अनुमति मिल गई है।
कई साल पहले ग़ुम होकर पाकिस्तान पहुंची मूक बधिर लड़की गीता आज भारत लौट आई है। लेकिन उसने अपने कथित परिवार को पहचानने से इंकार कर दिया है। फिल्म 'बजरंगी भाईजान' की वजह से गीता का मामला मीडिया में प्रमुखता से उठा था और आज वह अपने देश लौटने में कामयाब रही है। इस प्रकरण ने भारत और पाकिस्तान की जनता के दिलों को जोड़ने का काम भी किया है।
फरीदाबाद के एक गांव में दलित परिवार को कथित तौर पर जिंदा जलाने के मामले की जांच सीबीआई को सौंपी जाएगी। हरियाणा से भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने बताया है कि पीड़ित परिवार की सीबीआई जांच की मांग सरकार ने मान ली है। परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जाएगी।
दिल्ली से सटे फरीदाबाद जिले के एक गांव में दलित परिवार के चार लोगों को कथित तौर पर जिंदा जलाने का मामला सामने आया है। दबंगों ने आज तड़के एक दलित परिवार के घर को आग लगा दी जिससे दो बच्चों की जलकर मौत हो गई और उनके माता-पिता गंभीर रूप से झुलस गए हैं। दोनों की हालत नाजुक बताई जा रही है।
बिहार में दो चरण का मतदान होने के बाद मतदान के रुझानों और विभिन्न जातों की गोलबंदी से एक बड़ा सवाल उभर रहा है कि क्या यह विधानसभा चुनाव अगड़ा बनाम पिछड़ा बनता जा रहा है।
मोहम्मद अखलाक का परिवार फिलहाल गांव में ही रहेगा। वह कहीं नहीं जाएगा। बीते दिनों गांव बिसाहड़ा में गोमांस की अफवाह के चलते हिंदू चरमपंथियों ने अखलाक को पीट-पीट कर कत्ल कर दिया था।