पनामा पेपर्स लीक मामले में नाम आने के बाद बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने बयान जारी कर कहा कि उनके ऊपर लगे आरोप गलत हैं। उन्होने कहा कि टैक्स धोखाधड़ी के आरोप पूरी तरह से गलत हैं।
कालेधन पर अबतक का सबसे बड़ा खुलासा हुआ है। अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की टीम ने 8 महीने लंबी पड़ताल के बाद पनामा की कानूनी फर्म मोसाक फोंसेका के करीब एक करोड़ दस लाख लीक दस्तावेजों के जरिये यह साबित किया है कि कम से कम 500 भारतीयों ने दुनिया के टैक्स चोरों के स्वर्ग समझे जाने वाले देशा में अपनी काली कमाई छिपा रखी है।
पिछले दिनों जेएनयू में आयोजित एक विवादित कार्यक्रम और उसमें कथित तौर पर संसद हमले के दोषी अफजल गुरु के समर्थन में की गई नारेबाजी के मामले में कुछ छात्रों को सजा देने के मुद्दे पर जेएनयू ने कानूनी राय मांगी है। कार्यक्रम के दौरान कथित तौर पर राष्ट्र विरोधी नारे भी लगाए गए थे।
बोफोर्स विवाद को लेकर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए बॉलीवुड के वरिष्ठ अभिनेता अमिताभ बच्चन ने एक ब्लॉग लिखा है। ब्लॉग में बच्चन ने कहा है कि बोफोर्स मामले में उन पर एवं उनके परिवार पर आरोप लगने के कारण उनके अस्तित्व पर ही सवालिया निशान लग गया था।
इस बार के राष्ट्रीय पुरस्कारों में अलग हट कर बनी फिल्मों ने बाजी मारी है। दम लगा के हाईशा, पीकू और तनु वेड्स मनु रिटर्न्स का पुरस्कारों की सूची में तीन महत्वपूर्ण स्थान लेना दिखाता है कि ‘ऑफ बीट’ सिनेमा का दम अब तक बरकरार है।
अभिव्यक्ति के आजादी के दिन हैं। जिसकी चाहे शिकायत कीजिए, जिसे चाहे अदालत में घसीटिए। इसी वाक्य में यकीन रखते हुए दिल्ली के एक वकील ने अमिताभ बच्चन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की एक उच्चस्तरीय समिति ने राष्ट्रविरोधी नारेबाजी वाले पिछले महीने के एक विवादित कार्यक्रम में कथित भूमिका को लेकर कन्हैया कुमार, उमर खालिद, अनिर्बान भट्टाचार्य और दो अन्य छात्रों को निकालने की सिफारिश की है।
जेएनयू में देश विरोधी नारों को लेकर दर्ज देशद्रोह के मामले में विशवविद्यालय के एक अन्य छात्र आशुतोष ने जांच में शनिवार को शिरकत की। मामले में पुलिस उसे तलाश रही थी और उसे पेश होने के लिए सम्मन भेजा गया था।
दिल्ली पुलिस ने राजद्रोह के मामले में दक्षिण दिल्ली के एक थाने में जेएनयूएसयू के अध्यक्ष कन्हैया कुमार, उमर खालिद और अनिर्बन भट्टाचार्य से पहली बार एक साथ पूछताछ की है।
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के दो छात्रों उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य ने मंगलवार की देर रात दिल्ली पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। दोनों ने दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा उन्हें गिरफ्तारी से अंतरिम राहत देने से मना करने के कुछ घंटे बाद आत्मसमर्पण किया।