कश्मीर में उड़ी हमले के करीब दस दिन बाद भारत ने आखिरकार कार्रवाई कर दी है। भारतीय सेना ने लाइन ऑफ कंट्रोल के नजदीक आतंकियों के ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक करके 35 से 38 आतंकवादियों को ढेर किया है। भारतीय डीजीएमओ की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस करके गुरुवार को हमले पर जानकारी दी गई। इधर पाक ने कहा है कि क्रॉस बॉर्डर फायरिंग में उसके दो सैनिक मारे गए हैं।
कांग्रेस ने नियंत्रण रेखा के पार आतंकी ठिकानों पर लक्ष्य कर किये गये हमलों की प्रशंसा की और कहा कि व़ह पूरी तरह सशस्त्र बलों के साथ है। भाजपा ने नियंत्रण रेखा के पार घुसपैठ के लिये इस्तेमाल किये जाने वाले आतंकी ठिकानों को लक्ष्य कर की गयी कार्रवाई के लिये सशस्त्र बलों की सराहना की और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनकी सरकार कथनी नहीं करनी में विश्वास रखती है।
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को गरीबों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध बताते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मथुरा में आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में चाचा-भतीजे की सपा सरकार राज्य को विकास के रास्ते पर नहीं ले जा सकती। उन्होंने भाजपा को मौका देने की अपील करते हुए पूछा कि प्रदेश की जनता कब तक बसपा के भ्रष्टाचारी शासन और सपा के गुंडाराज को झेलती रहेगी।
बेलगाम टिप्पणी कर चर्चित रहने वाले सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश मार्कंडेय काटजू ने इस बार देश के राज्य बिहार पर वैचारिक हमला बोला है। काटजू ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा है कि पाकिस्तान को हम एक शर्त पर कश्मीर दे सकते हैं, उसे कश्मीर के साथ-साथ बिहार भी लेना पड़ेगा। काटजू की इस टिप्पणी पर बिहार के लोग खासे नाराज बताए जा रहे हैं।
नाबालिग के यौन शोषण के आरोप में जोधपुर की जेल में बंद आसाराम अब भी नहीं सुधर रहे हैं। मीडिया की रिपोर्ट के अनुुसार हाल ही में मेडिकल चेकअप के लिए आसाराम को जोधपुर से दिल्ली के एम्स लाया गया था। जहां आसाराम ने एम्स के नर्स के गालों की तुलना कश्मीरी सेब से कर दी, जिससे वो झेंप गई।
कश्मीर में हिंसा और बंद को सरकार के राजपत्रित अधिकारी और पुलिस कर्मी भी हवा दे रहे हैं। अलगाववादियों की मंशा को पूरा करने में अधिकारी बराबर मदद कर रहे हैं। ऐसे 150 सरकारी मुलाजिमों की अब तक पहचान की जा चुकी है। सूबे की सरकार ने हालांकि इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
उरी हमले काे लेकर शिवसेना ने पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है। उसने साफ कहा है कि हमला होने के बाद अब तक मोदी पाक को करारा जवाब नहीं दे पाए हैं। एक तरफ जहां पूरा देश मोदी सरकार से उम्मीद लगाए हुए है कि वो पाकिस्तान को करारा जवाब देंगे वहीं शिवसेना की नजर में ऐसा कुछ नहीं होने वाला। पार्टी के अनुसार यह सिर्फ सोशल मीडिया पर प्रचार फैलाया जा रहा है कि मोदी जी ने पाकिस्तान को अलग-थलग कर दिया है लेकिन सच्चाई इससे अलग है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोई भी देश पाक के खिलाफ नहीं हुआ है बल्कि उसके साथ ही खड़ा है।