फिल्मी कॅरिअर में सलमान ने भले ही ऊंचाइयां हासिल की हों, उनके प्रशंसकों की तादाद लाखों में हो फिर भी उन्हें हरदम चिंता रहती है कि उनके खिलाफ चल रहे अदालती मामलों में फैसला क्या होगा।
देश में बढ़ती असहिष्णुता और तर्कवादियों की हत्या के खिलाफ चल रही मुहिम में देश के जाने-माने वैज्ञानिक पीएम भार्गव भी शामिल हो गए हैं। भार्गव ने कहा कि वह अपना पद्म भूषण पुरस्कार लौटा रहे। उन्होंने आरोप लगाया कि राजग सरकार भारत को हिंदू धार्मिक निरंकुश तंत्रा में बदलने का प्रयास कर रही है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज पंजाब दौरे पर हैं जहां पवित्र ग्रंथ को लेकर तनाव चल रहा है। केजरीवाल ने शांति बहाली के लिए स्वर्ण मंदिर में अरदास की और कहा कि पंजाब में अशांति फैलाने के जानबूझकर ऐसा किया गया।
गौमांस की अफवाह पर पीट-पीटकर मारे गए मोहम्मद अखलाक के परिजनों से मिलने के लिए नेताओं का तांता लगा हुआ है। असदुद्दीन ओवैसी, महेश शर्मा, राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल के बाद अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को अखलाक के परिजनों से मिलने की सुध आई है। लेकिन दादरी जाकर पीड़ितों से मिलने के बजाय अखिलेश यादव ने उन्हें लखनऊ बुलवा लिया।
नेपाल ने आज भारत से कहा कि पेट्रोलियम और अन्य जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति में बाधा डालकर उसे इस तरह से मजबूर ना करे कि उसे तमाम दिक्कतों के बावजूद चीन की तरफ जाने को विवश होना पड़े।
झाबुआ के पेटलावद में हुए विस्फोट के बाद स्थिति का जायजा लेने पहुंचे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और जिला प्रभारी मंत्री अंतरसिंह आर्य का जनता के आक्रोश का सामना करना पड़ा। पेटलावद में एक कारोबारी द्वारा गोदाम में अवैध तौर पर बड़ी मात्रा में रखे गए विस्फोटक पदाथर् में कल सुबह विस्फोट होने से 89 लोगों की मौत हो गई थी और 100 से अधिक लोग घायल हुए।
वामपंथी विचारधारा के जाने-माने पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता प्रफुल्ल बिदवई का एम्सटर्डम में निधन हो गया है। एक रेस्तरां में मांस का एक टुकड़ा उनके गले में फंस गया और उनकी मौके पर ही मृत्यु हो गई।
कारगिल शहीद सौरभ कालिया मामले पर बदला सरकार का रुख। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि शहीद सौरभ कालिया सहित पांच अन्य भारतीय जवानों को न्याय दिलाने के लिए केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद इंटरनेशनल कोर्ट में जाएगी। केंद्र सरकार ने आज ही यह निर्णय लिया है। इससे पहले संसद में विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह की ओर से दिए जवाब के हवाले से खबर आई थी कि सरकार इस मामले को अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में नहीं ले जाना चाहती है।
38 साल बाद बिना न्याय पाए अरुणा शानबाग ने दुनिया को अलविदा कह दिया है। जैसे ही अरुणा शानबाग की मौत की खबर की पुष्टि हुई, सोशल मीडिया पर हैशटेग # Aruna shanbaug पर सेलिब्रिटिज समेत तमाम लोगों ने अरुणा के प्रतिं संवेदना जाहिर की। कुछ ने बलात्कार पर कानून के ढीले रवैये पर गुस्सा जाहिर किया तो कुछ ने समाज पर। इस बीच ज्यादातर लोगों ने मुंबई के किंग एडवर्ड मेमोरियल (केईएम) अस्पताल के स्टाफ की उन नर्सों को सलाम किया, जो बिना स्वार्थ के पिछले 38 सालों से अरुणा की सेवा कर रही थीं। फेसबुक और टि्वटर पर अरुणा को श्रद्धांजलि संबंधी कुछ टिप्पणियां-
सितंबर 1947 में बक्सर, बिहार में जन्में उपेन्द्र कुमार सन 1972 की भारतीय प्रशासनिक सेवा प्रतियोगिता परीक्षा के आधार पर सरकारी सेवा में नियुक्ति, संसदीय कार्य, श्रम एवं रक्षा मंत्रालयों के विभिन्न विभागों में 35 वर्षों से अधिक सक्रीय सेवा में रहे। उनकी पुस्तकों में बूढ़ी जड़ों का नवजात जंगल, मैं बोल पड़ना चाहता हूं, चुप नहीं है समय, प्रतीक्षा में पहाड़, गांधारी पूछती है, उदास पानी, प्रेम प्रसंग, गहन है यह अंधकार प्रमुख है। उन्हें कई पुरस्कार एवं सम्मान मिल चुके हैं।