कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी शुक्रवार को अपना ४५वां जन्मदिन कुछ खास अंदाज में मनाया। राहुल के सांसद बनने के बाद यह पहला अवसर था कि उन्होने अपना जन्मदिन दिल्ली में मनाया। नहीं तो हर साल राहुल दिल्ली से बाहर रहे और कांग्रेसी कार्यकर्ता मायूस रहे। लेकिन इस बार कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में उत्साह रहा और राहुल ने भी उन्हें निराश नहीं किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार की नीतियों की आलोचना को लेकर आईआईटी-मद्रास ने दलित छात्रों के एक फोरम पर प्रतिबंध लगा दिया है। जिसके बाद एनएसयूआई छात्रों ने मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी के घर के सामने हो-हल्ला किया। इसे लेकर स्मृति ईरानी ने सीधे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर निजी हमले शुरू कर दिए।
जम्मू-कश्मीर में प्रमुख विपक्षी राजनीतिक पार्टियों और अलगाववादी समूहों ने घाटी में कश्मीरी पंडित विस्थापितों के लिए अलग टाउनशिप निर्माण के राज्य सरकार के कदम की यह कहते हुए आलोचना की कि यह लोगों को बांटेगा और इससे सुरक्षा के लिये खतरा उत्पन्न होगा।
नेतृत्व के मुद्दे पर कांग्रेस में अलग-अलग सुर सुनने को मिले। वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी ने जहां सोनिया गांधी के अध्यक्ष पद पर बने रहने की जरूरत पर जोर दिया, वहीं पार्टी महासचिव दिग्विजय सिंह ने राहुल गांधी की वकालत करते हुए कहा कि पीढ़ीगत बदलाव होना है।
राबर्ट वाड्रा के जमीन सौदों पर सवालिया निशान लगा कर सुर्खियों में आए व्हिसलब्लोअर आईएएस अधिकारी अशोक खेमका के तबादले से भाजपा में दो राय बन गई है। हरियाणा की भाजपा सरकार के दो मंत्रियों के अलग-अलग सुर हैं।
गिरिलाल जैन के सुस्त युग के ठीक पहले शुरू होने वाले और अर्णब के स्वच्छंद युग में समाप्त होने वाले अपने कॅरियर में विनोद मेहता ने उल्लेखनीय कामयाबी पाई वह भारत की अंग्रेजी पत्रकारिता को एक हलकापन देने के साथ-साथ उसमें गंभीरता भी लाए।