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Search Result : "अमेरिकी मिसाइल रोधी प्रणाली"

मरे का पांच साल का जादू खत्म, एंडरसन ने हराया

मरे का पांच साल का जादू खत्म, एंडरसन ने हराया

ब्रिटेन के एंडी मरे को अमेरिकी ओपन के चौथे दौर में दक्षिण अफ्रीका के 15वीं वरीयता प्राप्त केविन एंडरसन ने हराया जबकि 17 बार के ग्रैंडस्लैम चैम्पियन रोजर फेडरर क्वार्टर फाइनल में पहुंच गए।
खाद्य सुरक्षा: सुधर सकते हैं फिसड्डी राज्यों के भी हालात

खाद्य सुरक्षा: सुधर सकते हैं फिसड्डी राज्यों के भी हालात

खस्ताहाल प्रशासन वाले राज्य भी सार्वजनिक वितरण प्रणाली को दुरुस्त करने और भोजन का अधिकार अधिनियम को क्रियान्वित करने में सक्षम हैं- मध्यप्रदेश इसका नवीनतम उदाहरण है।
सोना हुआ सस्‍ता, क्‍या अभी निवेश का सुनहारा मौका

सोना हुआ सस्‍ता, क्‍या अभी निवेश का सुनहारा मौका

वर्ष 2011 में अपने अब तक के सबसे ऊंचे भाव 1,900 $ से करीब 42 प्रतिशत गिरकर यह कीमती धातू अपने पांच साल के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्‍या यह सोने में निवेश का सही समय है? जवाब दे रहे हैं आउटलुक बिजनेस के एक्‍सपर्ट
हर हाल में दिलाएंगे 26/11 के पीड़ितों को न्यायः अमेरिका

हर हाल में दिलाएंगे 26/11 के पीड़ितों को न्यायः अमेरिका

भारतीय मूल की एक शीर्ष अमेरिकी राजनयिक ने कहा है कि अमेरिका 2008 में मुंबई में हुए हमलों के पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है, फिर भले ही यह काम कितना भी दुष्कर क्यों न हो।
डॉ. कलाम से जुड़े 7 किस्‍से जो हमेशा प्रेरणा देंगे

डॉ. कलाम से जुड़े 7 किस्‍से जो हमेशा प्रेरणा देंगे

डॉ. एपीजे अब्‍दुल कलाम के निधन के साथ देश ने एक महान वैज्ञानिक, दार्शनिक और युवाओं को प्ररेणा से भर देने वाला व्‍यक्तित्‍व खो दिया है। उनकी सादगी और विचारों ने देशवासियों पर अमिट छाप छोड़ी है। उनके जीवन से जुड़ी कई ऐसी घटनाएं हैं, जो जिंदगी के प्रति उनके नजरिए और सोच को जाहिर करते हुए हमेशा प्रेरणा देती रहेंगी।
पूर्व राष्‍ट्रपति एपीजे अब्‍दुल कलाम का निधन, शोक की लहर

पूर्व राष्‍ट्रपति एपीजे अब्‍दुल कलाम का निधन, शोक की लहर

देश को मिसाइल और अंतरिक्ष तकनीक के मामले में आत्मनिर्भर बनाने में प्रमुख भूमिका निभाने वाले प्रसिद्ध वैज्ञानिक और भारत के 11वें राष्ट्रपति डॉ. अबुल पाकिर जैनुलआबेदिन अब्दुल कलाम का 27 जुलाई को 84 वर्ष की उम्र में मेघालय की राजधानी शिलांग में निधन हो गया।
क्या मध्यवर्ग को गैस सब्सिडी और सांसदों को सस्ता खाना मिलना चाहिए ?

क्या मध्यवर्ग को गैस सब्सिडी और सांसदों को सस्ता खाना मिलना चाहिए ?

पिछले साल भर में दस लाख से ज्यादा भारतवासियों ने स्वेच्छा से अपनी रसोई गैस सब्सिडी छोड़ी। एक विकासशील देश में मोदी सरकार ने इन लोगों को इसके लिए प्रेरित करने का अभियान यह कहते हुए छेड़ा कि पैसा ज्यादा जरूरतमंद लोगों तक पहुंचना चाहिए। सरकारी अनुदानों के बारे में आख्यान बदलने का यह प्रयास नई राह बनाता है। ज्यादातर सब्सिडी कम जरूरतमंद लोग चट कर गए हैं, इसके बारे में बहुत सार्वजनिक विमर्श हुआ है।