राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के करीब 50 समर्थक आजम खान राष्ट्रवादी की अगुवाई में अचानक अयोध्या पहुंचे, जहां उन्होंने ‘जय श्रीराम’ के नारे लगाए और जल्द से जल्द राम मंदिर बनवाने की अपील की। मुसलिम समाज के विभिन्न क्षेत्रों से लोग गुरुवार शाम को अयोध्या पहुंचे और जुलूस की तरह सड़क पर ‘मुसलमानों हक और ईमान के साथ आओ, श्रीराम मंदिर का निर्माण कराओ’ के नारे लगाने लगे।
वर्ष 1992 के बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में आपराधिक साजिश के तहत मामला चलाने के उच्चतम न्यायालय के आदेश से बेपरवाह केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने बुधवार को कहा कि इसमें कोई साजिश नहीं है और पूरा मामला स्पष्ट है। उमा भारती ने संवाददाताओं से कहा, अयोध्या में भव्य राम मंदिर मेरा सपना है। भारत और राम मंदिर के लिए जेल जाने या फांसी के लिए भी तैयार हूं। उमा भारती रामलला का आशीर्वाद लेने के लिए बुधवार की रात अयोध्या जायेंगी।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर ने 12वीं कक्षा की एक पाठ्यपुस्तक में महिला के शरीर की बनावट के बारे में दिए गए विवरण को लिंगभेदी बताया और इस मामले में कार्रवाई का आदेश दिया।
सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या राम मंदिर-बाबरी मस्जिद मामले से जुड़ी दीवानी अपीलों पर शीघ्र सुनवाई करने से आज इनकार कर दिया। प्रधान न्यायाधीश जेएस खेहर की अगुवाई वाली पीठ ने सुनवाई के दौरान भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी से कहा कि न्यायालय को बताया गया था कि वह इस मामले में एक पक्षकार हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने राम जन्मभूमि विवाद में सुब्रमण्यम स्वामी को झटका देते हुए मामले में जल्द सुनवाई से इनकार कर दिया है। अदालत ने इस मामले में जल्द सुनवाई की संभावना से इनकार किया है।
उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर के नगर निगम बोर्ड की बैठक में वंदेमातरम को लेकर शुरु विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। भाजपा से जुड़े महापौर ने जहां राष्ट्रगीत के सम्मान के लिए हर स्तर पर लड़ाई लड़ने का ऐेलान कर दिया है, तो विपक्षी पार्षद किसी भी कीमत पर वंदेमातरम नहीं बोलने पर अड़े हुए हैं।
अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बीच विश्व हिंदू परिषद ने आज कहा कि उसका दृढ़ मत है कि सोमनाथ मंदिर की तर्ज पर संसद से कानून बनाकर अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनाया जाना चाहिए और सभी राजनीतिक दलों को मिलकर इसे पूरा करना चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट ने आज अयोध्या में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद को अदालत के बाहर सुलझाने का सुझाव दिया और कहा कि धर्म एवं भावनाओं के मुद्दों को बातचीत के जरिये सर्वश्रेष्ठ तरीके से सुलझाया जा सकता है।
सुप्रीम कोर्ट ने आज राम जन्म भूमि-बाबरी मस्जिद विवाद से जुड़े पक्षों से को सलाह दी है कि वे इस मुद्दे को सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझाएं। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह एक संवेदनशील और भावनात्मक मुद्दा है और यह बेहतर होगा कि इस मुद्दे को मैत्रीपूर्ण ढंग से कोर्ट से बाहर बात कर सुलझाया जाए। प्रधान न्यायाधीश जे एस खेहर ने कहा कि यदि संबंधित पक्ष उनकी मध्यस्थता चाहते हैं तो वह इस काम के लिए तैयार हैं।