अभिनेत्री और भारतीय जनता पार्टी की सदस्य रूपा गांगुली को आज राज्यसभा के लिए मनोनीत किया गया। रूपा ने लोकप्रिय धारावाहिक महाभारत में द्रौपदी का किरदार अदा किया था।
सचिन तेंदुलकर के अलमारी से जुड़े रहस्य, नवजोत सिंह सिद्धू और अजय जडेजा की मैदान से बाहर की आदतों जैसे कई किस्से आज यहां ईडन गार्डन्स पर टाक शो के दौरान पूर्व क्रिकेटरों ने बयां किये। पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने खुलासा किया कि बल्लेबाजी के बादशाह तेंदुलकर जब खेला करते थे तो वह केवल बल्लेबाजी और खरीदारी करते थे।
द कपिल शर्मा शो के निर्माताओं ने राजनेता नवजोत सिंह सिद्धू के इस हास्य कार्यक्रम से अलग होने की अफवाहों का खंडन किया है। कुछ समय से ऐसी अफवाहें थीं कि सिद्धू लोकप्रिय स्टैंडअप हास्य कलाकार कपिल शर्मा के कार्यक्रम से अलग हो रहे हैं।
भाजपा से अलग होकर नया मोर्चा आवाज-ए-पंजाब बनाने वाले नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा है कि वह कोई पार्टी नहीं बनाएंगे। आवाज-ए-पंजाब कोई राजनैतिक दल नहीं है। उन्होंने कहा कि वे सिर्फ फोरम तक सीमित रहेंगे और किसी के साथ भी गठबंधन के लिए उनके मोर्चा का दरवाजा खुला है। उनका कहना है कि जो भी पंजाब की बेहतरी के लिए आगे आएगा, वे उसके साथ जुड़ सकते हैं।
अपने राज्य पंजाब के लिए आखिरकार नवजोत सिंह सिद्धू गुरुवार को चंडीगढ़ में खुलकर सामने आ ही गए। क्रिकेटर से राजनेता बनेे सिद्धू ने अपने राजनीतिक संगठन 'आवाज-ए-पंजाब' का औपचारिक एलान कर दिया। उन्होंने आवाज-ए-पंजाब को एक इंकलाबी संगठन बताया और कहा कि पंजाब की जनता सरकार बदलना चाहती है।
विवादास्पद नेता, खिलाड़ी, टी.वी. चैनलों में शायरी और चुटकुलों के गेस्ट आर्टिस्ट नवजोत सिंह सिद्धू के नेतृत्व में 'आवाज ए पंजाब’ नाम से नया मोर्चा बन रहा है। लोकतंत्र में क्षेत्रीय हितों के लिए राजनीतिक दल बनते-विलय होते रहे हैं। यह राष्ट्रीय राजनीतिक दलों की कमजोरियों का ही प्रमाण है।
क्रिकेटर से राजनेता बने नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब को एक नया राजनैतिक दल अगले सप्ताह देने जा रहे हैं। भाजपा से मुंह मोड़ने के बाद आप में शामिल होने की अटकलों के बीच सबकी नजरेंं तेज तर्रार नवजोत सिंह सिद्धू पर थी। और उन्होंने अपने फैसलों से हर बार की तरह बस बार भी चौंका दिया है। नवजोत पंजाब में नए राजनीतिक मोर्चे आवाज-ए-पंजाब का नेतृत्व करेंगे। पंजाब में अगले वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं।
राष्ट्र द्रोह का कानून नया नहीं है। ब्रिटिश राज में भी यही कानून लागू था। आजादी के बाद संविधान निर्माता स्वयं राष्ट्र को समर्पित थे और उन्होंने भारत के विरूद्ध किसी तरह के षडयंत्र और गतिविधि को रोकने एवं कड़ी सजा के प्रावधान कर दिए।
कभी पंजाब में भारतीय जनता पार्टी का मुख्य चेहरा रहे और अब राज्यसभा से इस्तीफा दे चुके नवजोत सिंह सिद्धू के लिए भविष्य की राह मुश्किल हो गई है। राज्यसभा छोड़ने के तुरंत बाद जो आम आदमी पार्टी सिद्धू को अपने साथ जोड़ने के लिए तैयार थी वो अब पार्टी में उन्हें शामिल करने के लिए किंतु-परंतु कर रही है।
क्रिकेटर से राजनेता बने भाजपा नेता नवजोत सिंह सिद्धू राज्यसभा से इस्तीफा देने के बाद 15 अगस्त को आम आदमी पार्टी में प्रवेश करने वाले थे। इसकी पुष्टि उनकी पत्नी नवजोत कौर ने भी की थी लेकिन आजादी का पर्व बीत गया पर नवजोत सिंह सिद्धू आप में शामिल नहीं हुए। सूत्राें के अनुसार उनकी आम आदमी पार्टी में ज्वाइनिंग टल गई है।