अभिनेता टॉम ऑल्टर ने किसी दिन कहा, भारत हमेशा से असहिष्णु देश रहा है। क्या हमने आजादी के सिर्फ 5 महीने के अंदर महात्मा की हत्या नहीं कर दी? क्या सरकारों ने पुस्तकों, नाटकों, फिल्मों और प्रदर्शनियों को प्रतिबंधित नहीं किया?
एक घटना के संदर्भ में केंद्रीय मंत्री वी. के. सिंह की कुत्ते संबंधी उपमा का उपयोग किए जाने को लेकर उन्हें मंत्रिपरिषद से हटाने की मांग करते हुए कांग्र्रेस सांसदों ने राहुल गांधी के नेतृत्व में सोमवार को संसद भवन परिसर में धरना दिया। उधर, वी के सिंह का बचाव करते हुए सरकार ने विपक्ष की ओर से उन पर दलित विरोधी टिप्पणी करने के संबंध में लगाए गए आरोपों को खारिज कर दिया और कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस इस मामले को राजनीतिक रंग देने का प्रयास कर रही है।
अब इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है कि देश में केंद्र में किसकी और राज्य में किसकी सरकार है। खास कर जब धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन की बात होगी। यह तय है कि बिना किसी भेदभाव के राज्य के पर्यटन स्थलों पर भी ध्यान दिया जाएगा।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शुक्रवार को कहा कि वह राजकोषीय घाटे को लेकर चिंतित नहीं हैं तथा सातवें वेतन आयोग को लागू करने के लिए अतिरिक्त व्यय की जरूरतों के बावजूद घाटे को सीमित रखने का लक्ष्य हासिल कर लिया जाएगा।
यदि फिल्मों का खुमार है तो रंगमंच की दीवानगी भी कुछ कम नहीं है। कुछ तो खास है मंच के इन किरदारों में कि दर्शक बेसब्री से चले आते हैं और इंतजार करते हैं, यवनिका के उठने का।
जीएसटी पर समर्थन जुटाने के पीएम मोदी के प्रयास रंग लाते नजर आ रहे हैं। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने जीएसटी पर राय जानने के लिए पार्टी नेताओं से मुलाकात की है। पीएम मोदी की सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह से शुक्रवार को हुई मुलाकात के बाद कांग्रेस के रूख में आए इस बदलाव को काफी अहम संकेत माना जा रहा है।
भारत ने अपेक्षाकृत कम स्कोर पर आउट होने के बाद दक्षिण अफ्रीका को भी दो झटके देकर तीसरे टेस्ट क्रिकेट मैच को शुरूआती दिन रोमांचक स्थिति में पहुंचा दिया। पहले बल्लेबाजी के लिए उतरी भारत की पूरी टीम 78.2 ओवर में 215 रन पर आउट हो गई। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका की शुरूआत भी अच्छी नहीं रही और उसने पहले दिन का खेल समाप्त होने तक नौ ओवर में 11 रन पर दो विकेट गंवा दिए।
पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के रिश्ते के पोते ने मोदी सरकार से नाराज होकर भाजपा की सदस्यता और सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। पूर्व राष्ट्रपति के पोते ने सरकार से उनके बंगले को एक स्मारक में परिवर्तित करने की मांग की थी, पर सरकार ने ऐसा करने से मना कर दिया था।