Advertisement

Search Result : "अब्दुल कादिर खान"

अदालत में पेश हुए सलमान

अदालत में पेश हुए सलमान

अभिनेता सलमान खान काले हिरणों के शिकार के संबंध में शस्त्र अधिनियम से जुड़े मामले में बुधवार को एक स्थानीय अदालत में पेश हुए।
फिटनेस क्विज

फिटनेस क्विज

वैसे तो बहुत सी बातें हैं जो आपके व्यक्तित्व की खूबियों-खामियों को बताती हैं। भोजन की आदतें भी इनमें से एक हैं। आप कैसा और कब-कब खाना पसंद करते हैं इससे भी पता चलता है कि आपका स्वभाव कैसा है। एक मजेदार प्रश्नोत्तरी के जरिये आप भी जानिए अपना स्वभाव। दस सवालों के जवाब और बस आपको पता चल जाएगा कि आखिर आप कैसे हैं
माइकेल, एलीस और खुर्शीद का प्रेम त्रिकोण

माइकेल, एलीस और खुर्शीद का प्रेम त्रिकोण

युवाओं की पसंदीदा फिल्म कल हो न हो की लोकप्रियता इतने सालों बाद भी कायम है। इस फिल्म के प्रसिद्ध शीर्षक गाने पर जर्मनी के राजदूत माइकेल स्टाइनर, उनकी पत्नी एलीस स्टाइनर और भूतपूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने अभिनय किया है।
कार्यकाल समाप्त होने के बाद विदाई

कार्यकाल समाप्त होने के बाद विदाई

राज्यसभा में गुरुवार को एक अनूठा नजारा उस समय देखने को मिला जब सदस्यों ने कार्यकाल समाप्त कर चुके तीन सदस्यों को विदाई दी। राज्यसभा में शायद यह पहली बार हुआ की सदस्यों को कार्यकाल समाप्त होने के बाद विदाई दी गई। उससे भी रोचक नजारा यह रहा कि कार्यकाल समाप्त हो चुके माकपा के ऐसे एक सदस्य पी राजीव को फिर से सदन में वापस लाये जाने की सदन के नेता और नेता प्रतिपक्ष ने एक स्वर में मांग की।
हिट एंड रन मामला: छह मई को आएगा फैसला

हिट एंड रन मामला: छह मई को आएगा फैसला

वर्ष 2002 में हुए उस हिट एंड रन मामले की सुनवाई कर रही एक सत्र अदालत छह मई को अपना फैसला सुनाएगी जिसमें बॉलीवुड के अभिनेता सलमान खान कथित तौर पर लिप्त हैं।
शाहनवाज की हत्या रोड-रेज या फिर कुछ और

शाहनवाज की हत्या रोड-रेज या फिर कुछ और

दिल्ली के तुर्कमान गेट इलाके में बाइक सवार शाहनवाज की पीट-पीट कर हत्या रोड-रेज का मामला है या फिर कुछ और? क्योंकि जिन लोगों ने शाहनवाज को पीटा है वह इस इलाके के घोषित बदमाश हैं और इनका संबंध इलाके के आम आदमी पार्टी के विधायक के साथ बताया जा रहा है।
वसुधैव कुटुम्बकम

वसुधैव कुटुम्बकम

लव जिहाद के नाम पर हिन्दू और मुसलमान के बीच जहां कुछ लोग वैमनस्य फैलाने में जुटे हैं, वहीँ महात्मा गांधी के दक्षिण अफ्रीका दिनों के साथी इमाम अब्दुल कादर बवाज़िर के खानदान के सदस्य पिछली चार पीढ़ी से संप्रदाय और धर्म के बंधनों को तोड़ कर 'वसुधैव कुटुम्बकम' के सिद्धांत को अपने जीवन से प्रस्थापित कर रहे हैं।