Advertisement

Search Result : "अजित अहमद सोढ़ी"

भारत ने पाक से फिर दो टूक कहा, अब सिर्फ आतंकवाद पर करेंगे बात

भारत ने पाक से फिर दो टूक कहा, अब सिर्फ आतंकवाद पर करेंगे बात

भारत ने अपना रूख और कड़ा करते हुए कश्मीर पर बातचीत के पाकिस्तान के ताजा न्यौते को वस्तुत: खारिज कर दिया। भारत ने पाक को स्पष्ट रुप से कहा कि वह सीमापार आतंकवाद पर चर्चा का इच्छुक है जो उसकी मुख्य चिंता है।
मोदी के पास बलूचिस्तान के लिए वक्त है, पर पीड़ित दलितों के लिए नहीं: कांग्रेस

मोदी के पास बलूचिस्तान के लिए वक्त है, पर पीड़ित दलितों के लिए नहीं: कांग्रेस

दलितों पर हाल में हुए कुछ हमलों को लेकर कांग्रेस पार्टी ने भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर करारा हमला बोला है। कांग्रेस पार्टी के एक प्रतिनिधि मंडल ने रविवार को राष्ट्रपति से मुलाकात कर इस मामले मं दखल देने का अनुराध किया। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि मोदी के पास बलूचिस्तान के लोगों के बारे में सोचने के लिए तो वक्त है, लेकिन वह अपने गृह राज्य गुजरात में अत्याचार के शिकार हुए दलितों से मुलाकात का समय नहीं निकाल पाते।
विदेश सचिव स्तर वार्ता: भारत ने कहा, गेंद पाकिस्तान के पाले में है

विदेश सचिव स्तर वार्ता: भारत ने कहा, गेंद पाकिस्तान के पाले में है

भारत और पाकिस्तान के बीच विदेश सचिव स्तर की वार्ता के बारे में भारत ने बुधवार को कहा कि गेंद अब पाकिस्तान के पाले में है। भारत ने जोर देकर कहा कि इस्लामाबाद को ही सीमापार से जारी आतंकवाद, जम्मू कश्मीर के हिस्से पर अवैध कब्जे और आतंकी शिविरों को बंद करने पर निर्णय लेना है।
भारत का पाक को जवाब, आतंक पर वार्ता को तैयार लेकिन कश्मीर पर नहीं

भारत का पाक को जवाब, आतंक पर वार्ता को तैयार लेकिन कश्मीर पर नहीं

भारत ने कश्मीर पर विदेश सचिव स्तरीय वार्ता के पाकिस्तान के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है और जोर देकर कहा कि वह सीमा पार के आतंकवाद से संबंधित पहलुओं पर चर्चा करना चाहेगा जो जम्मू कश्मीर में मौजूदा स्थिति की वजह हैं।
‘मुझे जवाब तो उर्दू में ही चाहिए’

‘मुझे जवाब तो उर्दू में ही चाहिए’

बिहार में बेशक गठबंधन सरकार में कांग्रेस शामिल है लेकिन अल्पसंख्यक मुद्दे पर पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और विधायक डॉ. शकील अहमद खान राज्य सरकार की नीतियों से कतई खुश नहीं। खासकर उर्दू भाषा के प्रोत्साहन के मामले में उन्होंने इन दिनों राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया है।
बफेट के उत्तराधिकारी अजित जैन को सम्मानित करेगा आईआईटी खड़गपुर

बफेट के उत्तराधिकारी अजित जैन को सम्मानित करेगा आईआईटी खड़गपुर

आईआईटी खड़गपुर इस महीने गूगल स्कॉलर के सह संस्थापक अनुराग आचार्य और बर्कशायर हैथवे के सीईओ वारेन बफेट के संभावित उत्तराधिकारी अजित जैन को संस्थान के प्रतिष्ठित छात्र पुरस्कार से सम्मानित करेगा। 30 जुलाई से 31 जुलाई तक चलने वाले संस्थान के 62वें दीक्षांत समारोह में सात पूर्व छात्रों को उद्योग, शिक्षा एवं उद्यमी के तौर पर उनकी असाधारण पेशेवर उपलब्धियों के लिए सम्मानित करने का निर्णय किया गया है।
सीमा पर लगी बाड़ों के पार भी है संगीत में अकूत ताकत: सलमान अहमद

सीमा पर लगी बाड़ों के पार भी है संगीत में अकूत ताकत: सलमान अहमद

सूफी रॉक बैंड जुनून से 1990 के दशक में मशहूर हुए पाकिस्तानी गायक-गिटार वादक सलमान अहमद का कहना है कि सीमा पर लगी कांटेदार बाड़ों के पार भी संगीत में अकूत ताकत है और कोई बाधा इसे रोक नहीं सकती है। 90 दशक में पाकिस्तान और भारत के बीच परमाणु संलयन के बजाय सांस्कृतिक मेल-मिलाप की वकालत करने के लिए इस पाकिस्तानी गायक पर गद्दार का ठप्पा लगा था।
कश्मीर में हिंसा जारी, केन्या यात्रा छोड़ डोभाल स्वदेश रवाना

कश्मीर में हिंसा जारी, केन्या यात्रा छोड़ डोभाल स्वदेश रवाना

कश्मीर घाटी में सोमवार को तीसरे दिन भी हिंसा और आगजनी की घटनाएं जारी रही। घाटी में जारी हिंसा पर काबू पाने के प्रयासों में शामिल होने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल केन्या से स्वदेश रवाना हो गए।
किसका दामन थामेंगे अजित सिंह !

किसका दामन थामेंगे अजित सिंह !

राजनीतिक गलियारों में इन दिनो दावे किए जा रहे हैं कि अजित सिंह की पार्टी रालोद और समाजवादी पार्टी में 'डील' हो चुकी है और इसकी बस घोषणा होनी बाक़ी है। मगर वहीं अजित सिंह को निकट से जानने वालों की मानें तो दिल्ली अभी दूर है। बक़ौल उनके सिंह अभी कम से कम एक बार ताश के पत्ते और फेंटेंगे और अन्य सम्भावनाओं को टटोलने का पुनः प्रयास करेंगे ।
यूपीएससी में सफल अंसार ने आखिर क्‍यों अपने लिए एक बार हिंदू नाम चुना

यूपीएससी में सफल अंसार ने आखिर क्‍यों अपने लिए एक बार हिंदू नाम चुना

सिविल सर्विस परीक्षा में 361 वीं रैंक के साथ सफलता हासिल करने वाले मुस्‍िलम युवक अंसार अहमद शेख ने एक बार अपना नाम बदल कर शुभम रख लिया था। पुणे के फर्ग्‍युसन कालेज में पढ़ने आए अंसार ने ऐसा इसलिए किया था ताकि उसे कालेज हास्‍टल में रहने और खाने की उचित सुविधा मिल सके।
Advertisement
Advertisement
Advertisement