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Search Result : "पर्यावरण प्रदूषण"

पटाखा बैन को लेकर बोले त्रिपुरा के गवर्नर, पटाखों से ध्वनि प्रदूषण तो अजान के स्पीकर पर चुप्पी क्यों?

पटाखा बैन को लेकर बोले त्रिपुरा के गवर्नर, पटाखों से ध्वनि प्रदूषण तो अजान के स्पीकर पर चुप्पी क्यों?

त्रिपुरा के गवर्नर तथागत रॉय ने पटाखा बैन को लेकर एक बार फिर विवादित बयान दे डाला। अपने ट्विटर अकाउंट...
दिल्ली-एनसीआर में 'प्रदूषण प्रमाण पत्र' के बगैर वाहनों का इंश्योरेंस नहीं होगा रिन्यू

दिल्ली-एनसीआर में 'प्रदूषण प्रमाण पत्र' के बगैर वाहनों का इंश्योरेंस नहीं होगा रिन्यू

जस्टिस एमबी लोकुर की अध्यक्षता वाली बेंच ने सड़क परिवहन और राजमार्ग यह सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया है कि दिल्ली-एनसीआर के सभी पेट्रोप पंपों पर प्रदूषण जांच केंद्र हो।
आईसीएसई बोर्ड स्कूलों की किताब पर बवाल, ध्वनि प्रदूषण के लिए मस्जिद को बताया जिम्मेदार

आईसीएसई बोर्ड स्कूलों की किताब पर बवाल, ध्वनि प्रदूषण के लिए मस्जिद को बताया जिम्मेदार

आईसीएसई बोर्ड की स्कूलों में पढ़ाई जा रही एक किताब पर बवाल खड़ा हो गया है। दरअसल इस किताब के एक चैप्टर में ध्वनि प्रदूषण के लिए मस्जिद को जिम्मेदार बताया गया है।
जुनून: पर्यावरण सरंक्षण को लेकर लगा डाले 38 हजार पेड़

जुनून: पर्यावरण सरंक्षण को लेकर लगा डाले 38 हजार पेड़

हाल ही में पर्यावरण की सुरक्षा को लेकर एक ऐसे व्यक्ति का मामला सामने आया है,जिसने करीब 28 सालों में 38 हजार पेड़ लगा डाले हैं। तमिलनाडु निवासी और पर्यावरण प्रेमी योगनाथन के इस तरह के सराहनीय कार्य के बाद अब उनका नाम कक्षा 5वीं की किताब में शामिल किया जाएगा।
केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री अनिल माधव दवे का निधन

केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री अनिल माधव दवे का निधन

केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री अनिल माधव दवे का गुरुवार को दिल्ली के एम्स में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह कुछ समय से बीमार चल रहे थे। मध्य‍ प्रदेश के रहने वाले दवे 60 वर्ष के थे। संघ से जुड़े दवे को पिछले मंत्रिमंडल विस्तार में पीएम नरेंद्र मोदी ने अपनी कैबिनेट में जगह दी थी।
पर्यावरण मंत्रालय का डॉ हर्षवर्धन को मिला अतिरिक्त प्रभार

पर्यावरण मंत्रालय का डॉ हर्षवर्धन को मिला अतिरिक्त प्रभार

केद्रीय वन और पर्यावरण मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ हर्षवर्धन को सौंपा गया है। वन व पर्यावरण मंत्री अनिल माधव दवे का अचानक निधन होने के कारण यह व्यवस्था की गई है।
मध्यप्रदेश में अनिल दवे की रणनीति से मिली थी भाजपा को सत्ता

मध्यप्रदेश में अनिल दवे की रणनीति से मिली थी भाजपा को सत्ता

अनिल माधव दवे, एक शौकिया पायलट, लेखक, पर्यावरणविद, नदी संरक्षणवादी, एक सांसद, पर्यावरण मंत्री और विभिन्न भूमिकाओं के लिए पहचाने जाते रहे हैं। संघ से ताल्लुक रखने वाले अनिल दवे को एक प्रखर प्रवक्ता के तौर पर जाना जाता था। पर्यावरणविद अनिल माधव दवे का जन्म मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के बड़नगर गांव में 6 जुलाई 1956 को हुआ था।
हरिद्वार में गंगा का पानी नहाने लायक भी नहीं

हरिद्वार में गंगा का पानी नहाने लायक भी नहीं

हरिद्वार में गंगा का पानी नहाने लायक भी नहीं पीने की तो बात छोड़िए। यह खुलासा एक आरटीआई से हुआ है। दरअसल यह गंगा में बढ़ते प्रदूषण की वजह से हुआ है।
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