प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ होने वाली वार्ता पर सबकी निगाहें टिकी हुई है। सोमवार को दोनों नेताओं की मुलाकात होगी।
सभी किसानों की कर्जा माफी और फसल का न्यूनतम समर्थम मूल्य (एसएमपी) के मुद्दों पर देशभर के किसानों में अलख जगाने के लिए मध्यप्रदेश के मंदसौर से छह जुलाई को जनजागृति यात्रा निकाली जाएगी और यह यात्रा दो अक्तूबर को महात्मा गांधी के किसान आंदोलन की सौवीं वर्षगांठ पर बिहार के चंपारण में समाप्त होगी। यह फैसला शुक्रवार को दिल्ली के गांधी शांति प्रतिष्ठान में जुटे करीब 130 किसान संगठनों ने सर्वसम्मति से लिया। इस यात्रा को अंजाम देने के लिए अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति का गठन किया गया है। इतनी बड़ी संख्या में किसानों के संगठन का एकसाथ जुटना किसान एकता की दिशा में एतिहासिक कदम माना जा रहा है। समजा जाता है कि किसानों की इस तरह एकजुटता लंबे अर्से बाद दिखाई दी है।
पूर्व नौकरशाहों ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर अपनी चिंता जाहिर की है। 65 पूर्व नौकरशाहों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुला खत लिखकर देश में बढ़ रहे ‘उग्र-राष्ट्रवाद’ को बंद कराने की अपील की है।
डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद 25 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले बार अमेरिका यात्रा पर जा रहे हैं। ट्रंप के स्वभाव को देखते हुए यह कहना मुश्किल है कि पीएम मोदी को ओबामा के कार्यकाल की तरह वही गर्मजोशी मिलेगी या नहीं? फिलहाल तो नई दिल्ली की तरफ से ज्यादा से ज्यादा यही उम्मीद की जा रही है कि पीएम मोदी की यह यात्रा बिना किसी विघ्न के सकुशल संपन्न हो जाए।
ऐतिहासिक पेरिस जलवायु समझौते से अमेरिका अलग हो गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि विकसित देशों से अरबों डॉलर पाने के लिए भारत पेरिस जलवायु समझौते में शामिल हुआ है।
अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद पाकिस्तान के लोगों को अमेरिकी वीजा की संख्या में 40 फीसदी की कटौती हो गई है। ये स्थिति तब है जबकि पाकिस्तानी राष्ट्रपति ने पाकिस्तान को यात्रा प्रतिबंधित देशों की सूची में नहीं डाला है। दूसरी ओर पिछले वर्ष की समान अवधि के मुकाबले इस वर्ष मार्च और अप्रैल में अमेरिका के गैर आप्रवासन वीजा श्रेणी में भारतीय को 28 फीसदी ज्यादा वीजा दिया गया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इन दिनों सउदी अरब के दौरे पर हैं। इस दौरान रियाद में एक समिट को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा कि भारत आतंक पीड़ित है और हर देश को इस बात का ध्यान रखना चाहिए की उसकी सीमा में आतंक ना पनपे।
ट्विटर के सह-संस्थापक और पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी इवान विलियम्स ने डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति चुने जाने में ट्विटर की भूमिका को लेकर सार्वजनिक तौर पर माफी मांगी है। गौरतलब है कि मार्च में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा था कि ट्विटर ने उनकी जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
अमेरिकी हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स के पूर्व अध्यक्ष न्यूट गिंगरिच ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से अनुरोध किया है कि व्हाइट हाउस में मीडिया रिपोर्टरों के लिए रोज होने वाली प्रेस ब्रीफिंग को बंद कर दें क्योंकि अमेरिकी मीडिया एक भ्रष्ट संस्थान और अमेरिकी राष्ट्रपति का बेईमान विरोधी बन गया है। गिंगरिच के अनुसार व्हाइट हाउस के मीडिया रूम को बंद करने से देश के सामने यह संदेश जाएगा कि मीडिया एक भ्रष्ट संस्थान है और उन्हें (ट्रंप को) ऐसे लोग निशाना बना रहे हैं जो उनकी छवि खराब करना चाहते हैं।