महाराष्ट्र के पुलगांव के केंद्रीय आयुध डिपो में लगी भयावह आग को असामान्य घटना बताते हुए राजग की सहयोगी शिवसेना ने बुधवार को इसमें किसी तरह की साजिश की आशंका जताई और केंद्र से लोगों की जान तथा वहां बड़ी मात्रा में गोला-बारूद के भंडार के नुकसान की जिम्मेदारी लेने को कहा।
महाराष्ट्र के वर्धा जिले के पुलगांव में केंद्रीय आयुध डिपो में आग लग गई है। सेना के सबसे बड़े हथियार डिपो में आग लगने से दो अधिकारियों और 15 जवानों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि आयुध डिपो में आग देर रात करीब डेढ़ बजे लगी। आग पर काबू पाने की कोशिशें देर रात से जारी है लेकिन बीच-बीच में हो रहे धमाकों की वजह से ऑपरेशन में परेशानी आ रही है।
हरियाणा में जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान हुई हिंसा पर गठित की गई कमेटी के अध्यक्ष बीएसएफ के पूर्व डायरेक्टर जनरल प्रकाश सिंह ने अपनी रिपोर्ट में दंगा रोकने में नाकाम राज्य प्रशासन के करीब 80 अधिकारियों का नाम शामिल किया है। इनमें पांच आईएएस तथा पांच आईपीएस अधिकारी भी हैं। सेना की मौजूदगी को गंभीरता से लेते हुए कमेटी ने कहा कि पाकिस्तान के साथ एक छोटे युद़ध में जितनी सेना लगार्इ्र जा सकती है, उतने जवान हरियाणा में उतार दिए गए थे।
भारत रत्न लता मंगेशकर और रिकार्ड धारी बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का मजाक उड़ाने पर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने एआईबी कॉमेडियन तन्मय भट्ट के खिलाफ पुलिस में शिकायत की है। जिसकी जांच की जा रही है। इधर अनुपम खेर और रितेश देशमुख जैसे कई कलाकारों ने इस तरह के मजाक की कड़ी आलोचना की है।
अब तक चीन अपनी सीमा में भारतीयों के तीर्थ कैलाश मानसरोवर जाने के लिए कुल 250 तीर्थयात्रियों को इजाजत देता है। इस बार चीन ने इस संख्या को बढ़ाने की मंजूरी दी है।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भारत और चीन के बीच कारोबारी संबंध बढ़ाने पर जोर दिया हैा उन्होंने कहा कि भारत चीन के निवेशकों का स्वागत करता हैा जो निवेशक देश के मेक इन इंडिया में अपनी भागीदारी देता है उनके लाभ के लिए भारत हर संभव प्रयास करेगाा
देश में विकसित हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) के नौसेना के इस्तेमाल लायक प्रोटोटाइप्स एनपी-1 (ट्रेनर) और एनपी-2 (लड़ाकू) को रात में उड़ने में परेशानी न हो इसके लिए इन विमानों के रात्रिकालीन उड़ान परीक्षण किए जा रहे हैं।
विश्व के अनेक देश आतंकवाद को लेकर गंभीर तो दिख रहे हैं लेकिन इन आतंकी संगठनों का मुकाबला कैसे किया जाए इस पर सहमति नहीं बन पा रही है। दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका को ही ले लें। वह एक ओर तो आतंकवाद से लड़ने की बात करता है और दूसरी ओर लगातार आतंकवादियों को बढ़ावा देने वाले देशों का समर्थन करता है।