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Search Result : "किसान आत्महत्या"

मानेसर जमीन प्रकरण : ईडी ने हुड्डा और अन्य के खिलाफ पीएमएलए मामला दर्ज किया

मानेसर जमीन प्रकरण : ईडी ने हुड्डा और अन्य के खिलाफ पीएमएलए मामला दर्ज किया

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के लिए नयी मुसीबत पैदा करते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुड़गांव के मानेसर में जमीन के अधिग्रहण में कथित वित्तीय अनियमितताओं को लेकर उनके और अन्य के खिलाफ धनशोधन का मामला दर्ज किया। इस प्रकरण में किसानों को 1500 करोड़ रूपए का चूना लगाया गया था।
हमने किसानों का 70000 करोड़ का कर्ज माफ किया, मोदी भी ऐसा करें : राहुल

हमने किसानों का 70000 करोड़ का कर्ज माफ किया, मोदी भी ऐसा करें : राहुल

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी अगर अमीरों का कर्ज माफ कर रहे हैं तो गरीबों का, किसानों का भी कर्ज माफ करें। उन्होंने कहा कि हम केंद्र सरकार पर दबाव डालेंगे कि जैसे यूपीए ने किसानों का 70 हजार करोड़ का कर्ज माफ किया वैसे मोदी जी भी किसानों का कर्ज माफ करें।
राहुल की किसान पदयात्रा : गन्ना किसानों को कर्ज माफी की उम्मीद

राहुल की किसान पदयात्रा : गन्ना किसानों को कर्ज माफी की उम्मीद

कुशीनगर और उससे लगे देवरिया जिलों में तीन दिन से लगातार बारिश हो रही है और इस बीच किसानों ने संशय के साथ कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के कृषि रिण माफी करने के वादे का स्वागत किया है। राहुल ने 2,500 किलोमीटर लंबी किसान पदयात्रा के पहले दिन किसानों का रिण माफ करने का वादा किया था। राहुल की दूसरी खाट सभा के पास टहल रहे 73 साल के रमन यादव ने उदासीनता के साथ राजनीति पर बात की। यादव आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मौका देने पर विचार कर रहे हैं। उनके परिवार के पास तीन बीघा जमीन है लेकिन यादव ने कहा कि कि इससे जैसे तैसे परिवार का गुजारा हो जाता है।
खाट के साथ गन्ने के खेत का खतरा

खाट के साथ गन्ने के खेत का खतरा

राहुल गांधी को खाट-सभा की सलाह देने वाले पी के जैसे सलाहकारों को यह पता नहीं होगा कि गांवों में हरियाली खेती के आसपास खाट बिछाकर थोड़ा सुकून मिल सकता है, वहीं कुछ गड़बड़ होने पर गन्ने की खेती से निकलकर भागना घायल कर देता है।
बारिश होने के बावजूद देश के बड़े हिस्से में सूखे का संकट

बारिश होने के बावजूद देश के बड़े हिस्से में सूखे का संकट

लगातार दो सालों तक सूखे के बाद भारत में औसत बारिश हुई है। बारिश अगस्त के अंत तक 100 फीसदी के औसत से 2 प्रतिशत कम थी। लेकिन इसके बावजूद देश के एक तिहाई से ज्यादा हिस्से में कम बारिश हुई है। जिस कारण से यहां सूखे का संकट उत्पन्न होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है।
'यूपी में जीते तो किसानों का कर्ज माफ, बिजली बिलों में 50 फीसदी की कटौती'

'यूपी में जीते तो किसानों का कर्ज माफ, बिजली बिलों में 50 फीसदी की कटौती'

राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण उत्तर प्रदेश में सत्ता प्राप्त करने के प्रयास के तहत अपनी 2500 किलोमीटर लंबी किसान यात्रा की शुरुआत करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी मंगलवार को किसानों से मिले और 2017 के विधानसभा चुनाव में सत्ता में आने पर रिण माफ करने तथा बिजली बिलों में 50 प्रतिशत तक की कमी करने का वायदा किया। देवरिया से दिल्ली यात्रा उत्तर प्रदेश में सत्ता के 27 साल के सूखे को दूर करने के कांग्रेस के अभियान का हिस्सा है।
अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कलिखो पुल ने की आत्महत्या

अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कलिखो पुल ने की आत्महत्या

मुख्यमंत्री की कुर्सी छिन जाने के बाद से हताश चल रहे अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कलिखो पुल ने आत्महत्या कर ली। मंगलवार सुबह ईटानगर स्थिति मुख्यमंत्री के बंगले में उनका शव रस्सी से लटका पाया गया।
दलित युवक  ने की आत्महत्या, चौकी छोड़ भागे पुलिसकर्मी

दलित युवक ने की आत्महत्या, चौकी छोड़ भागे पुलिसकर्मी

कानपुर में पुलिस की बर्बर पिटाई से परेशान होकर एक युवक ने आत्महत्या करने के बाद चौकी के दरोगा और सिपाही सभी फरार हो गए। मामले को बढ़ता देख कानपुर के एसएसपी शलभ माथुर ने उस चौकी के 12 सिपाहियों, दो दरोगा और थाने के थानाध्यक्ष को सस्पेंड कर दिया।
रोहित वेमुला ने भेदभाव के कारण ही की थी आत्महत्याः एनसीएससी

रोहित वेमुला ने भेदभाव के कारण ही की थी आत्महत्याः एनसीएससी

राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) ने अपनी जांच में पाया है कि हैदराबाद यूनिवर्सिटी के छात्र रोहित वेमुला ने भेदभाव के कारण ही आत्महत्या की थी। यही वजह है कि आयोग शैक्षणिक संस्थानों में भेदभाव और अत्याचार रोकने के लिए अलग कानून चाहता है।
अफसरशाही और नेताओं के बीच पिसता प्रसार भारती

अफसरशाही और नेताओं के बीच पिसता प्रसार भारती

'अगर किसी अच्छी खासी चलती हुई चीजों का भट्टा बैठाना हो तो उसे सरकारी लोगों के हाथों में सौंप देना चाहिए। नाम न छापने की शर्त पर प्रसार भारती के अधिकारी जब यह कहते हैं तो पहली बार में यह बात अतिश्योक्ति लग सकती है लेकिन जब प्रसार भारती की हालत पर गौर करें तो इस वाक्य‍ का एक-एक शब्द‍ ठीक लगने लगता है। निजी चैनलों के बीच सुस्त चाल में चलते दूरदर्शन को यूं तो कोई फिक्र नहीं रहती लेकिन जो भी थोड़ी-बहुत ठीक चलते कार्यक्रम या बातें हैं वह प्रसार भारती में अंदरूनी खींचतान की भेंट चढ़ जाता है।
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