जयललिता के अस्पताल में भर्ती होने के लगभग एक महीने के बाद अपोलो अस्पताल ने आज कहा कि मुख्यमंत्री बातचीत कर रही हैं। उनके स्वास्थ्य में सुधार का यह महत्वपूर्ण संकेतक है।
सम अस्पताल चलाने वाले शिक्षा ओ अनुसंधान चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष मनोज रंजन नायक ने आज पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। सम अस्पताल में आग लग जाने पर 21 लोग मारे गए थे। नायक की गिरफ्तारी के साथ इस आग त्रासदी के मामले में गिरफ्तार लोगों की संख्या पांच हो गई है।
अस्पताल इमरजेंसी वार्ड (आई.सी.यू.) में व्यक्ति उस समय भर्ती किया जाता है, जब उसकी जान को गंभीर खतरा हो। भारत में सामान्यतः डॉक्टर और जज को लोग भगवान का रूप देवता ही मानते रहे हैं।
ओडि़शा की राजधानी भुवनेश्वर के सम अस्पताल में आग लगने से कम से कम 22 मरीजों की मौत हो गई जबकि 20 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। यह राज्य में किसी अस्पताल में हुई भयावह घटनाओं में से एक है। पीएम नरेंद्र मोदी ने हादसे में मारे गए लोगों के प्रति शोक जताया है।
तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता खराब सेहत के कारण अस्पताल में भर्ती है। बावजूद इसके राज्य सरकार का कामकाज पहले की ही तरह जारी है। हालांकि कामकाज एक अनोखे ढंग से किया जा रहा है। तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता बीते कई दिनों से खराब स्वास्थ्य के चलते अस्पताल में बीमारी से जूझ रही हैं।
तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता के 22 सितंबर से अस्पताल में भर्ती होने के कारण तमिलनाडु के राज्यपाल सी विद्यासागर राव ने आज वे सारे विभाग वित्त मंत्री ओ पनीरसेल्वम को सौंप दिये जो जयललिता के पास थे लेकिन साथ ही कहा कि अन्नाद्रमुक प्रमुख ही मुख्यमंत्री रहेंगी।
तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता के बेहतर स्वास्थ्य के लिए चेन्नई में अपोलो हॉस्पिटल के बाहर लोग दुआएं मांग रहे हैं। भारी संख्या में अस्पताल के बाहर जुटे लोगों ने जयललिता के जल्द ठीक होने की प्रार्थना की। बता दें कि बीते 13 दिनों से तबीयत खराब होने के चलते जयललिता अस्पताल में भर्ती हैं। हालांकि अपोलो अस्पताल ने कहा कि जयललिता की सेहत में ‘सुधार हो रहा’ है और एंटीबायटिक एवं अन्य क्लीनिकल उपायों को अपनाने के साथ-साथ पहले की तरह इलाज जारी है।