मध्य प्रदेश के छतरपुर के पास ग्राम देरी में दलित दूल्हा को मोर के लुक में सजी कार पर सवार देखकर दबंग भड़क गये और दूल्हे सहित सात बरातियों की पिटाई कर दी।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के पश्चिम बंगाल दौरे के समय भोजन कराने वाली नक्सलबाड़ी निवासी गीता और उसके पति राजू ने आज तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया है। हालांकि, भाजपा ने इस मामले में टीएमसी पर आदिवासी दंपती का अपहरण कर जबरन पार्टी में शामिल किए जाने का आरोप लगाया है।
मध्यप्रदेश के आगर मालवा जिले के माना गांव में आजादी के बाद पहली बार दलित समाज के एक युगल की शादी में बैंड बाजे के साथ धूमधाम से बारात निकाली गई, लेकिन इसके लिए सरकार को सशस्त्र पुलिस बल तैनात करनी पड़ी।
युवा नेता जिग्नेश मेवाणी ने दलितों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ अावाज उठाने के लिए दलित संगठनाेें को अलवर से गुजरात तक यात्रा निकालने का सुझाव दिया है। देखना है वह खुद कब इस पर अमल करते हैं।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने नगर निगम चुनाव के लिए भाजपा का घोषणा पत्र जारी किया।जिसमें दिल्ली की साफ-सफाई के साथ 10 रूपय में भोजन देने का भी वादा किया है।
फिल्म निर्माता तिग्मांशु धूलिया क्रिकेट के बाहर अनजान और साहसी संघर्ष के लिए पहचाने गए एक दलित गेंदबाज बालू पालवणकर के जीवन पर फिल्म बनाने वाले हैं। यह फिल्म बाएं हाथ के स्पिनर बालू पालवणकर की कहानी बयां करेगी, जिन्होंने वर्ष 1900 की शुरुआत में हिंदू जिमखाना क्लब के लिए खेला था। बालू दलित समुदाय के पहले सदस्य थे जिन्होंने इस खेल पर अपनी महत्वपूर्ण छाप छोड़ी। अपने समय के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर होने के बाद भी बालू को दलित होने के कारण कभी टीम का कप्तान नहीं बनाया गया।
उत्तर प्रदेश में भी अब आम जनता को 5 रुपए में भरपेट खाना मिल सकेगा। तमिलनाडु की भूतपूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता द्वारा शुरू की गई 'अम्मा कैन्टीन' और गरीबों के लिए मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार द्वारा शुरू की गई दीनदयाल रसोई योजना की तर्ज पर यूपी की योगी सरकार पूरे सूबे में अन्नपूर्णा भोजनालय शुरू करने जा रही है, जिसमें मात्र तीन रुपये में नाश्ता और पांच रुपये में भोजन उपलब्ध कराया जाएगा।
केरल के पल्लीपुरम में सीआरपीएफ के कैंप में भोजन करने के बाद रविवार को कम से कम 400 जवान बीमार हो गये। आशंका है कि भोजन विषाक्तता की वजह से उनकी तबियत खराब हुई।
मोदी सरकार ने बाबा साहब भीम राव अंबेडकर, ज्योति बा फुले, संत रविदास, कबीरदास जैसे महापुरूषों पर आधारित कार्यक्रमों के जरिये दलितों सहित समाज के कमजोर वर्गों तक पहुंच बनाने की पहल करते हुए ऐसे महापुरूषों से जुड़े कार्यक्रमों के आयोजन करने वाली संस्थाओं को आर्थिक मदद देने का निर्णय किया गया है।