नेपाल में आए विनाशकारी भूकंप में मरे 530 से ज्यादा लोगों का यहां के पशुपतिनाथ मंदिर के घाटों पर अंतिम संस्कार किया गया है। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
करगिल की चोटी से 'ये दिल मांगे मोर’ का नारा देने वाले शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा का परिवार आज न्याय के लिए सरकारी तंत्र का चक्कर लगा रहा है। कैप्टन विक्रम बत्रा ने देश की जमीन को बचाने के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी लेकिन आज उनका परिवार अपनी ही जमीन पाने के लिए भू-माफिया से जूझ रहा है। कैप्टन विक्रम बत्रा के परिवार के संघर्ष में न तो सरकार का सहयोग मिल रहा है और न प्रशासन का। रोचक तथ्य तो यह है कि राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री से लेकर रक्षामंत्री तक गुहार लगाने वाले इस परिवार की सुध लेने से भी मध्य प्रदेश सरकार गुरेज कर रही है।
काठमांडू घाटी और उसके आसपास के इलाकों में आए नेपाल के सबसे भयंकर भूकंप में एेतिहासिक काष्ठमंडप समेत कई मंदिर ध्वस्त हो गए या बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं। काष्ठमंडप, पंचतले मंदिर, नौ मंजिला बसंतपुर दरबार, दशावतार मंदिर और कृष्णा मंदिर समेत कई मंदिर भूकंप से ध्वस्त हो गए।
हिमालयी देश के धादिंग जिले के नौबाइस गांव में एक बस पहाड़ी सड़क से करीब 100 मीटर गहरी खाई में गिर गई जिससे उसमें सवार कम से कम 12 भारतीय श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 27 अन्य घायल हो गए। हादसा नेपाल में काठमांडो से 75 किलोमीटर की दूरी पर पूर्वी धादिंग जिले के नौबाइस गांव में हुआ।
देश भर के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर ग्रीनपीस इंडिया पर हो रहे सरकारी दमन की निंदा की। सरकार के दमन की कार्रवाई के खिलाफ 180 संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखा है। पत्र में सामाजिक न्याय और गरीब-मजलूमों के अधिकार के लिये आंदोलन का इतिहास रखने वाले संगठनों पर हो रही दमन की कार्रवाई को शर्मनाक और निराशाजनक कहा है।
ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं असम के पूर्व राज्यपाल जानकी बल्लभ पटनायक का दिल का दौरा पड़ने से मंगलवार सुबह एक अस्पताल में निधन हो गया है। इससे कुछ घंटे पहले उन्होंने तिरूमाला स्थित भगवान वेंकटेश्वर के मंदिर में पूजा-अर्चना की थी।
शास्त्रीय गायिकी के सबसे प्रतिष्ठित संकटमोचन हनुमान मंदिर, वाराणासी में पहली बार किसी पाकिस्तानी कलाकार की आवाज गूंजी। भारतीयों के दिलों में बसने वाले यही फनकार गुलाम अली ने ऐसा समा बांधा कि देर शाम से सुबह तक उनके मुरीद मंदिर प्रांगण में उन्हें सुनने के लिए डटे रहे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कनाडा के प्रधानमंत्री स्टीफन हार्पर से मुलाकात के दौरान हार्पर ने उन्हें खजुराहो मंदिर की मूर्ति के 900 साल पुराने एक हिस्से को भेंट किया जो किसी वजह से कनाडा पहुंच गया था।
अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए हिन्दू समाज को एकजुट करने तथा उसके संकल्प को पुन: याद दिलाने के लिए राम महोत्सव का आयोजन करने के बाद अब विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) ने मंदिर विवाद का त्वरित समाधान करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने की योजना बनाई है।
भाजपा सरकार आने के बाद पहले जजों की नियुक्ति का कानून बदला गया, फिर आई न्यायपालिका को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नसीहत। इन दोनों बातों ने बरबस चार दशक पहले के भारतीय इतिहास के घाव हरे कर दिए।