गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने के लिए फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलाेंद आज चंडीगढ़ पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी चंडीगढ पहुंचकर उनका स्वागत किया। फिर दोनों शहर के मशहूर रॉक गार्डन गए और बाद में भारत-फ्रांस व्यापार सम्मेलन में शामिल हुए।
बीते 17 जनवरी को डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस में एक दंपति से दुर्व्यवहार करने के मामले में आरोपी जदयू विधायक सरफराज आलम को पार्टी से निलंबित कर दिया गया। शनिवार को आलम के निलंबन की पुष्टि करते हुए जदयू अध्यक्ष शरद यादव ने कहा कि विधायक का व्यवहार अनुचित था।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी और राज्य की पहली महिला सांसद कविता कलवाकुंटला राजनीति में आने से पहले अपने संगठन तेलंगाना जागृति मंच के जरिए सक्रिय रही हैं। कविता आउटलुक से विशेष बातचीत में राजनीतिक योजना और तेलंगाना के विकास को लेकर खुलकर बातचीत की। पेश है बातचीत के प्रमुख अंश-
अशोक स्तंभ का जो स्वरुप हमारा राष्ट्रीय चिह्न है, वह अशोक स्तंभ का वास्तविक स्वरुप नहीं है। दरअसल असल अशोक स्तंभ में एक चक्र ऊपर भी था जिसमें 32 तीलियां थीं। जब अशोक स्तंभ को राष्ट्रीय चिह्न के तौर पर अपनाया जा रहा था तब एक सांसद ने इस ओर नेहरू का ध्यान आकृष्ट भी कराया लेकिन उन्होंने इसकी अनदेखी कर दी थी।
पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के हिंसा प्रभावित कालियाचक का दौरा करने गई भाजपा सांसदों की टीम को पुलिस ने मालदा रेलवे स्टेशन से ही लौटा दिया। इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और भाजपा के बीच राजनीतिक लड़ाई तेज हो गई है।
एमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट की तरफ से धमकी मिली है। हैदराबाद से सांसद ओवैसी को कथित तौर पर यह धमकी आईएसआईएस के खिलाफ बोलने की वजह से एक सोशल नेटवर्किंग साइट पर मिली है। हालांकि अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले ओवैसी ने कहा है कि वह इससे डरने वाले नहीं हैं।
डीडीसीए में कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम चला रहे भाजपा सांसद कीर्ति आजाद ने आज एक पत्रकार सम्मेलन को संबोधित किया, लेकिन वित्त मंत्री अरुण जेटली का एक बार भी नाम नहीं लिया। हालांकि पहले उन्होंने दावा किया था कि जेटली के अध्यक्ष रहते ही इस क्रिकेट संस्था में वित्तीय गड़बडि़यां हुईं।
डीडीसीए में कथित भ्रष्टाचार का मामला अभी फिलहाल थमता नहीं नजर आ रहा है। रविवार को पूर्व क्रिकेटर और भाजपा सांसद कीर्ति आजाद के प्रेस कांफ्रेंस के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल फिर एक बार आमने सामने आ गए हैं। ताजा घटनाक्रम में जहां अरुण जेटली ने खुद पर लगाए गए आरोपों को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के कुछ अन्य नेताओं के खिलाफ दीवानी एवं आपराधिक मानहानि का केस करने का फैसला किया है, वहीं दिल्ली सरकार ने डीडीसीए में कथित अनियमितताओं और घपलों की जांच कराने का ऐलान किया है।
पार्टी के रुख से अकसर अलग विचार रखने वाले भाजपा के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के प्रधान सचिव के दफ्तर पर सीबीआई के छापे के समय को लेकर सवाल उठाया है और साथ ही हैरानी भी जताई है कि तलाशियों के लिए सलाह किसने दी।