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Search Result : "निजी स्‍कूल"

एक लाख करोड़ के बावजूद प्यासे

एक लाख करोड़ के बावजूद प्यासे

केंद्र सरकार अपने अधिकारियों को हर साल लगभग एक लाख करोड़ रुपये वेतन भत्तों के रूप में देती है। फिर भी सरकार के केंद्रीय मंत्रियों की एक बैठक में कामकाज की समीक्षा के दौरान एक वरिष्ठ अधिकारी ने व्यंग्य के साथ कहा कि 'बंदर के मुंह में मूंगफली का दाना डाला जाए, तो वैसा ही परिणाम मिल सकता है।’
मध्यप्रदेश : ईद पर हिंदू और दिवाली पर मुस्लिमों का अवकाश निरस्‍त

मध्यप्रदेश : ईद पर हिंदू और दिवाली पर मुस्लिमों का अवकाश निरस्‍त

मध्‍यप्रदेश में धर्म के आधार पर छुट्टी देने के आदेश के बाद हड़कंप मच गया है। नए आदेश में कहा गया है कि दीपावली पर मुस्लिमों और ईद के दिन हिन्दू कर्मचारी को अवकाश नहीं दिया जाएगा। मप्र ओपन स्कूल ने दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के लिए यह नए आदेश जारी किए हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने इस फैसले का विरोध किया है। उन्होंने इस फैसले को लोकतंत्र की हत्या करने वाला बताया।
एमपी में दबंग ने शवयात्रा का रोका रास्‍ता,तालाब से होते हुए श्‍मशान घाट पहुंची

एमपी में दबंग ने शवयात्रा का रोका रास्‍ता,तालाब से होते हुए श्‍मशान घाट पहुंची

मध्‍यप्रदेश में जबलपुर के पनागर के बिहर गांव में मानवता को शर्मसार करनेे वाला मामला सामने आया है। जिसके बाद भाजपा शासित इस राज्‍य की सामाजिक समरसता पर सवालिया निशान उठने लगे हैं। गांव में एक दबंग ने अपनी जमीन से शवयात्रा ले जाने की अनुमति नहीं दी। मजबूरन लोगों को तालाब के बीच चार फीट पानी से शव को श्‍मशान घाट तक ले जाना पड़ा। मुसबीत यहीं कम नहीं हुई बल्कि लोग जब श्मशानघाट पहुंचे तो वहां पर सरकार की जमीन पर धान बोया गया था। नतीजन शव का अंतिम संस्‍कार निजी जमीन पर किया गया।
बुझ गया 'अध चानणी रात 'का सितारा

बुझ गया 'अध चानणी रात 'का सितारा

ज्ञानपीठ तथा पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित पंजाबी साहित्यकार प्रोफेसर गुरदयाल सिंह (83) का बठिंडा के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। सोशल मीडिया पर गुरुदयाल सिंह को कुछ इस प्रकार याद किया गया-
इलाहाबाद के स्कूल में राष्ट्रगान पर 12 सालों से पाबंदी, मैनेजर गिरफ्तार

इलाहाबाद के स्कूल में राष्ट्रगान पर 12 सालों से पाबंदी, मैनेजर गिरफ्तार

इलाहाबाद के एक स्कूल में राष्ट्रगान गाने पर पिछले बारह सालों से पाबंदी लगी हुई है। इस प्राइवेट स्कूल के स्टाफ ने इस बार के स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रगान की इजाजत मांगी तो प्रिंसिपल समेत नौ टीचर्स की नौकरी चली गई।
उम्र महज 9 साल पर इनकी ताक धिना धिन का कोई सानी नहीं

उम्र महज 9 साल पर इनकी ताक धिना धिन का कोई सानी नहीं

अगर कोई छोटा बच्‍चा अपनी नन्‍हीं ऊंगलियों से तबलेे की बेहतरीन ताक धिना धिन ताल एक लय में बिखेरने लगे तो उसका हर कोई फैन हो जाएगा। दिल्‍ली के कुमार मंगलम वर्ल्‍ड स्‍कूल विकासपुरी के कक्षा पांचवी के छात्र 9 साल के अभिवंदन विज इन दिनों अपने तबले के हुनर से लाखों लोगों के दिलों पर राज कर रहे हैं।
फ्रॉडः निजी विज्ञापन में मोदी की फोटो छाप दी बिल्डरों ने

फ्रॉडः निजी विज्ञापन में मोदी की फोटो छाप दी बिल्डरों ने

भोपाल के बिल्डरों ने अपने मकान बेचने के लिए अजीब कारनामा कर डाला। विज्ञापन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश की नगरीय प्रशासन मंत्री माया सिंह और भोपाल के महापौर का फोटो छापकर ये बताने की कोशिश की है कि ये मकान सरकार और बिल्डर मिलकर बेच रहे हैं।
फीस का तगादा : शिक्षिकाओंं ने पिता से की मारपीट, 9 वीं की छात्रा ने की खुदकुशी

फीस का तगादा : शिक्षिकाओंं ने पिता से की मारपीट, 9 वीं की छात्रा ने की खुदकुशी

सबको शिक्षा का अधिकार की मुहिम को गाजियाबाद में करारा झटका लगा है। यहां एक छात्रा ने इसलिए फांसी लगा खुदकुशी कर ली क्योंकि उसके माता-पिता स्कूल की फीस नहीं चुका पा रहे थे। फीस लेने उसके घर पहुंची शिक्षिकाओं के दुर्व्‍यवहार और पिता की पिटाई से दुखी होकर नौंवी कक्षा की छात्रा ने अपना जीवन ही खतम कर दिया।
पीएमओ ने खोबरागड़े को अठावले का निजी सचिव बनने से रोका

पीएमओ ने खोबरागड़े को अठावले का निजी सचिव बनने से रोका

हाल के मंत्रिमंडल विस्तार में महाराष्ट्र के दलित नेता और सांसद रामदास अठावले को सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्री तो बनाया गया लेकिन निजी सचिव की फाइल प्रधानमंत्री कार्यालय ने लटका दी है। अठावले ने भारतीय विदेश सेवा की अधिकारी देवयानी खोबरागड़े का नाम निजी सचिव के लिए भेजा था।
दाल-सब्‍जी-तेल को छोड़ो, मोदी के राज में शिक्षा भी हो गई महंगी

दाल-सब्‍जी-तेल को छोड़ो, मोदी के राज में शिक्षा भी हो गई महंगी

देश में पिछले दो सालों में खाने पीने की चीजों के दामों में बेेतहाशा बढ़ोतरी हुई है। लोग इसका रोना भी रो रहे हैं। लेकिन रोजमर्रा के उपयोग की इन वस्‍तुओं के दामों में कोई कमी नहीं आई। इन सबके बीच शिक्षा पर भी महंगाई की मार पड़ी है। पिछले दो सालोंं में स्‍कूलों की फीस और शिक्षण सामग्री भी महंगी हुई है।