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महाराष्ट्र में 'किताब गांव' बनने की कहानी

महाराष्ट्र में 'किताब गांव' बनने की कहानी

सतारा जिले का एक गांव स्ट्रॉबेरी के लिए काफी लोकप्रिय है लेकिन अब यह गांव किताबों के कारण भी लोकप्रिय होने जा रहा है। दरअसल इस गांव को भारत का पहला किताबों का गांव वाला टैग मिलने वाला है।
आईएसआईएस की कहानी

आईएसआईएस की कहानी

पैट्रिक कॉकबर्न ने अपनी नई किताब आईएसआईएस का आतंक में जिहाद के नए साम्राज्य सीरिया और इराकी विद्रोहों की भूमिका की विवेचना की है। इंडिपेंडेंट की रिपोर्टिंग करते हुए कॉकबर्न ने अपनी अलग प्रतिष्ठा बनाई। वह विवेकपूर्ण और गंभीर पत्रकारिता के लिए जाने जाते हैं, जो किसी स्थान विशेष पर बिताए गए समय से उपजी है। पुस्तक लेखक के गहन विचारों और शोध को भी दर्शाती है। मध्यपूर्व में फैल रहे आतंकवादी गतिविधियों को लेकर प्रकाशित हुई कई किताबों में यह किताब सबसे अधिक स्वागत योग्य है।
लिंकन के दुख की अलग कहानी कहती है यह किताब

लिंकन के दुख की अलग कहानी कहती है यह किताब

फोलियो पुरस्कार प्राप्त लेखक जॉर्ज सौंडर्स अपना नया उपन्यास लिंकन इन द बाड्रो लेकर आए हैं। एक अकेली रात की पृष्ठभूमि पर आधारित इस उपन्यास में लेखक ने 11 वर्षीय बेटे विली की मौत से आहत अब्राहम लिंकन के दुख को दर्शाया गया है। यह वही वक्त था जब अमेरिका में गृहयुद्ध को लेकर नाराजगी उफान पर थी।
पाकिस्तान के बिना सार्क साहित्योत्सव

पाकिस्तान के बिना सार्क साहित्योत्सव

दिल्ली में तीन दिन का सार्क साहित्य उत्सव शुरू हो गया है। सभी सार्क देशों की उपस्थिति है सिवाय पाकिस्तान के। यह उत्सव सार्क लेखकों के लिए फाउंडेशन ऑफ सार्क राइटर एंड लिटरेटर (एफओएसडब्लूएएल) और विदेश मंत्रालय के सौजन्य से हो रहा है।
प्रगति मैदान में मिलेंगे अगले साल, अब गुवाहाटी की तैयारी

प्रगति मैदान में मिलेंगे अगले साल, अब गुवाहाटी की तैयारी

पुस्तक प्रेमियों की भीड़ भरी यादों के साथ प्रगति मैदान का नई दिल्ली पुस्तक मेला, ‘मिलेंगे फिर अगले साल जनवरी में’ संदेश के साथ संपन्‍न हुआ। राष्ट्रीय पुस्तक न्यास फिलहाल इसी माह की 28 तारीख से शुरू होने वाले तीन दिवसीय ब्रह्मपुत्र साहित्य उत्सव, गुवाहाटी की तैयारी में लग गया है।
विवेक मिश्र रमाकांत पुरस्कार से सम्मानित

विवेक मिश्र रमाकांत पुरस्कार से सम्मानित

विवेक मिश्र को साहित्यिक पत्रिका हंस में प्रकाशित उनकी कहानी ‘और गिलहरियां बैठ गईं’ के लिए अठारहवें रमाकांत स्मृति कहानी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
विद्या के लिए देखें कहानी 2

विद्या के लिए देखें कहानी 2

कहानी फिल्म विद्या बालन के करिअर की अभी तक की फिल्मों में उम्दा फिल्म है। अब उसी सफलता को लेकर कहानी 2 आई है। कहानी 2 का कहानी फिल्म से कोई कनेक्शन नहीं है। कहानी भी सस्पेंस फिल्म थी और कहानी 2 भी शानदार थ्रिलर है। कहानी की तरह ही कहानी 2 पर भी निर्देशक सुजॉय घोष ने पकड़ ढीली नहीं पड़ने दी है।
मैं फिल्म की कहानी से नहीं बल्कि सीधा लोगों से जुड़ता हूं: शाहरख

मैं फिल्म की कहानी से नहीं बल्कि सीधा लोगों से जुड़ता हूं: शाहरख

फिल्म इंडस्ट्री में अपने 25 साल के शानदार सफर के बीच शाहरख खान के लिए अपनी फिल्मों के चयन की प्रक्रिया काफी जटिल रही है लेकिन इस सुपरस्टार का कहना है कि उन्होंने फिल्म बनाने के लिए हमेशा फिल्म निर्माता-निर्देशकों से संपर्क साधा है।
नोटबंदी का असर, शादी विवाह का मौसम बुरी तरह प्रभावित

नोटबंदी का असर, शादी विवाह का मौसम बुरी तरह प्रभावित

पांच सौ और हजार रूपये के बड़े नोटों के चलन से बाहर होने से फौरी तौर पर नकदी की भारी कमी हो जाने की वजह से शादी-विवाह का मौसम बुरी तरह प्रभावित हुआ है। वर्तमान हालात में कोई बड़ा उत्सव कर पाना काफी कठिन काम हो गया है।
'औरतों के जीवन के खुलेपन की कहानी'

'औरतों के जीवन के खुलेपन की कहानी'

साहित्य अकादेमी, दिल्ली के प्रवासी मंच कार्यक्रम में अरुणा सब्बरवाल ने अपनी कहानी उडारी का पाठ किया। चर्चा में वक्ताओं की आम राय थी कि यह औरतों के जीवन में आए खुलेपन ‌की कहानी है। ज्यादातर पसंद आई कहानी पर यह भी कहा गया कि लंदन में विवाहेतर और अकेली महिलाओं के संबंधों को जो पारिवारिक-सामाजिक मान्यता है, वह दिन भारत के लिए अभी दूर है।