किसी भी रक्षा सौदे की बात की जाए पैसा तो हर सौदे में शामिल रहा है। इसके लिए किसी एक राजनीतिक दल को दोषी नहीं ठहराया जा सकता। जिसकी भी सरकार रही उसने अपने तरीके से रक्षा सौदा किया।
अमेरिकी राष्ट्रपति पद की रिपब्लिकन उम्मीदवारी के प्रबल दावेदार डोनाल्ड ट्रंप ने आज संकेत दिया कि वह परमाणु हथियार संपन्न अर्द्ध-अस्थिर देश पाकिस्तान की समस्या से निपटने के लिए भारत और अन्य देशों की मदद मांगेंगे। ट्रंप ने ये टिप्पणियां इंडियानापोलिस में टाउन-हॉल के दौरान एक सवाल के जवाब में कीं। उनसे पूछा गया था कि वह पाकिस्तान जैसे देशों से कैसे निपटेंगे, जो कई बार अमेरिका के साथ दोहरा खेल खेलते हैं।
संयुक्त राष्ट्र (यूएन) प्रमुख बान की मून ने बुधवार को अमेरिका, चीन और परमाणु हथियार से लैस अन्य राष्ट्रों से अनुरोध किया है कि वह सीटीबीटी में सुधार कर परमाणु हथियारों के परीक्षण के पागलपन को अंतत: समाप्त करें। इस साल सितंबर में सीटीबीटी के 20 साल पूरे होने वाले हैं।
उत्तर कोरिया द्वारा पांचवे परमाणु परीक्षण की तैयारी से जुड़ी खबरों के बीच अमेरिका ने ऐसे भड़काउ कृत्यों पर चिंता जाहिर की है। अमेरिका ने कहा है कि वह इस अलग-थलग पड़े देश को अंतरराष्ट्रीय कर्तव्यों के पालन को मजबूर करने के लिए उस पर दबाव बढ़ाना जारी रखेगा।
कश्मीरी गेट आईएसबीटी और जेएनयू परिसर के बीच चलने वाली बस में एक देसी पिस्तौल और जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार के खिलाफ लिखा धमकी भरा पत्र बरामद हुआ है। माना जा रहा है कि यह पत्र उसी व्यक्ति ने लिखा है, जिसने छात्र नेता को फेसबुक पर धमकी दी थी। इस घटना के बाद दिल्ली पुलिस कन्हैया की सुरक्षा बढ़ाने पर विचार कर रही है।
दूसरे विश्वयुद्ध को 71 साल बीत चुके हैं और दुनिया के लोग जापान के उन दो शहरों की पीड़ा भी शायद भूल चुके हैं जिन्होंने उस युद्ध की सबसे भयानक त्रासदी अपने सीने पर झेली थी। दुनिया में पहली बार परमाणु बम का हमला जापान के हिरोशिमा शहर पर हुआ था जिसमें करीब 1 लाख 40 हजार लोग मारे गए थे। इसके बाद नागाशाकी पर परमाणु हमले ने युद्ध को पूरी तरह समाप्त कर दिया था।
उत्तर कोरिया ने शनिवार को कहा कि उसने अंतर-महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) के लिए डिजाइन किए गए एक इंजन का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है, जिससे उसे अमेरिकी भूभाग पर परमाणु हमला करने की क्षमता हासिल हो गई है।
परमाणु तस्करी और परमाणु आतंकवाद को रोकने के लिए प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल सहित परमाणु सुरक्षा एवं परमाणु अप्रसार के क्षेत्र में अपनी सरकार द्वारा शुरू शुरू की गई कई अहम पहलों से विश्व समुदाय को अवगत कराया। मोदी ने परमाणु सुरक्षा सम्मेलन के दूसरे एवं अंतिम दिन के दौरान ये घोषणाएं कीं।
बराक ओबामा और नरेंद्र मोदी की वाशिंगटन बैठकों के फोटो इस तरह प्रचारित हुए, जैसे उनकी तरह के मित्र दुनिया में नहीं हैं। लेकिन परमाणु सुरक्षा सम्मेलन को संबोधित करते हुए नरेंद्र भाई के ‘फ्रेंड’ बराक ने अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में एक बार फिर भारत को पाकिस्तान की श्रेणी में खड़ा कर दिया।