पठानकोट के वायु सेना स्टेशन पर हमले के मामले की जांच के लिए पाकिस्तान का पांच सदस्यीय संयुक्त जांच दल (जेआईटी) रविवार को भारत पहुंचा। इस जांच दल में आईएसआई का एक अधिकारी भी शामिल है। किसी आतंकी मामले की जांच के लिए पाकिस्तान के दल की यह इस तरह की यह पहली भारत यात्रा है।
भारत ने पठानकोट वायु सेना अड्डे पर आतंकी हमले की जांच के लिए पाकिस्तान में गठित संयुक्त जांच दल (जेआईटी) के पांच सदस्यों को आज वीजा जारी किया। भारत इस हमले के लिए पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद को जिम्मेदार ठहराता रहा है।
ब्रसेल्स में हुए घातक आतंकी हमले के मद्देनजर भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने देश के संवेदनशील हवाई अड्डों पर चौकसी बढ़ा दी है। जिसके तहत हवाई अड्डों पर यात्रियों से जूते और बेल्ट उतारने को कहा जा रहा है और उनकी सघन तलाशी ली जा रही है।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आज पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज के साथ बातचीत के बाद कहा कि पठानकोट आतंकवादी हमले की अपनी जांच आगे बढ़ाने के लिए पाकिस्तान की एक संयुक्त जांच टीम 27 मार्च को भारत पहुंचेगी।
तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के खिलाफ घूस लेने के आरोपों की जांच संसद की एथिक्स कमेटी करेगी। तृणमूल कांग्रेस के छह सांसद और कुछ नेता जांच के दायरे में होंगे। शून्य काल के दौरान राज्यसभा में इस मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ। तृणमूल कांग्रेस और माकपा के सांसद के बीच तीखी बहस हुई।
सरकार ने इशरत जहां मामले में लापता फाइलों के मामले पर विचार के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया। अतिरिक्त गृह सचिव को इसकी जांच का जिम्मा दिया गया है।
विदेशों में पहुंचा अरबों का काला धन वापस लाने के वायदे के साथ आई सरकार विदेशों में जाल बिछाने की बातें महीनों से कर रही है। लेकिन ललित मोदी, विजय माल्या, सुब्रत राय ही नहीं पचीसों लोगों ने बैंकों, सेबी, आयकर, कस्टम्स को चूना लगाकर अरबों रुपया अंदर बाहर किया है।
घूस लेने के आरोप में गिरफ्तार किए गए कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के चेयरमैन राजपाल सिंह कहलों के खिलाफ हवाला लेनदेन के मामले में जांच शुरू कर दी गई है। दूसरी और, केन्द्रीय जहाजरानी परिवहन मंत्रालय के निर्देश पर कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट ने कहलों के खिलाफ साजिश के एंगल से आंतरिक जांच शुरू कर दी है। कहलों ने दावा किया है कि बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के करीबी एक उद्योगपति ने साजिशन उन्हें फंसाया है। उनके और कहलों के बीच कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट की जमीन को लेकर ठन गई थी। उद्योगपति श्रीकांत मोहता की टेलिफल्म कंपनी के दखल वाली उस जमीन को कोलकाता पोर्ट ने हाईकोर्ट की दखल से कुछ अरसा पहले छुड़ा लिया था।