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Search Result : "दिलीप कौर टिवाणा"

अधर में सिद्धू, आप नहीं बनाएगी सीएम उम्मीदवार

अधर में सिद्धू, आप नहीं बनाएगी सीएम उम्मीदवार

कभी पंजाब में भारतीय जनता पार्टी का मुख्य चेहरा रहे और अब राज्यसभा से इस्तीफा दे चुके नवजोत सिंह सिद्धू के लिए भविष्य की राह मुश्किल हो गई है। राज्यसभा छोड़ने के तुरंत बाद जो आम आदमी पार्टी सिद्धू को अपने साथ जोड़ने के लिए तैयार थी वो अब पार्टी में उन्हें शामिल करने के लिए किंतु-परंतु कर रही है।
15 अगस्‍त भी बीत गया पर सिद्धू ने कोई नया स्‍ट्रोक नहीं खेला

15 अगस्‍त भी बीत गया पर सिद्धू ने कोई नया स्‍ट्रोक नहीं खेला

क्रिकेटर से राजनेता बने भाजपा नेता नवजोत सिंह सिद्धू राज्‍यसभा से इस्‍तीफा देने के बाद 15 अगस्‍त को आम आदमी पार्टी में प्रवेश करने वाले थे। इसकी पुष्टि उनकी पत्‍नी नवजोत कौर ने भी की थी लेकिन आजादी का पर्व बीत गया पर नवजोत सिंह सिद्धू आप में शामिल नहीं हुए। सूत्राें के अनुसार उनकी आम आदमी पार्टी में ज्वाइनिंग टल गई है।
बोलीं सिद्धू की पत्नी, अब ‘आप’ है एकमात्र विकल्प

बोलीं सिद्धू की पत्नी, अब ‘आप’ है एकमात्र विकल्प

क्रिकेट से राजनीति में आए नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर ने आज कहा कि राज्यसभा से सिद्धू के इस्तीफे का अर्थ यह है कि उन्होंने भाजपा से भी इस्तीफा दे दिया है और उनके पास आम आदमी पार्टी में शामिल होने का एकमात्र विकल्प है।
सिद्धू ‘आप’ के ‘स्टार’ सीएम नहीं ‘स्टार’ प्रचारक हो सकते हैं

सिद्धू ‘आप’ के ‘स्टार’ सीएम नहीं ‘स्टार’ प्रचारक हो सकते हैं

पंजाब में भाजपा के पूर्व सांसद नवजोत सिंह सिद्धू ने जैसे ही राज्यसभा सदस्यता से इस्तीफा दिया वैसे ही अटकलों का दौर तेज हो गया कि सिद्धू पंजाब में आम आदमी पार्टी में शामिल होने वाले हैं। पंजाब में अभी तक विरोधी आप पर यही कहकर हमला भी बोल रहे हैं कि पार्टी के पास मुख्यमंत्री पद के लिए जाट सिख चेहरा नहीं है। सिद्धू की हमनाम पत्नी और भाजपा विधायक नवजोत कौर सिद्धू ने कह भी दिया है कि सिंह सिद्धू को आप जैसी पार्टी सूट करती है। लेकिन आप के दिल्ली स्थित सूत्र बताते हैं कि सिद्धू पंजाब में मुख्यमंत्री पद का चेहरा तो नहीं होंगे लेकिन महत्वपूर्ण प्रचारक होंगे। सिद्धू दंपति ने पंजाब में कोई पहली दफा पार्टी की नींद नहीं उड़ाई है। दोनों शिरोमणि अकाली दल पर आए दिन हमला बोलते रहते हैं। कभी ड्रग्स तस्करी को लेकर तो कभी नौकरियों में घोटालों को लेकर। जबकि पंजाब में अरसे से भाजपा अकाली दल के साथ गठबंधन में हैं।
साफ बरतनों को धोने वाले केजरीवाल से कांग्रेस बोली, अपना नाम माफी लाल रखें

साफ बरतनों को धोने वाले केजरीवाल से कांग्रेस बोली, अपना नाम माफी लाल रखें

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने स्‍वर्ण मंदिर में लगभग 25 मिनट तक लंगर हाल में बर्तन साफ करने की सेवा की तथा श्री अकाल तख्त पर जाकर अरदास की और कड़ाह प्रसाद चढ़ाया। बताया जाता है कि केजरीवाल स्वर्ण मंदिर में माफी मांगने के लिए पहुंचे थे लेकिन वहां वो बर्तन साफ करने को लेकर नए विवाद में घिर गये हैं।
आमरे हितों के टकराव के दायरे में,  वेंगसरकर और शुक्ला बरी : लोकपाल

आमरे हितों के टकराव के दायरे में, वेंगसरकर और शुक्ला बरी : लोकपाल

भारतीय क्रिकेट बोर्ड के लोकपाल ने पूर्व टेस्ट बल्लेबाज प्रवीण आमरे और कर्नाटक के पूर्व स्पिनर रघुराम भट्ट को हितों के टकराव के दायरे में पाया है जबकि पूर्व भारतीय कप्तान दिलीप वेंगसरकर को इसी तरह के आरोपों से बरी कर दिया है।
केंद्र ने किया स्पष्ट, एसोसिएट व प्रोफेसर पद पर ओबीसी आरक्षण नहीं

केंद्र ने किया स्पष्ट, एसोसिएट व प्रोफेसर पद पर ओबीसी आरक्षण नहीं

यूजीसी ने 40 केंद्रीय विश्वविद्यालयों को भेजे नोटिस में साफ लिखा है कि ओबीसी आरक्षण अस्सिटेंट प्रोफेसर के अलावा एसोसिएट प्रोफेसर और प्रोफेसर पदों में नहीं दिया जाएगा
टीएमसी कैडरों का कंधा खाली हाथ तोड़ सकते हैं हमारे लड़के: घोष

टीएमसी कैडरों का कंधा खाली हाथ तोड़ सकते हैं हमारे लड़के: घोष

भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने यह कहकर तूफान पैदा कर दिया है कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ता आरएसएस से प्रशिक्षित हैं और वो खाली हाथ भी तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कंधा तोड़ सकते हैं। इसको लेकर सत्तारूढ़ दल, कांग्रेस और वाम दलों ने आलोचना की है।
दिलीप कुमार को मिली अस्पताल से छुट्टी

दिलीप कुमार को मिली अस्पताल से छुट्टी

दिग्गज बॉलीवुड अदाकार दिलीप कुमार को आज अस्पताल से छुट्टी दे गई। वह सांस लेने में परेशानी की वजह से करीब एक हफ्ते से मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती थे।
‘आरएसएस को सोचना चाहिए कि कोहिनूर राष्ट्रप्रेम की अहम निशानी है ’

‘आरएसएस को सोचना चाहिए कि कोहिनूर राष्ट्रप्रेम की अहम निशानी है ’

कोहिनूर हीरे पर विवाद तो पुराना है लेकिन इसपर खुलेआम बहस मेरी वजह से ही शुरू हुई। मैं उस वक्त ब्रिटेन में राजनयिक था। मुझे लगा कि कोहिनूर हमारा है और हमें वापिस मिलना चाहिए। इसे लेकर मैंने ब्रिटेन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया। चारों ओर शोर मच गया। बात यहां तक बढ़ गई कि ब्रिटिश सरकार को जायजा लेना पड़ गया। ब्रिटेन के फॉरेन ऑफिस के अधिकारी मुझसे मिले और कहने लगे कि छोड़ दीजिए बात पुरानी हो गई है। मैंने कहा कि यूनेस्को ने बोल दिया है कि जो भी चीजें उपनिवेशों से ली गई हैं उन्हें लौटाई जाएं। ग्रीस में ऐसा हो भी रहा है। उन्होंने तर्क दिया कि महाराजा दिलीप सिंह ने लॉर्ड डलहौजी को कोहिनूर भेंट किया था।
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