दिल्ली उच्च न्यायालय ने आज केंद्र सरकार से पूछा कि अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों को दी जानी वाली छात्रवृत्ति के लिए ऑनलाइन आवेदन करना अनिवार्य क्यों है।
हाल के दिनों में अमेरिका के राष्ट्रपति के चुनाव में हिलेरी क्लिंटन और डोनाल्ड ट्रम्प- दोनों के चैरिटेबल ट्रस्ट को दिए गए दान लेकर विवाद उठ रहा है। हिलेरी क्लिंटन के प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा यह कहे जाने पर विवाद उठ खड़ा हुआ है कि उन्होंने क्लिंटन के फाउंडेशन को दान दिया, जिससे कि वे उनके तीसरे विवाह समारोह में शामिल हों। ट्रम्प ने अगस्त में एक रिपब्लिकन प्राइमरी डिबेट में कहा, ‘मैंने उनसे कहा मेरी शादी में शामिल होइए। वे आईं, क्योंकि उनके पास कोई चारा नहीं था। मैंने उनके फाउंडेशन को अच्छी खासी रकम दी थी।’ अमेरिकी मीडिया के अनुसार, उनका यह दावा गलत है। क्योंकि, ट्रम्प की यह शादी 2005 में हुई थी। जबकि, उन्होंने क्लिंटन फाउंडेशन को 2009 और 2010 में डॉलर दान किए थे।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी कॉमिक्स के पन्नों पर दिखेंगे। अहमदाबाद के प्रकाशक नवजीवन ट्रस्ट ने महात्मा गांधी की जीवनी पर आधारित कॉमिक्स श्रृंखला छापने की योजना बनाई है।
गृह मंत्रालय के अधिकारी आनंद जोशी जो चार दिन पहले सीबीआई द्वारा तलब किए जाने के बाद लापता हो गए थे उन्हें एजेंसी ने वित्तीय लाभ के लिए कई एनजीओ को मनमाने तरीके से एफसीआरए नोटिस कथित तौर पर जारी करने को लेकर उनके खिलाफ दर्ज मामले के सिलसिले में हिरासत में लिया। मंत्रालय में अवर सचिव आनंद जोशी से सीबीआई की विशेष अपराध शाखा के अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं।
वह कहावत तो सुनी ही होगी, प्यासे कुएं के पास जाते हैं। लेकिन उज्जैन सिंहस्थ में कुआं प्यासों के पास जा रहा है। एक समूह ऐसा भी है जो खोज-खोज कर लोगों को पिला रहा है पानी।
नासिक के प्रसिद्ध त्र्यंबकेश्वर मंदिर में आज महिलाओं के एक समूह के साथ स्थानीय लोगों के एक समूह द्वारा कथित दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है। यह घटना उस समय घटी जब महिलाओं का समूह मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश करने का प्रयास कर रहा था। इस मामले में पुलिस ने करीब 200 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
घूस लेने के आरोप में गिरफ्तार किए गए कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के चेयरमैन राजपाल सिंह कहलों के खिलाफ हवाला लेनदेन के मामले में जांच शुरू कर दी गई है। दूसरी और, केन्द्रीय जहाजरानी परिवहन मंत्रालय के निर्देश पर कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट ने कहलों के खिलाफ साजिश के एंगल से आंतरिक जांच शुरू कर दी है। कहलों ने दावा किया है कि बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के करीबी एक उद्योगपति ने साजिशन उन्हें फंसाया है। उनके और कहलों के बीच कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट की जमीन को लेकर ठन गई थी। उद्योगपति श्रीकांत मोहता की टेलिफल्म कंपनी के दखल वाली उस जमीन को कोलकाता पोर्ट ने हाईकोर्ट की दखल से कुछ अरसा पहले छुड़ा लिया था।
बताया जाता है कि जवाहर लाल नेहरू ने 1938 में अपने शुरू किए गए अखबार नेशनल हेराल्ड के कर्मचारियों से एक बार कहा था, हमें बनियागिरी नहीं आई। यदि सुब्रह्मण्यम स्वामी की कोशिशें सिरे चढ़ीं तो माना जाएगा कि शायद नेहरू के उत्तराधिकारी इस कला को सीख चुके हैं।