कांग्रेस ने संसदीय सचिव के रूप में नियुक्त किए गए 21 आप विधायकों की सदस्यता खत्म करने के साथ ही नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भी इस्तीफा मांगा है।
दिल्ली विधानसभा में भाजपा विधायक विजेंद्र गुप्ता ने शुक्रवार को सदन में विपक्ष की आवाज दबाने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया और मेज पर चढ़ गए। गुप्ता के इस कृत्य की काफी आलोचना हुई और विधानसभाध्यक्ष राम निवास गोयल ने इसे अत्यंत शर्मनाक करार दिया और कहा कि इससे सदन की बदनामी हुई है।
झारखंड की दो राज्यसभा सीटों के लिए हो रहे चुनावों के मतदान के दिन शनिवार को यहां पूर्व के एक आपराधिक मामले में झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक चमरालिंडा को तड़के गिरफ्तार कर लिया गया। राजनीतिक गलियारे में चर्चा है कि यह चुनावी रणनीति का एक हिस्सा है। राज्यसभा के चुनाव में विधानसभा में जाकर वोट डालना अनिवार्य है। लिहाजा चमरालिंडा के गिरफ्तार होने के बाद झामुमो का एक वोट कम हो जाएगा। इस गिरफ्तारी से विपक्ष झामुमो को नुकसान होने की आशंका है।
हरियाणा से राज्यसभा के लिए हुए चुनाव में भाजपा समर्थित सुभाष चंद्रा जीत गए हैं। चंद्रा ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर यह चुनाव लड़ा था। चंद्रा की जीत में कांग्रेस विधायकों की बड़ी भूमिका मानी जा रही है।
राज्यसभा चुनाव से ठीक एक दिन पहले उत्तर प्रदेश में हो रहे विधान परिषद के लिए होने वाले मतदान के दौरान क्रास वोटिंग ने समाजवादी पार्टी के नेताओं की चिंता बढ़ा दी।
त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री समीर रंजन बर्मन और छह अंसतुष्ट कांग्रेस विधायक अगले माह रमजान समाप्त होने पर तृणमूल कांग्रेस में शामिल होंगे। इनमें बर्मन के विधायक पुत्र सुदीप शामिल हैं।
समाजवादी पार्टी से निष्कासित सीतापुर के विधायक रामपाल यादव भाजपा का दामन थामने का मन बना रहे हैं। रामपाल के करीबी लोगों का कहना है कि जिस प्रकार समाजवादी पार्टी की सरकार ने उन्हें प्रताड़ित किया है उससे आहत विधायक भाजपा नेताओं के संपर्क में हैं।
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में जीते कुल 812 विधायकों में से 36 फीसदी विधायकों ने अपने शपथपत्र में अपने खिलाफ आपराधिक मामला चलने की बात स्वीकार की है। एसोसिएशन ऑफ डेमेाक्रेटिक रिसर्च तथा नेशनल इलेक्शन वाच के सहयोग से हुए सर्वे में इस तरह की जानकारी सामने आई है।
उत्तराखंड के कांग्रेस के बागी विधायकों ने भाजपा का दामन थाम लिया है। बुधवार को दिल्ली भाजपा मुख्यालय में इन विधायकों ने पार्टी के प्रति अपनी आस्था जताते हुए सदस्यता ग्रहण की।
उत्तराखंड में सत्ता गठन का सपना संजो रही भाजपा को करारा झटका लगा है। उच्च न्यायालय ने कांग्रेस के 9 बागी विधायकों की याचिका खारिज करते हुए उन्हें अयोग्य करार दिया है। हाई कोर्ट के ऐसे रुख के बाद बागी विधायक सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी में हैं।