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Search Result : "जेएनयू हिंसा"

रामदेव ने दिए जेएनयू नहीं जाने के संकेत

रामदेव ने दिए जेएनयू नहीं जाने के संकेत

योग गुरू रामदेव ने आज संकेत दिया कि वह जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय का अपना दौरा रद्द कर सकते हैं, जहां उन्हें मुख्य वक्ता के तौर पर संबोधन के लिए आमंत्रित किया गया है। वहीं विश्वविद्यालय ने एक छात्र समूह की आमंत्रण वापस लेने की मांग ठुकरा दी है।
छत्तीसगढ़ में 70 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

छत्तीसगढ़ में 70 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल बस्तर क्षेत्र के सुकमा जिले में 15 महिलाओं सहित 70 नक्सलियों ने आज आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस के अनुसार माओवादी आंदोलन और हिंसा से निराश होकर इन लोगों ने अपने हथियार डालने का फैसला किया।
निर्भया की तीसरी बरसीः औरतों पर बैखौफ हिंसा जारी

निर्भया की तीसरी बरसीः औरतों पर बैखौफ हिंसा जारी

हिंसा की शिकार बच्चियों और महिलाओं को आज भी बरसों-बरस न्याय के लिए इंतजार करना पड़ रहा है, हिंसा की घटनाओं में इजाफा, नाबालिग अपराधियों पर बहस जारी
हर विद्रोह में ‘विद्रोही’ जिंदा रहेगा

हर विद्रोह में ‘विद्रोही’ जिंदा रहेगा

संघर्ष का नाम जनकवि रमाशंकर 'विद्रोही' नहीं रहे। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में पिछले दो दशकों में आने वाले हजारों छात्र उनकी कविता सुनकर संघर्ष करना सीखे होंगे। 'आसमान में धान बोने वाला' ये निर्भीक कवि संघर्ष करते हुए ही मरा। सोशल मीडिया पर विद्रोही की कविताओं का उत्सव सा जारी है। आंदोलनों में उनकी कविताएं गूंजती रहती हैं लेकिन उनकी चर्चित कविताओं में ‘जब भी किसी गरीब आदमी का अपमान करती है, ये तुम्हारी दुनिया, तो मेरा जी करता है, कि मैं इस दुनिया को उठाकर पटक दूं।’, ‘मैं भी मरूंगा और भारत के भाग्य विधाता भी मरेंगे लेकिन मैं चाहता हूं कि पहले जन-गण-मन अधिनायक मरें, फिर भारत भाग्य विधाता मरें ’, ‘आज तो चाहे कोई विक्टोरिया छाप काजल लगाए या साध्वी ऋतंभरा छाप अंजन लेकिन असली गाय के घी का सुरमा, तो नूर मियां ही बनाते थे...’ , ‘मैं किसान हूं आसमान में धान बो रहा हूं, कुछ लोग कह रहे हैं कि पगले, आसमान में धान नहीं जमा करता, मैं कहता हूं पगले, अगर जमीन पर भगवान जम सकता है तो आसमान में धान भी जम सकता है।..’ सोशल मीडिया पर इस जनकवि को श्रद्धांजलि देने वालों का सैलाब है-
जेएनयू में यौन उत्पीड़न की झूठी शिकायत पर दंड का प्रावधान

जेएनयू में यौन उत्पीड़न की झूठी शिकायत पर दंड का प्रावधान

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय ने यौन उत्पीड़न को लेकर एक नई नीति की अधिसूचना जारी की है जिसमें झुठी शिकायतों के लिए भी दंड का प्रावधान किया गया है। गौरतलब है कि पिछले दो साल के दौरान दिल्ली के किसी अन्य संस्थान की तुलना में जेएनयू में यौन उत्पीड़न की सर्वाधिक शिकायतें दर्ज कराई गई हैं।
बोले प्रणब, असल गंदगी दिमाग में

बोले प्रणब, असल गंदगी दिमाग में

असहिष्णुता पर बढ़ते विवाद के बीच कड़ा संदेश देते हुए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज कहा कि लोगों को अपने मन मस्तिष्क से विभाजनकारी विचारों को हटाना चाहिए तथा सार्वजनिक अभिव्यक्ति को सभी तरह की हिंसा से मुक्त करना चाहिए।
टीपू जयंती समारोह में हिंसा, विहिप नेता की मौत

टीपू जयंती समारोह में हिंसा, विहिप नेता की मौत

अठारहवीं सदी में मैसूर के शासक टीपू सुल्तान की जयंती पर समारोह आयोजित करने को लेकर फैली हिंसा में विश्व हिंदू परिषद के एक नेता की मौत हो गई तथा पुलिसकर्मियों समेत कई अन्य घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि यहां पास के एक इलाके में कुछ अज्ञात लोगों द्वारा की गई गोलीबारी में एक युवक घायल भी हो गया। पूरे कोडागू जिले में निषेधाज्ञा लागू कर है तथा हालात को नियंत्रण में लाने के लिए अतिरिक्त बलों को इलाके में भेजा गया है।
बिहार: आपराधिक पृष्ठभूमि वाले प्रत्‍याशी उतारने में भाजपा अव्वल

बिहार: आपराधिक पृष्ठभूमि वाले प्रत्‍याशी उतारने में भाजपा अव्वल

एडीआर की रिपोर्ट से उजागर हुआ भाजपा सहित बाकी तमाम दलों के उम्मीदवारों का हलफनामे में दिया ब्यौरा, किसी भी दल ने नहीं तरजीह दी महिलाओं को
प्रधानमंत्री की चुप्पी असहिष्‍णुता को बढ़ावा दे रही- सोनिया

प्रधानमंत्री की चुप्पी असहिष्‍णुता को बढ़ावा दे रही- सोनिया

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और कहा कि पीएम की चुप्पी असहिष्‍णुता को बढ़ावा दे रही है। देश में बढ़ रही सांप्रदायिक ‌हिंसा की घटनाओं का जिक्र करते हुए सोनिया ने कहा कि पार्टी ऐसी शक्तियों से पूरी ताकत के साथ मुकाबला करेगी। उन्होने कहा कि जो कुछ भी घटित हो रहा है वह सचमुच में हर भारतीय के लिए गहरी चिंता का विषय होना चाहिए।
योग व संस्कृति पाठ्यक्रम के प्रस्ताव को जेएनयू ने ठुकराया

योग व संस्कृति पाठ्यक्रम के प्रस्ताव को जेएनयू ने ठुकराया

भारतीय संस्कृति और योग में लघु-अवधि पाठ्यक्रम शुरू करने के एक प्रस्ताव को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की शैक्षणिक परिषद ने खारिज कर दिया। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग और मानव संसाधन विकास मंत्रालय के साथ संवाद के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन इस प्रस्ताव के साथ आगे आया था।
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