बुकिंग काउंटरों पर भीड़ कम करने के लिए रेलवे पेटीएम, जियोमनी और एयरटेल मनी जैसे ई-बटुए पर अनारक्षित रेल टिकों की बुकिंग शुरू करने पर विचार कर रहा है। इस कदम से देशभर में कागजविहीन मोबाइल टिकट ऑपरेशन बड़े पैमाने पर बढ़ने में मदद मिलने की संभावना है।
गतिमान एक्सप्रेस की सफल शुरुआत के बाद रेलवे ने दिल्ली-हावड़ा और दिल्ली-मुंबई रूटों पर यात्रा की अवधि कम करने की दिशा में बहुत बड़ा कदम उठाते हुए इन रूटों पर ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाकर 160 किलोमीटर प्रति घंटा करने की याजना बनाई है जिसकी अनुमानित लागत लगभग 10,000 करोड़ रुपये की बताई जा रही है।
दिवाली पर्व के लिए यात्रियों की भारी-भरकम भीड़ को देखते हुए मध्य रेलवे कई गंतव्यों के बीच विशेष ट्रेनें चलाएगी, ताकि लोगों को सफर के दौरान परेशानियों को सामना न करना पड़े।
केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने ललितपुर रेलवे स्टेशन पर खजुराहो पैसेंजर ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। गौर हो कि यह वही ट्रेन है, जिसे 26 अप्रैल 2013 को केंद्रीय राज्यमंत्री प्रदीप जैन ने ललितपुर में ही हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। हालांकि इस बार ट्रेन की पट्टी बदल दी गई है।
देश को खुले में शौच से मुक्त बनाने के प्रयास के बीच आए एक शोध में कहा गया है कि ट्रेनों में बायोडाइजेस्टर शौचालय लगाने के जटिल कार्य की सफलता रेलवे को स्वच्छ बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। गांंधी शांति प्रतिष्ठान द्वारा हाल में प्रकाशित किताब जल थल मल के अनुसार, रेल की पटरी पर शौच निस्तारण को लेकर न्यायालय अक्सर अधिकारियों को फटकार लगाता है। लेकिन समाज में फैली विषमताओं के चलते निकट भविष्य में हर किसी को शौचालय मुहैया होना नामुमकिन है।
पूजा और दिवाली के दौरान यात्रिायों की अतिरिक्त भीड़ को देखते हुए मध्य रेलवे (सीआर) पुणे और जयपुर, वाराणसी एवं जम्मू तवी के बीच 32 विशेष ट्रेनों का संचालन करेगा।
अमेरिकी डाक सेवा द्वारा दीवाली पर डाक टिकट जारी किया गया। भारतीय अमेरिकियों और प्रभावशाली अमेरिकी सांसदों के सात सालों के लगातार प्रयासों के बाद प्रकाश के इस त्योहार पर यह मुमकिन हो सका।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव द्वारा 14 लोगों के टिकट बदलने पर नाराज बताए जा रहे हैं। उन्होंने सिर्फ इतना कहा है कि टिकट वितरण के बारे में उनको जानकारी नहीं है कि किसे टिकट दिए गए हैं और किसके काटे गए हैं, बस आप लोग तुरुप के पत्ते का इंतजार कीजिए। इस दौरान वहां समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव भी उपस्थित थे।
ऐसा लगता है कि यूपी में भाजपा को जिताने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता और इसलिए वहां टिकट बंटवारे में संघ पूरी तरह पार्टी के मामलों में हस्तक्षेप कर रहा है। बताया जा रहा है कि पार्टी द्वारा कई सीटों पर चुने गए उम्मीदवारों से संघ के स्थानीय अधिकारी खुश नहीं हैं और इसलिए पार्टी नवरात्रों में अपनी पहली सूची जारी नहीं कर पाएगी। बताया जा रहा है कि अब दीवाली तक पार्टी अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करेगी।