Advertisement

Search Result : "किसान संयुक्त मोर्चा"

पठानकोट हमले की जांच के लिए भारत पहुंचा पाकिस्तानी जांच दल

पठानकोट हमले की जांच के लिए भारत पहुंचा पाकिस्तानी जांच दल

पठानकोट के वायु सेना स्टेशन पर हमले के मामले की जांच के लिए पाकिस्तान का पांच सदस्यीय संयुक्त जांच दल (जेआईटी) रविवार को भारत पहुंचा। इस जांच दल में आईएसआई का एक अधिकारी भी शामिल है। किसी आतंकी मामले की जांच के लिए पाकिस्तान के दल की यह इस तरह की यह पहली भारत यात्रा है।
पठानकोट हमला: भारत ने पाक जेआईटी के पांच सदस्यों को दिया वीजा

पठानकोट हमला: भारत ने पाक जेआईटी के पांच सदस्यों को दिया वीजा

भारत ने पठानकोट वायु सेना अड्डे पर आतंकी हमले की जांच के लिए पाकिस्तान में गठित संयुक्त जांच दल (जेआईटी) के पांच सदस्यों को आज वीजा जारी किया। भारत इस हमले के लिए पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद को जिम्मेदार ठहराता रहा है।
ब्रुसेल्स के दो फिदायिन हमलावरों की हुई पहचान, तीसरा भी गिरफ्तार

ब्रुसेल्स के दो फिदायिन हमलावरों की हुई पहचान, तीसरा भी गिरफ्तार

ब्रुसेल्स में खुद को उड़ाने वाले दो फिदायिन हमलावरों की शिनाख्त करने के साथ ही एयरपोर्ट पर धमाके के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। बोल्जियम मीडिया ने खबर दी है कि पुलिस ने ब्रुसेल्स हवाईअड्डे पर घातक हमले के मुख्य आरोपी नाजिम लाचरोई को गिरफ्तार करने के साथ ही दो अन्य फिदायिन हमलावरों की भी पहचान कर ली है। बेल्जियम पुलिस के अनुसार दोनों आपस में भाई थे, जिनकी तलाश पेरिस हमले के मुख्य संदिग्ध सालेह अब्देलसलाम से संबंधों को लेकर की जा रही थी।
ट्रंप की धमकी, ईरान से समझौते को वीटो कर दूंगा

ट्रंप की धमकी, ईरान से समझौते को वीटो कर दूंगा

भले ही डोनाल्ड ट्रंप अबतक रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की दावेदारी हासिल नहीं कर पाए हों मगर उन्होंने अभी से यह बताना शुरू कर दिया है कि राष्ट्रपति चुने जाने के बाद वह क्या बदलाव लाने जा रहे हैं। इस कड़ी में उनकी ताजा धमकी ने पूरे विश्व समुदाय को चिंतित कर दिया है।
एक्सक्लूसिव - 'इसलिए हम केजरीवाल पर भरोसा नहीं करते'

एक्सक्लूसिव - 'इसलिए हम केजरीवाल पर भरोसा नहीं करते'

पंजाब के गांव-गांव में चुनावी गतिविधियों की धमक सुनाई दे रही है। चौपालों पर सियासी सरगर्मियां तेज हैं। किसे, क्यों वोट देना चाहिए और किसे क्यों नहीं देना चाहिए इस पर चर्चाएं तेज हैं। आमतौर पर पंजाब में एक या दो दफा लगातार सत्ता सुख के बाद सत्ता परिवर्तन होता ही है लेकिन इस दफा आम आदमी पार्टी ने पंजाब में कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल के समीकरण बिगाड़ दिए हैं। हालांकि चुनावों में अभी समय है और आखिरी महीनों में राजनीति बिसात पर कौन क्या चाल चलता है, कहा नहीं जा सकता लेकिन आज की सच्चाई यह है कि राज्य में आम आदमी पार्टी का हाथ ऊपर है।
किसानों और गांवों की समृद्धि से देश विकसित होगा- मोदी

किसानों और गांवों की समृद्धि से देश विकसित होगा- मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को किसानों, राज्यों और केंद्र सरकार सहित सभी हितधारकों से 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का संकल्प‍ लेने का आह्वान किया।
भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में होगी कई अहम मुद्दों पर चर्चा

भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में होगी कई अहम मुद्दों पर चर्चा

शनिवार से शुरू होने जा रहे भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा होनी है जिनमें कांग्रेस द्वारा फैलाए जा रहे दुष्प्रचार के अलावा किसानों और गांव के लिए बजट में किए गए प्रावधानों पर चर्चा होगी।
‘एक दफा तो किसानों का कर्ज माफ कर दो’

‘एक दफा तो किसानों का कर्ज माफ कर दो’

‘सरकार बीमार इंडस्ट्री के नाम पर इंडस्ट्रीज का करोड़ों का कर्ज माफ कर देती है, हमारा इतना कहना है कि एक दफा तो किसान का कर्जा माफ कर दो।‘ कर्ज के मारे देश के दिहाड़ीदार बन चुके किसानों का यह कहना है। अपनी बात सरकार तक पहुंचाने के लिए आज देश भर से हजारों किसान दिल्ली के जंतर-मंतर पर इक्ट्ठा हुए। भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के बैनर तले इन्होंने देश में जल्द से जल्द डॉ. एमएस स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करने के लिए कहा।
17 को देशभर के किसानों का दिल्ली में धरना

17 को देशभर के किसानों का दिल्ली में धरना

आने वाली 17 मार्च को दिल्ली के जंतर-मंतर पर देश भर से आए किसान सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। इसमें भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के बैनर तले देशभर से लगभग 25,000 किसानों के शामिल होने की संभावना है।
34 देशों के पास अपने लोगों के लिए पर्याप्त भोजन नहीं : संयुक्त राष्ट्र

34 देशों के पास अपने लोगों के लिए पर्याप्त भोजन नहीं : संयुक्त राष्ट्र

संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया में 34 देश ऐसे हैं जिनके पास अपनी आबादी को खिलाने के लिए पर्याप्त भोजन नहीं है और इनमें से 80 प्रतिशत देश अफ्रीका महाद्वीप के हैं। इस अनापूर्ति के पीछे एक बहुत बड़ी वजह इन देशों का संघर्ष, सूखा और बाढ़ इत्यादि से जूझना बताई गई है।